प्रीलिम्स फैक्ट्स : 03 नवंबर, 2018 | 03 Nov 2018

पाथेर पांचाली

हाल ही में बीबीसी कल्चर ने विश्व की 100 बेहतरीन फिल्मों की सूची जारी की। बीबीसी द्वारा जारी इस सूची में भारत की केवल एक फिल्म जगह बनाने में सफल रही है।

      • सत्यजीत रे निर्मित फिल्म पाथेर पंचाली ने इस सूची में पंद्रहवाँ स्थान हासिल किया है। जबकि अकीरा कुरोसोवा द्वारा निर्देशित जापान की फिल्म 'सेवेन समुराय' (Seven Samurai) इस सूची में प्रथम स्थान पर है।
      • फिल्म पाथेर पंचाली वर्ष 1955 में रिलीज़ हुई थी।
      • फ्राँस में प्रत्येक वर्ष आयोजित किये जाने वाले कान्स फिल्म फेस्टिवल में इस फिल्म को ‘बेस्ट ह्यूमन डाक्यूमेंट’ का विशेष पुरस्कार भी दिया जा चुका है।
      • यह फिल्म काफी हद तक बांग्ला लेखक विभूतिभूषण बंदोपाध्याय के उपन्यास से प्रभावित है।

बायोफैच इंडिया

25-27 अक्तूबर, 2018 को नई दिल्ली में बायोफैच इंडिया के दसवें संस्करण का आयोजन किया गया।

        • बायोफैच इंडिया कृषि और प्रसंस्‍कृत खाद्य उत्‍पाद निर्यात विकास प्राधिकरण (Agricultural and Processed Food Products Export Development Authority (APEDA) तथा भारत-जर्मनी वाणिज्‍य मंडल द्वारा आयोजित कार्बनिक उद्योग के बारे में विश्‍व का सबसे बड़ा सम्मेलन है।

APEDA के बारे में

        • कृषि और प्रसंस्‍कृत खाद्य उत्‍पाद निर्यात विकास प्राधिकरण (APEDA) की स्थापना दिसंबर, 1985 में संसद द्वारा पारित कृषि और प्रसंस्कृत खाद्य उत्पाद निर्यात विकास प्राधिकरण अधिनियम के अंतर्गत भारत सरकार द्वारा की गई।
        • प्राधिकरण ने संसाधित खाद्य निर्यात प्रोत्साहन परिषद का स्थान लिया।

टेक्नोलॉजी सुविधा केंद्र

हाल ही में असम के ज़ोरहट जिले में सीएसआईआर-पूर्वोत्तर विज्ञान और प्रौद्योगिकी संस्थान (NEIST) के परिसर में ‘टेक्नोलॉजी सुविधा केंद्र’ की आधारशिला रखी गई।

          • इस नए विज्ञान केंद्र की स्थापना का खर्च पूर्वोत्तर क्षेत्र विकास मंत्रालय द्वारा वहन किया जाएगा। उल्लेखनीय है कि मंत्रालय ने इस निर्माण की शुरुआत के लिये 40 करोड़ रुपए आवंटित किये हैं।
          • नया विज्ञान केंद्र तेज़ी से विकास के लिये एक तकनीकी और मध्यवर्ती उत्प्रेरक का काम करेगा, जिससे पूर्वोत्तर राज्य भारत के कुछ पश्चिमी राज्यों की सफलता दर के बराबर पहुँच सकेंगे।

‘आवाज़ाही में सुगमता’ सूचकांक

सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्रालय ने 1 नवंबर, 2018 को भारत का पहला ‘आवाज़ाही में सुगमता’ सूचकांक 2018 जारी किया।

          • यह सूचकांक उन सूचनाओं का स्रोत है जिससे पारगमन एजेंसियों और शहरी योजनाकारों को सूचनाओं पर आधारित निर्णय लेने और नियमित रूप से यात्रा करने वालों की पसंद के अनुरूप सटीक समाधान या साधन पेश करने में मदद मिलेगी।
          • यह रिपोर्ट ओला मोबिलिटी इंस्‍टीट्यूट द्वारा तैयार की गई है जो ओला की अनुसंधान एवं सामाजिक नवाचार इकाई है।
          • रिपोर्ट के निष्कर्षों के रूप में, 80 प्रतिशत यात्रियों ने कोलकाता के सार्वजनिक परिवहन को उचित और उनके किराये को वहन करने योग्य पाया।