Rapid Fire (करेंट अफेयर्स): 29 अप्रैल, 2020 | 29 Apr 2020

इरफान खान

29 अप्रैल, 2020 को भारतीय फिल्म जगत के मशहूर अभिनेता इरफान खान का 54 वर्ष की उम्र में निधन हो गया है। ध्यातव्य है कि इरफान खान न्यूरोएंडोक्राइन ट्यूमर (Neuroendocrine Tumor) से पीड़ित थे और इस बीमारी के उपचार के लिये वे लंदन भी गए थे। पद्म श्री पुरस्कार से सम्मानित इरफान खान का जन्म 7 जनवरी, 1967 को जयपुर में हुआ था। जयपुर से परास्नातक की डिग्री प्राप्त करने के पस्चात् इरफान ने वर्ष 1984 में राष्ट्रीय नाट्य विद्यालय (National School of Drama-NSD) में दाखिला लिया और वहाँ से अभिनय में अपनी शिक्षा पूरी करने के बाद वे मुंबई चले गए। इरफान खान ने अपनी कैरियर की शुरुआत टेलिविज़न से की थी। बॉलीवुड में इरफान खान की पहली फिल्म ‘सलाम बॉम्बे’ वर्ष 1998 में आई थी। इरफान खान ने अपने 30 वर्ष से लंबे फिल्मी कैरियर में 100 से अधिक फिल्में की थीं। उन्होंने भारतीय फिल्मों के अतिरिक्त अमेरिकी तथा ब्रिटिश फिल्मों में भी अपने बेहतरीन अभिनय का प्रदर्शन किया। इरफान खान को वर्ष 2011 में भारत सरकार द्वारा पद्मश्री से सम्मानित किया गया था। 60वें राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कार (वर्ष 2012) में इरफान खान को फिल्म ‘पान सिंह तोमर’ में अभिनय के लिये श्रेष्ठ अभिनेता का पुरस्कार भी दिया गया था। इरफान खान की कुछ प्रसिद्ध फिल्मों में हिंदी मीडियम, अंग्रेजी मीडियम, द नेमसेक, लाइफ इन ए मेट्रो, पान सिंह तोमर, द लंचबॉक्स, पीकू, लाइफ ऑफ पाई, जुरैसिक वर्ल्ड और मदारी आदि शामिल हैं।

असम में पत्रकारों के लिये बीमा

देश भर में कोरोनावायरस महामारी का प्रकोप दिन-प्रति-दिन बढ़ता जा रहा है, सरकार द्वारा इस महामारी को रोकने के लिये उठाए गए विभिन्न कदमों के बावजूद देश के कुछ विशिष्ट हिस्सों में इसे रोकना अपेक्षाकृत काफी चुनौतीपूर्ण हो गया है। ऐसे में महामारी के फ्रंटलाइन में खड़े लोगों के लिये संक्रमण का खतरा और अधिक बढ़ गया है। ध्यातव्य है कि मीडियाकर्मी 24 घंटे इस वायरस से संबंधित सूचनाओं को आम लोगों तक पहुँचाने में लगे हैं, जिसके कारण वे इस महामारी के प्रति काफी संवेदनशील हो गए हैं। इस स्थिति के मद्देनज़र असम के मुख्यमंत्री सर्बानंद सोनोवाल (Sarbananda Sonowal) ने मीडियाकर्मियों की सराहना करते हुए राज्य के पत्रकारों के लिये 50 लाख रुपए के बीमा कवर की घोषणा की है। पत्रकारों के संबंध में यह निर्णय असम मंत्रिमंडल की बैठक में लिया गया। ध्यातव्य है कि इससे पूर्व हरियाणा सरकार ने भी राज्य के पत्रकारों के लिये 10 लाख रुपए के बीमा कवर की घोषणा की थी। असम में कोरोनावायरस संक्रमण के कुल 38 मामले सामने आए हैं और इसके कारण 1 व्यक्ति की मृत्यु हुई है।

अंतर्राष्ट्रीय नृत्य दिवस

प्रत्येक वर्ष 29 अप्रैल को वैश्विक स्तर पर अंतर्राष्ट्रीय नृत्य दिवस (International Dance Day) का आयोजन किया जाता है। संपूर्ण विश्व में अंतर्राष्ट्रीय नृत्य दिवस के आयोजन का उद्देश्य जनसाधारण के मध्य नृत्य की महत्ता को उजागर करना और पूरे विश्व में नृत्य को शिक्षा की सभी प्रणालियों में एक उचित स्थान प्रदान करना है। इस दिवस की शुरुआत 29 अप्रैल, 1982 को यूनेस्को (UNESCO) के अंतर्राष्ट्रीय थिएटर इंस्टीट्यूट की अंतर्राष्ट्रीय डांस कमेटी द्वारा की गई थी। अंग-प्रत्यंग एवं मनोभावों के साथ की गई नियंत्रित यति-गति को नृत्य कहा जाता है। भरत मुनि (द्वितीय शताब्दी ईसा पूर्व) का ‘नाट्यशास्त्र’ शास्त्रीय नृत्य पर प्राचीन ग्रंथ के रूप में उपलब्ध है, जो नाटक, नृत्य और संगीत कला की स्रोत-पुस्तक है। भारतीय नृत्यकला को दो वर्गों में बाँटा जाता है- (i) शास्त्रीय नृत्य (ii) लोक एवं जनजातीय नृत्य। शास्त्रीय नृत्य जहाँ शास्त्र-सम्मत एवं शास्त्रानुशासित होता है, वहीं लोक एवं जनजातीय नृत्य विभिन्न राज्यों के स्थानीय एवं जनजातीय समूहों द्वारा संचालित होते हैं और इनका कोई निर्धारित नियम-व्याकरण या अनुशासन नहीं होता।

ब्रिटेन की बाउंस बैक स्कीम

ब्रिटेन ने कोरोनावायरस (COVID-19) महामारी लॉकडाउन के कारण संकट का सामना कर रहे छोटे कारोबारियों की मदद के लिये ‘बाउंस बैक लोन स्कीम’ (Bounce Back Loan scheme) की शुरूआत की है। यह योजना 100 प्रतिशत राज्य द्वारा वित्तपोषित होगी। इस योजना के तहत पात्र छोटे कारोबारी प्रथम 12 महीनों के लिये दो हज़ार पाउंड से 50 हज़ार पाउंड तक के ब्याज मुक्त ऋण हेतु ऑनलाइन आवेदन कर सकते हैं। उल्लेखनीय है कि ब्रिटेन ने COVID-19 महामारी के कारण जान गंवाने वाले राष्‍ट्रीय स्‍वास्‍थ्‍य सेवाकर्मियों के परिवार के लिये 60 हज़ार पाउंड की बीमा योजना की घोषणा भी की है। ब्रिटेन में अब तक 161000 से अधिक लोगों में कोरोना संक्रमण की पुष्टि हुई है। वहीं ब्रिटेन में इस महामारी से 23000 लोगों की मौत हुई है।