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विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी

कटसेक तकनीक

  • 29 Oct 2019
  • 3 min read

प्रीलिम्स के लिये:

कटसेक तकनीक, कॉपी नंबर ऐल्टरेशन

मेन्स के लिये:

चिकित्सा के क्षेत्र में कटसेक तकनीक का योगदान 

चर्चा में क्यों?

हाल ही में अनुसंधानकर्त्ताओं ने आक्रामक विषम ट्यूमर (Agressive Hetrogenous Tumour) की पहचान के लिये नई तकनीक कटसेक (CutSeq) विकसित की है।

प्रमुख बिंदु:

  • सामान्यतया जब कैंसर कोशिकाएँ विभाजित होती हैं तो उनमें पाई जाने वाली जीन की प्रतियाँ (Copies) अलग अलग संख्या में होती हैं। इस प्रक्रिया को कॉपी नंबर ऐल्टरेशन (Copy Number Alternation- CNA) कहते हैं।
  • शोध के अनुसार, जब एक ही ट्यूमर के अलग-अलग हिस्से में अलग-अलग CNAs पाए जाते हैं तो ऐसे ट्यूमर आमतौर पर काफी तेजी से बढ़ते हैं और इलाज के बाद पुन: विकसित हो जाते हैं ।
  • अनुसंधानकर्त्ताओं द्वारा विकसित की गई कटसेक (CutSeq) तकनीक से ट्यूमर के अलग-अलग हिस्सों में CNAs के प्रकार और संख्या ज्ञात की जा सकती है। इसकी लागत वर्तमान में प्रयुक्त तकनीकों से काफी कम है।
  • यह तकनीकी बहुक्षेत्रीय ट्यूमर सिक्वेंसिंग (Multiregion Tumour Sequencing) प्रणाली से विषम कैंसर के मरीजों के इलाज में सहायक होगी।
  • इस तकनीक में सिंगल सिक्वेंसिंग एक्सपेरिमेंट (Single Sequencing Experiment) के तहत कैंसर की विषमता और आक्रामकता का विश्लेषण किया जा सकता है।

घातक विषम ट्यूमर (Agressive Hetrogenous Tumour) क्या है?

  • इस तरह के ट्यूमर में कोशिकाओं की रूपात्मक और गुणात्मक प्रोफाइल जैसे कोशिकीय आकृति, जीन अभिव्यक्ति, चयापचय गतिशीलता और प्रसार अलग-अलग होती है। यह अपेक्षाकृत अधिक घातक होता है।

कटसेक (Cut Seq) तकनीक क्या है?

  • इस तकनीक के तहत ट्यूमर के अलग-अलग हिस्सों से DNA लिया जाता है और एकल अनुक्रमण प्रयोग (Single Sequencing experiment) से ट्यूमर की विषमता का पता लगाया जाता है।
  • इस प्रक्रिया के अंतर्गत मरीज के शरीर में कई ट्यूमर या एक ही ट्यूमर के अलग-अलग हिस्सों से लिये गए DNA जिनमें यूनिक मोलेक्यूलर बारकोड्स (Unique Moleculer Barcodes) होते हैं, की सहायता से एक विस्तृत विश्लेषण किया जाता है।

यूनिक मोलिक्यूलर बारकोड्स (Unique Moleculer Barcodes) 

  • मोललिक्यूलर बारकोड वो आणविक ‘टैग’ है जो DNA के हिस्सों में जोड़े जाते हैं और इकट्ठे किये गए DNA, अणुओं (Molecules) की पहचान में सहायक होते हैं।

स्रोत: बिज़नेस स्टैण्डर्ड 

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