Rapid Fire (करेंट अफेयर्स): 09 मई, 2020 | 09 May 2020

ओलिव रिडले कछुए

इस वर्ष मार्च महीने में ओड़िशा के समुद्र तट (रुशिकुल्या नदी के मुहाने के पास) पर लगभग 7 लाख 90 हजार ओलिव रिडले कछुओं (Olive Ridley turtles) अंडे देने के लिये पहुँचे थे जिनसे अब लाखों की संख्‍या में छोटे-छोट बच्‍चे बाहर निकल आए हैं। जिसके चलते उड़ीसा का समुद्र तट इन नन्‍हें कछुओं से भर चुका हैं। ओलिव रिडले समुद्री कछुओं (Lepidochelys Olivacea) को ‘प्रशांत ओलिव रिडले समुद्री कछुओं’ के नाम से भी जाना जाता है। यह मुख्य रूप से प्रशांत, हिंद और अटलांटिक महासागरों के गर्म जल में पाए जाने वाले समुद्री कछुओं की एक मध्यम आकार की प्रजाति है। ये माँसाहारी होते हैं। पर्यावरण संरक्षण की दिशा में काम करने वाला विश्व का सबसे पुराना और सबसे बड़ा संगठन आईयूसीएन (IUCN) द्वारा जारी रेड लिस्ट में इसे अतिसंवेदनशील (Vulnerable) प्रजातियों की श्रेणी में रखा गया है। ओलिव रिडले कछुए हज़ारों किलोमीटर की यात्रा कर ओडिशा के गंजम तट पर अंडे देने आते हैं और फिर इन अंडों से निकले बच्चे समुद्री मार्ग से वापस हज़ारों किलोमीटर दूर अपने निवास-स्थान पर चले जाते हैं।

विश्व रेडक्रॉस दिवस

विश्व भर में 8 मई को ‘विश्व रेड क्रॉस दिवस’ (World Red Cross Day) मनाया जाता है। ‘रेड क्रॉस’ एक ऐसी अंतर्राष्ट्रीय संस्‍था है जो बिना किसी भेदभाव के युद्ध, महामारी एवं प्राकृतिक आपदा की स्थिति में लोगों की रक्षा करती है। इस संस्था का मुख्य उद्देश्य विपरीत परिस्थितियों में लोगों के जीवन को बचाना है। उल्लेखनीय है कि रेड क्रॉस के जनक ‘जीन हेनरी ड्यूनैंट’ का जन्म 8 मई, 1828 को हुआ था। जिनके जन्मदिन को ही ‘विश्व रेड क्रॉस दिवस’ (World Red Cross Day) के तौर पर मनाया जाता है। ध्यातव्य है कि समाज की भलाई के लिये किये गए कार्यों को देखते हुए उन्‍हें वर्ष 1901 में पहला नोबेल शांति पुरस्कार मिला था। ‘इंटरनेशनल कमेटी ऑफ द रेड क्रॉस’ (ICRC) की स्थापना जीन हेनरी ड्यूनैंट द्वारा वर्ष 1863 में हुई थी। इसका मुख्यालय स्विटज़रलैंड के जेनेवा में है। गौरतलब है कि प्रथम विश्व युद्ध के बाद फैली त्रासदी एवं सैनिकों की लाशों के साथ किये गए अमानवीय व्यवहार को देखते हुए एक ऐसी संस्‍था की जरूरत महसूस की गई जो विपरीत स्थिति में बिना भेदभाव के काम कर सके। ICRC को तीन अवसरों (1917, 1944 और 1963 में) पर नोबेल शांति पुरस्कार से सम्मानित किया जा चुका है। भारत में ‘इंडियन रेडक्रॉस सोसाइटी’ का गठन वर्ष 1920 में हुआ था। 

e-mail के जरिये राष्ट्रीय खेल पुरस्कारों का नामांकन 

राष्ट्रीय खेल पुरस्कारों में विभिन्न पहलुओं को शामिल करते हुए खिलाड़ियों को देश का सर्वोच्च खेल पुरस्कार ‘राजीव गांधी खेल रत्न’ एवं ‘अर्जुन पुरस्कार’ प्रदान किये जाते हैं। खेलों के प्रशिक्षण क्षेत्र में उत्कृष्ट योगदान के लिये ‘द्रोणाचार्य पुरस्कार’ दिया जाता है जबकि ‘ध्यान चंद पुरस्कार’ लाइफटाइम एचीवमेंट के लिये दिया जाता है। गौरतलब है कि इस बार खेल मंत्रालय ने COVID-19 के प्रकोप के कारण लॉकडाउन के चलते नामांकन की कागज़ी प्रक्रिया के बजाय ऑनलाइन प्रक्रिया (ईमेल द्वारा) को अपनाया है।