UNDP: पलायन रिपोर्ट | 05 Dec 2022

प्रिलिम्स के लिये:

UNDP, आंतरिक प्रवास, जलवायु परिवर्तन।     

मेन्स के लिये:

UNDP: पलायन रिपोर्ट।

चर्चा में क्यों?

संयुक्त राष्ट्र विकास कार्यक्रम (UNDP) की रिपोर्ट "टर्निंग टाइड ऑन इंटरनल डिस्प्लेसमेंट: डेवलपमेंट एप्रोच टू साल्युसंस" के अनुसार, पहली बार, वर्ष 2022 में 100 मिलियन से अधिक लोगों को अस्वाभाविक प्रवास देखा गया जिसमे में अधिकांश  देशों के भीतर आंतरिक प्रवास था।

रिपोर्ट के निष्कर्ष:

  • आँकड़ें:
    • वर्ष 2021 के अंत में, संघर्ष, हिंसा, आपदाओं और जलवायु परिवर्तन के कारण अपने देशों के भीतर 59 मिलियन से अधिक लोगों में विस्थापन देखा गया था।
    • यूक्रेन में युद्ध से पहले, 6.5 मिलियन लोगों को आंतरिक रूप से विस्थापित होने का अनुमान है।
    • वर्ष 2050 तक, जलवायु परिवर्तन अनुमानित 216 मिलियन से अधिक लोगों को अपने देशों में आंतरिक पलायन के लिये मज़बूर कर सकता है।
    • आपदा से संबंधित आंतरिक विस्थापन और भी व्यापक है, जिसमे वर्ष 2021 में 130 से अधिक देशों और क्षेत्रों में नए विस्थापन दर्ज किये गए हैं।
    • लगभग 30% पेशेवर जीवनभर के लिये बेरोज़गार हो गए और 24% पहले की तरह धनार्जन में सक्षम नहीं थे। आंतरिक रूप से विस्थापित परिवारों में से 48% ने विस्थापन से पहले की तुलना में धनार्जित किया।
  • प्रभाव:
    • आंतरिक रूप से विस्थापित व्यक्तियों को अपनी बुनियादी ज़रूरतों को पूरा करने, अच्छा काम पाने या आय का एक स्थिर स्रोत पाने में समस्या होती है।
      • इसमें महिला और युवा प्रधान परिवार विशेष रूप से प्रभावित होते हैं।
    • उप-सहारा अफ्रीका, मध्य पूर्व और उत्तरी अफ्रीका तथा अमेरिका के कुछ हिस्से अस्वाभाविक विस्थापन की वजह से सबसे अधिक प्रभावित क्षेत्र हैं।
    • ऐसा अनुमान है कि वर्ष 2021 में प्रत्येक आंतरिक रूप से विस्थापित व्यक्ति को वित्त, आवास, शिक्षा, स्वास्थ्य देखभाल और सुरक्षा देने से जुड़ी प्रत्यक्ष लागत विश्व भर में कुल5 बिलियन अमेरिकी डॉलर से अधिक होगी।
    • विस्थापित व्यक्तियों हेतु पर्याप्त नीतियों के अभाव का कारण विस्थापन से संबंधित पर्याप्त सटीक और व्यापक रूप से स्वीकृत आँकड़ों की कमी है।
  • सुझाव:
    • आने वाले समय में जलवायु परिवर्तन के वजह से होने वाले आंतरिक विस्थापन के रिकॉर्ड स्तरों पर काबू पाने के लिये दीर्घकालिक विकास उपायों की आवश्यकता है।
    • मानवीय सहायता अकेले वैश्विक स्तर पर आंतरिक विस्थापन के रिकॉर्ड स्तर को नियंत्रित नहीं कर सकती है। विकास दृष्टिकोण के माध्यम से आंतरिक विस्थापन के परिणामों को दूर करने हेतु नए तरीके तलाशने करने की आवश्यकता है।
    • विकास संबंधी समाधानों के लिये पाँच प्रमुख मार्ग अपनाए जा सकते हैं, जो इस प्रकार हैं,
      • शासन संस्थाओं को सुदृढ़ करना
      • नौकरियों और सेवाओं तक पहुँच के माध्यम से सामाजिक-आर्थिक एकीकरण को बढ़ावा देना
      • सुरक्षा बहाल करना
      • सह-भागीदारी बढ़ाना
      • सामाजिक एकता का निर्माण करना

संयुक्त राष्ट्र विकास कार्यक्रम (UNDP)

  • संयुक्त राष्ट्र विकास कार्यक्रम (United Nations Development Programme- UNDP) संयुक्त राष्ट्र का वैश्विक विकास नेटवर्क है।
  • UNDP तकनीकी सहायता के संयुक्त राष्ट्र विस्तारित कार्यक्रम (United Nations Expanded Programme of Technical Assistance) और संयुक्त राष्ट्र विशेष कोष (United Nations Special Fund) के विलय पर आधारित है।
  • UNDP की स्थापना वर्ष 1965 में संयुक्त राष्ट्र महासभा द्वारा की गई थी और जनवरी 1966 में इसने सक्रिय रूप से कार्य करना शुरू किया।
  • यह अल्प-विकसित देशों को सहायता पर ज़ोर देने के साथ विकासशील देशों को विशेषज्ञ सलाह, प्रशिक्षण एवं अनुदान सहायता प्रदान करता है।
  • UNDP कार्यकारी बोर्ड विश्व भर के 36 देशों के प्रतिनिधियों से मिलकर बना है जो बारी-बारी से सेवा प्रदान करते हैं।
  • यह पूरी तरह से सदस्य देशों के स्वैच्छिक योगदान द्वारा वित्तपोषित है।
  • UNDP संयुक्त राष्ट्र सतत् विकास समूह (UNSDG) का मुख्य केंद्र है, यह एक ऐसा नेटवर्क है जो 165 देशों तक फैला हुआ है तथा सतत् विकास के लिये वर्ष 2030 एजेंडा को आगे बढ़ाने हेतु कार्य कर रहे संयुक्त राष्ट्र के 40 कोषों, कार्यक्रमों, विशेष एजेंसियों एवं अन्य निकायों को एकजुट करता है।
  • UNDP द्वारा जारी सूचकांक: मानव विकास सूचकांक (HDI)

  UPSC सिविल सेवा परीक्षा, विगत वर्ष के प्रश्न:  

प्रश्न: लगातार उच्च विकास के बावजूद भारत अभी भी मानव विकास के निम्नतम संकेतकों पर है। उन मुद्दों की जाँच करें जो संतुलित और समावेशी विकास को दुशप्राप्य बनाते हैं। (मुख्य परीक्षा, 2016)

स्रोत: डाउन टू अर्थ