प्रीलिम्स फैक्ट्स : 15 दिसंबर, 2018 | 15 Dec 2018

महिला किसान अवार्ड कार्यक्रम (Mahila Kisan Awards Programme)


‘महिला किसान अवार्ड’
कार्यक्रम एक रियलिटी शो है जिसकी शुरुआत डीडी किसान चैनल ने की है।

  • यह अपनी तरह का पहला कार्यक्रम है।
  • इस कार्यक्रम में जम्मू-कश्मीर, पूर्वोत्तर क्षेत्र के सभी राज्यों, आंध्र प्रदेश, तेलंगाना, पश्चिम बंगाल, पंजाब, हरियाणा, गोवा, बिहार, झारखंड, गुजरात, महाराष्ट्र, छत्तीसगढ़, मध्य प्रदेश, उत्तर प्रदेश एवं अन्य राज्यों सहित देशभर की महिला किसान भाग लेंगी।
  • इस कार्यक्रम के प्रतियोगियों का चयन भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद (Indian Council of Agricultural Research) ने किया है। कार्यक्रम की प्रत्येक कड़ी में दो महिला किसानों को शामिल किया जाएगा और उनकी उपलब्धियों के बारे मेंचर्चा की जाएगी।

ज्ञानपीठ पुरस्कार 2018 (Jnanpith Award 2018)


प्रसिद्ध उपन्यासकार अमिताव घोष को वर्ष 2018 के ज्ञानपीठ पुरस्कार के लिये चुना गया है। उल्लेखनीय है कि भारतीय ज्ञानपीठ द्वारा दिया जाने वाला यह 54वाँ ज्ञानपीठ पुरस्कार है। उल्लेखनीय है कि ऐसा पहली बार हुआ है जब अंग्रेजी भाषा के किसी लेखक को यह पुरस्कार दिया गया है  

  • 2017 में यह पुरस्कार प्रसिद्ध हिंदी साहित्यकार ‘कृष्णा सोबती’ को दिया गया था।
  • यह पुरस्कार साहित्य के क्षेत्र में उत्कृष्ट योगदान देने वाले लेखक को दिया जाता है।
  • पहली बार ज्ञानपीठ पुरस्कार वर्ष 1965 में मलयालम साहित्यकार जी. शंकर कुरुप को दिया गया था।
  • भारतीय ज्ञानपीठ (Bhartiiya Jnanpith) द्वारा संविधान की 8वीं अनुसूची में वर्णित 22 भारतीय भाषाओं में लेखन करने वाले साहित्यकार को साहित्य के क्षेत्र में आजीवन योगदान हेतु यह पुरस्कार प्रदान किया जाता है।
  • इस पुरस्कार के तहत 11 लाख रुपए की धनराशि, प्रशस्ति-पत्र तथा वाग्देवी की काँसे की प्रतिमा प्रदान की जाती है।

अमिताव घोष

  • सबसे प्रमुख समकालीन भारतीय लेखकों में से एक घोष को The Shadow Lines, The Glass Palace, The Hungry Tide, the Ibis Trilogy: Sea of Poppies, River of Smoke, The Calcutta Chromosome तथा Flood of Fire जैसे उपन्यासों की श्रृंखला के लिये जाना जाता है।
  • घोष को उनके उपन्यास द शैडो लाइंस (Shadow Lines) के लिये साहित्य अकादमी पुरस्कार से भी सम्मानित किया जा चुका है।
  • वर्ष 2007 में उन्हें पद्मश्री पुरस्कार से सम्मानित किया गया था।
  • उनकी सबसे नवीनतम किताब, द ग्रेट डिरेंजमेंट; क्लाइमेट चेंज एंड द अनथिंकेबल (The Great Derangement; Climate Change and the Unthinkable) है जो कि वर्ष 2016 में प्रकाशित हुई थी।

इंडिया पोस्ट का ई-कॉमर्स पोर्टल


हाल ही में संचार मंत्रालय ने डाक विभाग (DoP) का ई-कॉमर्स पोर्टल लॉन्च किया है।

DoP

  • भारत में ई-कॉमर्स वेबसाइटों की बढ़ती लोकप्रियता के मद्देनज़र इंडिया पोस्ट ने भी अपना ई-कॉमर्स पोर्टल लॉन्च कर दिया है।
  • यह पोर्टल ग्रामीण कारीगरों/स्वयं सहायता समूहों/महिला उद्यमियों/राज्य और केंद्रीय पीएसयू/स्वायत्त निकायों आदि को पूरे भारत में अपना उत्पाद बेचने हेतु ई-मार्केट स्थान प्रदान करेगा।
  • छोटे और स्थानीय विक्रेताओं, जो ई-कॉमर्स के क्षेत्र में पीछे छूट गए हैं, अब डाक विभाग के विशाल नेटवर्क का लाभ उठाकर अपनी पहुँच और खुदरा बिक्री को अधिकतम करने में सक्षम होंगे।
  • खरीदार उक्त पोर्टल पर विक्रेताओं द्वारा प्रदर्शित उत्पादों तक पहुँच सकते हैं और डिजिटल भुगतान करके ऑनलाइन ऑर्डर दे सकते हैं। खरीदे गए उत्पादों को स्पीड पोस्ट के माध्यम से भेज दिया जाएगा।
  • लॉन्च किये गए इस पोर्टल में लोग बेहद सस्ते दामों पर कई सारे उत्पाद खरीद सकेंगे। इंडिया पोस्ट के इस ई-कॉमर्स पोर्टल से अमेज़न और फ्लिपकार्ट जैसी कंपनियों को कड़ी टक्कर मिलने की संभावना है।
  • इंडिया पोस्ट द्वारा लॉन्च किये गए इस पोर्टल की खासियत यह है कि यहाँ से खरीदे गए उत्पादों को देश के हर कोने में डिलीवर किया जाएगा। खरीदे गए उत्पादों की डिलीवरी डाकिये द्वारा की जाएगी।
  • ध्यातव्य है कि देश के हर छोटे गाँव-देहात में डाकघर हैं, इन्हीं डाकघरों के ज़रिये उत्पादों की डिलीवरी संभव हो पाएगी।