प्रीलिम्स फैक्ट्स : 27 अक्टूबर, 2018 | 27 Oct 2018

एक्सपो सिहाक

हाल ही में मेक्सिको के सिटिबानामेक्स सेंटर में निर्माण उद्योग की एक प्रमुख गतिविधि के रूप में एक्सपो सिहाक प्रदर्शनी का आयोजन किया गया। भारत की ओर से भारतीय व्यापार संवर्द्धन परिषद (टीपीसीआई)निर्माण क्षेत्र से संबद्ध इस प्रदर्शनी में 45 कंपनियों ने भाग लिया।

  • ये कंपनियाँ निर्माण उद्योग से जुड़े विभिन्न क्षेत्रों से संबद्ध हैं, जैसे- भवन निर्माण सामग्री, उपकरण, आंतरिक साज-सज्जा, विनिर्माण और सेरामिक टाइलों का विपणन आदि।
  • मेक्सिको शहर में एक्सपो सिहाक के साथ भारत ने अपने प्रमुख निर्यात संवर्द्धन कार्यक्रम ‘सोर्स इंडिया मेक्सिको’ का भी आयोजन किया।
  • भारत के सेरामिक उद्योग ने 1 वर्ष के भीतर सेरामिक उत्पादों के निर्यात से 1 अरब 24 करोड़ 30 लाख डॉलर का व्यापार किया है। मेक्सिको में व्यापार की काफी संभावनाएँ हैं क्योंकि भारत से वहाँ निर्यातित सेरामिक उत्पादों का मूल्य मात्र 7.38 करोड़ डॉलर है।

इन्वेस्ट इंडिया

भारत के निवेश संवर्द्धन निकाय ‘इनवेस्ट इंडिया’ को सतत् विकास में निवेश को प्रोत्साहन के लिये संयुक्त राष्ट्र का विशिष्टता पुरस्कार प्रदान किया गया है। आर्मेनियाई  राष्ट्रपति आर्मेन सर्किसियन द्वारा इनवेस्ट इंडिया के सीईओ दीपक बागला को जेनेवा में विश्व निवेश मंच में यह सम्मान प्रदान किया गया।

  • इस कार्यक्रम में दस राष्ट्राध्यक्षों और 50 देशों के मंत्रियों ने भाग लिया।
  • इस कार्यक्रम के अंतर्गत बहरीन, लेसोथो और दक्षिण अफ्रीका की एजेंसियों को भी सम्मानित किया गया।
  • यह कार्यक्रम अंकटाड (United Nations Conference on Trade and Development - UNCTAD) द्वारा आयोजित किया गया। इसमें निवेश संवर्द्धन एजेंसियों (Investment Promotion Agencies - IPAs) और उनसे संबंधित सरकारों को उनके द्वारा हासिल उपलब्धियों के लिये सम्मानित किया जाता है।

पृष्ठभूमि

  • नीति और संवर्द्धन विभाग (Department of Industrial Policy and Promotion) के तहत ‘इन्‍वेस्‍ट इंडिया’ एक गैर-लाभकारी कंपनी है।
  • राष्ट्रीय निवेश संवर्द्धन और सुविधा एजेंसी के रूप में ‘इन्‍वेस्‍ट इंडिया’ भारत में सतत् निवेश को सक्षम करने के लिये क्षेत्र विशिष्ट निवेशक लक्ष्यीकरण और नई साझेदारी के विकास पर केंद्रित उपक्रम है।

विश्व का सबसे लंबा समुद्री पुल

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चीन में दुनिया के सबसे लंबे समुद्री पुल (55 किमी.) को आधिकारिक तौर पर यातायात के लिये खोल दिया गया है।

  • यह पुल हॉन्गकॉन्ग, मकाऊ और चीन के जुहाई शहर को जोड़ता है।
  • इस  पुल को हॉन्गकॉन्ग पर चीन द्वारा अधिक नियंत्रण करने के हिस्से के रूप में भी देखा जा रहा है कि उल्लेखनीय है हॉन्गकॉन्ग शहर को ब्रिटिश उपनिवेश ने उच्च स्वायत्तता और व्यक्तिगत स्वतंत्रता को संरक्षित करने के चीन के वादे के साथ 1997 में चीन को लौटा दिया था।
  • इस पुल का निर्माण कार्य वर्ष 2009 में प्रारंभ किया गया। उल्लेखनीय है कि इस पुल के निर्माण का प्रस्ताव पहली बार 1980 के दशक के अंत में किया गया था, लेकिन उस समय हॉन्गकॉन्ग की ब्रिटिश औपनिवेशिक सरकार ने इसका विरोध किया था, क्योंकि वह उस विकास के प्रति सचेत थी जो शहर को कम्युनिस्ट चीन की तरफ आकर्षित कर सकता था।
  • यह पुल पर्ल रिवर एस्चुरी के लिंगदिंग्यांग जल क्षेत्र में बनाया गया है।

संबल: एक लोक वाद्य यंत्र 

संबल, यानी झिल्लीफोन अथवा ड्रम, एक लोक वाद्य यंत्र है जिसका इस्तेमाल देवी तुलजभवानी के सम्मान में की जाने वाली गोंधळ पूजा के दौरान किया जाता है। यह कोंकणिस और गोंडलिस का एक पारंपरिक ड्रम है, ऐसे समुदाय जो देवी के गीत गाते हैं, इस यन्त्र का इस्तेमाल करते हैं।

  • इसमें दो ड्रम आपस में जुड़े होते हैं लेकिन दोनों की ध्वनि में अंतर होता है। इसे स्टिक से बजाया जाता है। 

प्रमुख विशेषताएँ

  • ये दो ड्रम आमतौर पर आकार और ऊँचाई में भिन्न होते हैं। इस यंत्र के दोनों तरफ लकड़ी की छड़ों, जिनके किनारे अलग-अलग आकार के होते हैं और जिसमें से एक सादा और सीधा होता है, जबकि दूसरा गोलाकार टिप का होता है।
  • इस यंत्र को कमर के चारों ओर बांध कर इस्तेमाल किया जाता (विशेष रूप से गणपति विसर्जन) है। कलाकारों द्वारा ड्रम को ज़मीन पर रखकर भी बजाया जाता है।
  • विवाह एवं धार्मिक उत्सवों के साथ-साथ इस यंत्र का इस्तेमाल सामाजिक कार्यक्रमों में भी किया जाता है।  
  • 12वीं शताब्दी में निर्मित प्रसिद्ध तुलजभवानी मंदिर में प्रत्येक आरती के बाद संबल का प्रदर्शन किया जाता है। सुबह 5 बजे पूजा की शुरुआत से पहले मंदिर में बड़े ड्रमों के माध्यम से भक्तों को पूजा के बारे में सूचित किया जाता है। इस अनुष्ठान को चौगाडा (Chaugada) कहा जाता है।