Rapid Fire करेंट अफेयर्स (12 June) | 12 Jun 2019

  • हॉन्गकॉन्ग में प्रस्तावित नए प्रत्यर्पण कानून के विरोध में 9 जून को वर्ष 1997 के बाद अब तक का सबसे बड़ा प्रदर्शन हुआ। इसमें बड़ी संख्या में लोग चीन में प्रत्यर्पण की योजना के खिलाफ एकत्रित हुए। इनका कहना था कि चीन में किसी को न्याय नहीं मिलेगा, क्योंकि वहाँ मानवाधिकार नहीं हैं। हॉन्गकॉन्ग के चीन समर्थक राजनीतिज्ञ एक ऐसे विधेयक को लागू कराना चाहते हैं जिसे यदि मंज़ूरी मिल जाती है तो ऐसे भगोड़े लोगों को न्यायालयों में स्थानांतरित करने की अनुमति होगी, जिनके साथ हॉन्गकॉन्ग का कोई संबंधित समझौता नहीं हैं। हॉन्गकॉन्ग के मुख्य कार्यकारी कैरी लैम के अनुसार, यह (प्रत्यर्पण) विधेयक का एक बेहद महत्त्वपूर्ण हिस्सा है, जो न्याय दिलाने में मदद करेगा और यह भी सुनिश्चित करेगा कि हॉन्गकॉन्ग सीमापार और अंतर्राष्ट्रीय अपराधों के संबंध में अपने दायित्वों को पूरा करे। वर्ष 2003 में भी राष्ट्रीय सुरक्षा कानून को सख्त बनाने के विरोध में हॉन्गकॉन्ग में प्रदर्शन हुए थे। गौरतलब है कि इससे पहले वर्ष 1997 में हॉन्गकॉन्ग को चीन को सौंपे जाने पर सबसे बड़ा प्रदर्शन हुआ था।
  • हिमाचल प्रदेश के पालमपुर स्थित CSIR के हिमालय जैवसंपदा प्रौद्योगिकी संस्थान ने फसलों के अवशेष (पराली) से बायोडीज़ल बनाने की तकनीक तैयार की है। इससे न केवल वायु प्रदूषण कम होगा, बल्कि पर्यावरण संरक्षण को भी बढ़ावा मिलेगा। गौरतलब है कि देश के बड़े राज्यों में फसलों के अवशेषों को खेतों में ही जला दिया जाता है, जिससे वातावरण प्रदूषित होता है। बायोडीज़ल जैविक स्रोतों से प्राप्त और डीज़ल जैसा ईंधन है, जो परंपरागत डीज़ल इंजनों को बिना परिवर्तित किये ही चला सकता है। भारत का पहला बायोडीज़ल संयंत्र ऑस्ट्रेलिया के सहयोग से आंध्र प्रदेश के काकीनाड़ा SEZ में स्थापित किया गया है।
  • हाल ही में शोधकर्त्ताओं ने मिज़ोरम में वर्षा पसंद करने वाली साँप की एक नई प्रजाति की खोज की है। वैसे इस साँप का नाम ‘मिज़ो रेन स्नेक’ है, लेकिन ब्रिटिश सर्प-विज्ञानी मैलकम ए. स्मिथ के नाम पर इसे स्मीथोफिस एटेम्पोरैलिस (Smithophis Atemporalis) वैज्ञानिक नाम दिया गया है। काले-सफेद रंग का यह साँप ज़हरीला नहीं है और बारिश होने के बाद अक्सर इसे मानव बस्तियों के आस-पास देखा जा सकता है। शोधकर्त्ताओं के लिये साँप की यह नई प्रजाति है, लेकिन स्थानीय लोग इसे रूआहलावमरूल नाम से पहले से पुकारते रहे हैं।
  • नासा के क्यूरोसिटी मार्स रोवर को अपने अभियान के दौरान मंगल ग्रह पर चिकनी मिट्टी के खनिजों का अब तक का सबसे बड़ा भंडार मिला है। क्यूरोसिटी रोवर ने मंगल के दो लक्ष्य स्थलों- एबेरलेडी और किलमारी से चट्टानों के नमूने लिये। हाल ही में रोवर की एक नई सेल्फी में इसका पता चला। खनिज संपन्न यह क्षेत्र लोअर माउंट शार्प के पास है, जहाँ पर 2012 में क्यूरोसिटी रोवर ने लैंडिंग की थी। गौरतलब है कि क्यूरोसिटी रोवर माउंट शार्प पर यह अन्वेषण कर रहा है कि क्या अरबों साल पहले वहाँ पर जीवन के लिये उपयुक्त वातावरण था या नहीं। रोवर के विशेष उपकरण केमिन (केमिस्ट्री और मिनरोलॉजी) ने चिकनी मिट्टी के खनिज वाले क्षेत्र में खुदाई से प्राप्त चट्टान के नमूने का पहली बार विश्लेषण किया है।
  • ब्रिटेन सरकार ने भारतीय मूल के कुमार अय्यर को विदेश एवं राष्ट्रमंडल कार्यालय में मुख्य अर्थशास्त्री नियुक्त किया है। वह विभाग के प्रबंधन बोर्ड में नियुक्त किये जाने वाले भारतीय मूल के पहले व्यक्ति हैं। कुमार अय्यर इससे पहले मुंबई में ब्रिटेन के उप-उच्चायुक्त रह चुके हैं और उन्हें वैश्विक अर्थव्यवस्था तथा अंतर्राष्ट्रीय वित्त के साथ ही आर्थिक कूटनीति एवं समृद्धि पर काम करने का अनुभव है।
  • अपने समय के सर्वश्रेष्ठ आलराउंडरों में से एक भारत के युवराज सिंह ने क्रिकेट से संन्यास लेने का ऐलान किया है। 18 साल तक अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट खेलने वाले 37 वर्षीय युवराज सिंह ने ‘मैन ऑफ द सीरीज़’ खिताब पर कब्ज़ा जमाते हुए भारत को 2011 में वर्ल्ड कप जीतने में महत्त्वपूर्ण भूमिका निभाई थी। युवराज सिंह ने अपने इंटरनेशनल करियर की शुरुआत वर्ष 2000 में केन्या के खिलाफ की थी। वर्ष 2007 के T-20 वर्ल्ड कप में क्रिस ब्रॉड की 6 गेंदों पर 6 छक्के लगाकर उन्होंने विश्व रिकॉर्ड कायम किया था। युवराज सिंह ने अपने अंतर्राष्ट्रीय करियर में 40 टेस्ट मैच खेले और 1900 रन बनाए। साथ ही 304 एकदिवसीय मैचों में उन्होंने 87.68 के औसत से 8701 रन बनाए। T-20 में युवराज सिंह ने 58 मैचों में 1177 रन बनाए। उन्होंने अपने करियर का आखिरी एकदिवसीय मैच 30 जून, 2017 को वेस्ट इंडीज के खिलाफ खेला था। उन्हें 2012 में अर्जुन पुरस्कार और 2014 में पद्म श्री से सम्मानित किया गया|
  • फ्राँस के राफेल नडाल ने ऑस्ट्रिया के डॉमिनिक थिएम को हराकर रिकॉर्ड 12वीं बार फ्रेंच ओपन टेनिस का पुरुष एकल खिताब जीत लिया। नडाल ने फ्रेंच ओपन में अब तक सिर्फ दो मैच हारे हैं और 93 मैचों में जीत हासिल की है। नडाल 12 बार इस प्रतियोगिता के फाइनल में पहुँचे और हर बार उन्होंने खिताब जीता। उन्होंने 2005 से 2008, 2010 से 2014 और 2017 से 2019 तक फ्रेंच ओपन का पुरुष एकल खिताब जीता है। इसके अलावा ऑस्ट्रेलिया की एश्ले बार्टी ने अपना पहला ग्रैंड स्लैम खिताब जीता। इस ग्रैंड स्लैम टूर्नामेंट के महिला एकल के फाइनल में उन्होंने चेक गणराज्य की माकेर्ता वोनद्रोउसोवा को पराजित किया।