प्रीलिम्स फैक्ट्स : 01 नवंबर, 2018 | 01 Nov 2018

संयुक्त राष्ट्र मानवाधिकार पुरस्कार

पाकिस्तान की मानवाधिकार कार्यकर्त्ता आसमा जहाँगीर को मरणोपरांत संयुक्त राष्ट्र मानवाधिकार पुरस्कार से सम्मानित किया गया है। वह 25 अक्तूबर को संयुक्त राष्ट्र द्वारा इस पुरस्कार के लिये घोषित चार विजेताओं में से एक थीं। इस पुरस्कार के तीन और विजेता इस प्रकार हैं-

  1. तंजानिया की कार्यकर्त्ता रेबेका गयुमी (Rebecca Gyumi)
  2. ब्राज़ील की पहली स्थानीय अधिवक्ता जोएनिया वापीचना (Joenia Wapichana)
  3. आयरलैंड का मानवाधिकार संगठन ‘फ्रंट लाइन डिफेंडर्स’ (Front Line Defenders)
        • उल्लेखनीय है कि पाकिस्तान में आसमा जहाँगीर से पहले बेगम राणा लियाकत अली खान (1978), बेनज़ीर भुट्टो (2008) मलाला युसूफजई (2013) को इस पुरस्कार से सम्मानित किया जा चुका है।
        • इन पुरस्कारों का वितरण 10 दिसंबर को विश्व मानवाधिकार दिवस के अवसर पर किया जाएगा।
        • 66 वर्षीय जहाँगीर, जिनका 11 फरवरी को दिल का दौरा पड़ने से निधन हो गया था, को स्पष्टवादी स्वभाव और मानव अधिकारों के क्षेत्र में किये गए निरंतर प्रयास के लिये जाना जाता था। वह पाकिस्तान के सुप्रीम कोर्ट बार एसोसिएशन के अध्यक्ष के रूप में सेवा करने वाली पहली महिला थीं।

    धर्म गार्जियन-2018

    भारत और जापान सैन्‍य सहयोग को बढ़ावा देने के लिये प्रथम संयुक्‍त सैन्‍य अभ्‍यास ‘धर्म गार्जियन-2018’ का आयोजन 01 नवंबर से 14 नवंबर, 2018 तक भारत के वैरेंटे में स्थित काउंटर इन्‍सर्जेंसी वारफेयर स्‍कूल में किया जाएगा।

          • इस सैन्‍य अभ्‍यास में भारतीय सेना और जापान ग्राउंड सेल्‍फ डिफेंस फोर्स भाग लेंगे।
          • भारतीय दल का प्रतिनिधित्‍व 6/1 गोरखा रायफल्‍स और जापानी दल का प्रतिनिधित्‍व जापान ग्राउंड सेल्‍फ डिफेंस फोर्स की 32 इन्‍फैंट्री रेजीमेंट करेगी।
          • इस 14 दिवसीय सैन्‍य अभ्‍यास के दौरान दोनों देशों के रक्षा बलों के बीच अंतर-परिचालन पर विशेष ज़ोर दिया जाएगा।
          • दोनों पक्ष शहरों में युद्ध जैसी स्थिति उत्पन्न होने पर संभावित खतरों के निराकरण के लिये सामरिक सैन्‍य अभ्यासों हेतु संयुक्‍त रूप से प्रशिक्षण की व्‍यवस्‍था एवं योजना बनाने के साथ-साथ उनका समुचित कार्यान्‍वयन भी करेंगे।
          • ‘धर्म गार्जियन-2018’ दोनों देशों के बीच रक्षा सहयोग सहित सामरिक संबंधों को सुदृढ़ करने की दिशा में एक महत्त्वपूर्ण कदम है।
          • इस सैन्‍य अभ्‍यास से पारस्‍परिक समझ विकसित करने और एक-दूसरे की सेनाओं के प्रति सम्‍मान भाव उत्‍पन्‍न करने में काफी मदद मिलेगी। इससे आतंकवाद से जुड़े वैश्विक घटनाक्रम पर करीबी नज़र रखने में भी आसानी होगी।

    ट्राईडेंट जंक्चर- 2018

    25 अक्तूबर, 2018 को नार्वे में नाटो का सैन्य अभ्यास ‘ट्राईडेंट जंक्चर- 2018’ शुरू हुआ जो 7 नवंबर, 2018 तक चलेगा।

            • शीतयुद्ध के बाद यह नाटो का सबसे बड़ा सैन्य अभ्यास है।
            • नाटो के 29 देश तथा 2 साझेदार देशों के 50,000 सैनिक, 10,000 वाहन, 65 पोत तथा 250 वायुयान इस अभ्यास में भाग ले रहे हैं।
            • इस अभ्यास में जल, थल और वायु तीनों सेनाएँ शामिल हैं।
            • इस अभ्यास का आयोजन पहली बार 2015 में स्पेन तथा पुर्तगाल में किया गया था।

    नासा का केप्लर टेलीस्कोप

    अंतरिक्ष में नौ वर्षों तक डेटा एकत्र करने के बाद नासा का केप्लर टेलीस्कोप रिटायर हो गया है।

            • उल्लेखनीय है कि इन 9 वर्षों में केप्लर ने 2,600 से अधिक एक्सोप्लैनेट्स की खोज की है।
            • नासा ने केप्लर दूरबीन को 6 मार्च, 2009 को लॉन्च किया था।
            • नासा ने इस टेलीस्कोप को रिटायर करने का फैसला इसका ईंधन ख़त्म होने के कारण लिया।
            • इस दूरबीन ने वैज्ञानिकों को हमारे सौरमंडल से परे अरबों ग्रहों से अवगत कराया और ब्रह्मांड को समझने में उनकी मदद की।