प्रीलिम्स फैक्ट्स : 16 अक्टूबर, 2018 | 16 Oct 2018

अन्नपूर्णा देवी

हाल ही में हिंदुस्तानी शास्त्रीय संगीत की प्रसिद्द संगीतकार अन्नपूर्णा देवी का 91 वर्ष की आयु में निधन हो गया।

  • अन्नपूर्णा देवी का जन्म 1923 में मध्य प्रदेश के मैहर शहर में हुआ था।
  • उनके पिता अलाउद्दीन खाँ मैहर घराने के संस्थापक तथा महाराजा बृजनाथ सिंह के दरबारी संगीतकार थे। अन्नपूर्णा देवी का वास्तविक नाम रोशन आरा था और महाराजा बृजनाथ सिंह ने उनका नाम अन्नपूर्णा देवी रखा था।
  • उनका विवाह पंडित रविशंकर के साथ हुआ था जो कि उनके पिता के शिष्य थे। लेकिन विवाह के 21 वर्षों के बाद पंडित रवि शंकर से उनका संबंध टूट गया था।
  • वर्ष 1977 में उन्हें पद्म भूषण से सम्मानित किया गया था।
  • वह एक प्रसिद्द सुरबहार वादक थीं। 

सुरबहार वाद्य यंत्र

  • सुरबहार सितार का ही एक अन्य रूप है। यह आकार में सितार से बड़ा होता है।
  • यह लकड़ी का बना होता है। 
  • इसके तार सितार की तुलना में अधिक मोटे होते हैं।
  • इसको बजाने की तकनीक सितार के समान ही होती है लेकिन सुरबहार की आवाज़ अधिक गहरी (गंभीर) होती है।

जीडी अग्रवाल

हाल ही में प्रोफेसर जीडी अग्रवाल का निधन हो गया। उन्हें स्वामी ज्ञान स्वरुप सानंद के नाम से भी जाना जाता था। उल्लेखनीय है कि गंगा की सफाई को लेकर वे पिछले 111 दिनों से अनशन पर थे।

  • इनका पूरा नाम गुरु दास अग्रवाल था।
  • उन्होंने बर्कले की यूनिवर्सिटी ऑफ कैलिफोर्निया से पर्यावरण इंजीनियरिंग में पीएचडी की डिग्री हासिल की और पर्यावरण विषय पर कई किताबें भी लिखीं। 
  • उन्होंने कानपुर आईआईटी में पर्यावरण इंजीनियरिंग के प्रोफेसर के रूप में भी काम किया। प्रोफेसर जीडी अग्रवाल को 1979-80 में केंद्र की प्रदूषण नियंत्रण इकाई केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड का पहला सदस्य सचिव नियुक्त किया गया था।
  • उन्होंने भागीरथी नदी पर एक परियोजना के विरोध में 38 दिनों तक अनशन किया था जिसके परिणामस्वरूप सरकार को इस परियोजना पर रोक लगानी पड़ी थी। 
  • उन्होंने गंगा में हो रहे अवैध खनन, बांधों जैसे बड़े निर्माण को रोकने और गंगा की सफ़ाई को लेकर लगातार आवाज़ उठाई।