प्रधानमंत्री मातृ वंदना योजना पुरस्कार | 04 Feb 2020

प्रीलिम्स के लिये:

प्रधानमंत्री मातृ वंदना योजना पुरस्कार

मेन्स के लिये:

प्रधानमंत्री मातृ वंदना योजना संबंधी विभिन्न मुद्दे

चर्चा में क्यों?

हाल ही में केंद्रीय महिला एवं बाल विकास मंत्रालय द्वारा नई दिल्‍ली में आयोजित समारोह में राज्‍यों/केंद्रशासित प्रदेशों और ज़िलों को उनके सर्वश्रेष्‍ठ कार्य प्रदर्शन के लिये प्रधानमंत्री मातृ वंदना योजना (Pradhan Mantri Matru Vandana Yojana-PMMVY) पुरस्‍कार प्रदान किये गए।

मुख्य बिंदु:

  • इन पुरस्‍कारों की घोषणा 2 से 8 दिसंबर, 2019 तक आयोजित मातृ वंदना सप्‍ताह के दौरान राज्‍यों/केंद्रशासित प्रदेशों के योजना संबंधी कार्य प्रदर्शन के लिये की गई थी।
  • 2 से 8 दिसंबर, 2019 तक आयोजित मातृ वंदना सप्‍ताह का विषय ‘स्‍वस्‍थ राष्‍ट्र के निर्माण की ओर – सुरक्षित जननी, विकसित धारिणी’ (Towards building a healthy nation – Surakshit Janani, Viksit Dharini) था।

पृष्ठभूमि:

  • PMMVY एक मातृत्‍व लाभ कार्यक्रम है, जो 01 जनवरी, 2017 से देश के सभी ज़िलों में लागू किया जा रहा है।
  • इस योजना के तहत मातृत्‍व और बाल स्‍वास्‍थ्‍य से संबंधित विशिष्‍ट शर्तों को पूरा करने वाले परिवारों के पहले जीवित बच्‍चे के जनन पर गर्भवती महिलाओं और स्तनपान कराने वाली माताओं के बैंक/पोस्‍ट ऑफिस खाते में 5,000 रुपए की नकद प्रोत्‍साहन राशि प्रदान की जाती है।

योजना का क्रियान्वयन:

  • यह योजना महिला एवं बाल विकास विभाग और समाज कल्‍याण विभाग के माध्‍यम से चलाई जा रही है।
  • इस योजना के लिये केंद्रीय महिला एवं बाल विकास मंत्रालय द्वारा राज्‍यों/केंद्रशासित प्रदेशों मे संचालित आँगनवाड़ी सर्विसेज़ स्‍कीम ऑफ अम्‍ब्रेला (Anganwadi Services Scheme of Umbrella ICDS) के प्‍लेटफॉर्म का उपयोग किया जा रहा है।
  • यह योजना एमआईएस सॉफ्टवेयर अनुप्रयोग (MIS Software Application) आधारित वेब के माध्‍यम से चलाई जा रही है और कार्यान्‍वयन का केंद्रबिंदु आँगनवाड़ी केंद्र और आशा/एएनएम हैं।

PMMVY पुरस्कारों का वितरण:

  • एक करोड़ से अधिक आबादी वाले राज्‍यों/केंद्रशासित प्रदेशों को इस योजना के प्रारंभ होने से वर्तमान समय तक सर्वश्रेष्‍ठ प्रदर्शन की श्रेणी में पहला पुरस्‍कार मध्‍य प्रदेश, दूसरा आंध्र प्रदेश और तीसरा हरियाणा को प्रदान किया गया।
  • एक करोड़ से कम आबादी वाले राज्‍यों/केंद्रशासित प्रदेशों में दादरा एवं नगर हवेली को पहला स्‍थान, हिमाचल प्रदेश को दूसरा और चंडीगढ़ को तीसरा स्‍थान प्राप्‍त हुआ।
  • एक करोड़ से अधिक आबादी वाले राज्‍यों/केंद्रशासित प्रदेशों के लिये ज़िला स्‍तर पुरस्‍कारों में पहला स्‍थान मध्‍य प्रदेश के इंदौर, दूसरा स्‍थान आंध्र प्रदेश के कुर्नूल और तीसरा स्‍थान असम के दक्षिण सलमारा मनकाचार (South Salmara Mankachar) को प्राप्त हुआ।
  • एक करोड़ से कम आ‍बादी वाले राज्‍यों/केंद्रशासित प्रदेशों के ज़िलों में पहला स्‍थान मिज़ोरम में सेरछिप (Serchhip), दूसरा स्‍थान हिमाचल प्रदेश के ऊना (Una) और तीसरा स्‍थान पुद्दुचेरी को प्राप्‍त हुआ।
  • एक करोड़ से अधिक आबादी वाले राज्‍यों/केंद्रशासित प्रदेशों में उत्‍कृष्‍ट कार्य प्रदर्शन के लिये पहला स्‍थान आंध्र प्रदेश, दूसरा महाराष्‍ट्र और तीसरा मध्‍य प्रदेश को प्राप्‍त हुआ।
  • एक करोड़ से कम आबादी वाले उन राज्‍यों/केंद्रशासित प्रदेशों जिन्‍होंने मातृ वंदना सप्‍ताह के दौरान उत्‍कृष्‍ट कार्य प्रदर्शन के लिये पहला स्थान दादरा एवं नगर हवेली दूसरा स्थान सिक्किम को और तीसरा स्थान मणिपुर को प्राप्‍त हुआ।

पुरस्कार वितरण का उद्देश्य:

  • इन पुरस्कारों को बाँटने का उद्देश्‍य PMMVY के कार्यान्‍वयन में बढ़ोतरी करना तथा राज्‍यों में स्‍वस्‍थ प्रतियोगिता का सृजन करना है।

आगे की राह:

  • इस समारोह में प्रतिभागियों से अनुरोध किया गया कि मातृत्‍व में प्रवेश करने वाली युवा लड़कियों के सामने आने वाली समस्याओं के बारे में लोगों को जागरूक करने के लिये वे ज़िलों में जन जागरूकता अभियान चलाएँ।
  • ध्यातव्य है कि पोषण माह मार्च 2020 में मनाया जाएगा।
  • तमिलनाडु, असम, त्रिपुरा और मणिपुर राज्‍यों में इस योजना के कार्यान्‍वयन की सफलता ने यह सिद्ध किया है कि अगर ज़िला प्रशासन, राज्‍य और केंद्र सरकार किसी योजना की सफलता के लिये मिलकर काम करने का निर्णय लें तो कुछ भी असंभव नहीं है।

स्रोत- पीआईबी