प्रीलिम्स फैक्ट्स : 24 दिसंबर, 2018 | 24 Dec 2018

बौद्ध स्थल संग्रहालय (Buddhist site museum)

Buddhist Site Museum

ओडिशा की प्रारंभिक बौद्ध बस्तियों में से एक, ललितगिरि जहाँ खुदाई में प्राचीन मुहरें और शिलालेख मिले हैं, को एक संग्रहालय के रूप में परिवर्तित किया गया है।

  • कटक ज़िले में स्थित यह संग्रहालय रत्नागिरी और कोणार्क के बाद भारतीय पुरातत्त्व सर्वेक्षण (Archaeological Survey of India) के भुवनेश्वर सर्कल का तीसरा स्थल संग्रहालय है।
  • संग्रहालय परिसर 4,750 वर्ग मीटर के क्षेत्रफल में फैला हुआ है। भवन और सभागार का निर्माण 1,310 वर्ग मीटर से अधिक क्षेत्रफल में किया गया है।
  • इस परिसर का निर्माण 10 करोड़ रुपए की लागत से किया गया है।
  • ललितगिरि में उत्खनन से चार मठों के अवशेष मिले हैं, जो मौर्य काल से लेकर 13वीं शताब्दी तक की सांस्कृतिक निरंतरता को दर्शाते हैं।
  • इस संग्रहालय का प्रमुख आकर्षण महास्तूपों (Mahastupta) के अंदर पाए जाने वाले शारीरिक अवशेष हैं।
  • संग्रहालय में बुद्ध की विशाल मूर्तियों, विहार और चैत्य के स्थापत्य खंडों को काल-क्रम के अनुसार व्यवस्थित किया गया है।
  • केंद्रीय गैलरी का निर्माण को बुद्ध मंडल (Buddha Mandala) के पीछे किया गया है, जिसे केंद्र में बुद्ध की विशाल मूर्ति और उसके चारों ओर छह बोधिसत्व चित्रों के साथ बनाया गया है।

सूचना समेकन केंद्र - हिंद महासागर क्षेत्र Information Fusion Centre – Indian Ocean Region (IFC-IOR)


22 दिसंबर, 2018 को सूचना प्रबंधन और विश्लेषण केंद्र (Information Management and Analysis Centre- IMAC) गुरुग्राम में ‘सूचना समेकन केंद्र-हिंद महासागर क्षेत्र’ (IFC-IOR) का शुभारंभ किया गया।

लाभ

  • IFC-IOR की स्थापना से पूरे क्षेत्र में आपसी सहयोग और सूचना का आदान-प्रदान सुनिश्चित होगा। इसके अलावा, यह क्षेत्र में व्याप्त चिंताओं और खतरों को समझने में भी सहायक होगा।
  • IFC-IOR समुद्री सुरक्षा बढ़ाने के लिये भागीदारों देशों और अंतर्राष्ट्रीय एजेंसियों के साथ मिलकर काम करेगा।

IFC-IOR की आवश्यकता

  • हिंद महासागर क्षेत्र विश्व व्यापार और कई देशों की आर्थिक समृद्धि के लिये महत्त्वपूर्ण है क्योंकि दुनिया का 75% से अधिक समुद्री व्यापार और 50% वैश्विक तेल व्यापार IOR से होकर गुजरता है।
  • हालाँकि, समुद्री आतंकवाद, समुद्री डकैती, मानव और अंतर्जनपदीय तस्करी, अवैध एवं अनियमित रूप से मछली पकड़ना, हथियार चलाना तथा अवैध शिकार करना इस क्षेत्र सुरक्षा के साथ-साथ समुद्री सुरक्षा के लिये चुनौती उत्पन्न करते हैं।
  • इन चुनौतियों का सामना करने के लिये इस क्षेत्र में समुद्री गतिविधियों की बढ़ती स्थितिजन्य जागरूकता की आवश्यकता है ताकि सुरक्षा एजेंसियों को प्रभावी ढंग से कार्य करने में सक्षम बनाया जा सके।

राष्ट्रीय अखण्डता के लिये सरदार पटेल पुरस्कार

  • हाल ही में प्रधानमंत्री मोदी ने राष्ट्रीय अखण्डता के लिए सरदार पटेल पुरस्कार की घोषणा की।
  • यह नया पुरस्कार राष्ट्रीय एकीकरण को और बढ़ाने की दिशा में असाधारण प्रयासों के लिये दिया जाएगा।
  • सरदार पटेल ने भारत को एकजुट करने के लिये अपना जीवन समर्पित कर दिया था।
  • राष्ट्रीय अखण्डता के लिये घोषित किया गया यह पुरस्कार सरदार वल्लभ भाई पटेल के लिये उचित श्रद्धांजलि होगी और यह अधिक से अधिक लोगों को भारत की एकता तथा राष्ट्रीय अखण्डता को बढ़ाने की दिशा में काम करने के लिये प्रेरित करेगा।