ओएनजीसी विदेश लिमिटेड द्वारा लेबनान में गैस क्षेत्र की तलाश | 11 Jul 2017

संदर्भ
ओएनजीसी विदेश लिमिटेड लेबनान के तट पर गैस क्षेत्र की तलाश और उसे विकसित करने के लिये आगामी होने वाली नीलामी में बोली लगाने जा रही है।

प्रमुख बिंदु

  • इस्तांबुल में विश्व पेट्रोलियम कांग्रेस में भारतीय तेल मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने लेबनानी ऊर्जा और जल मंत्री सेजर अबाउ खलील के साथ बैठक के बाद एक ट्वीट में यह टिप्पणी की।
  • यह बैठक लेबनान में अपतटीय गैस क्षेत्रों के लिये आगामी नीलामी की दौर में ओएनजीसी विदेश लिमिटेड की भागीदारी के संदर्भ में महत्त्वपूर्ण है।
  • लेबनान साइप्रस, इज़रायल और मिस्र के साथ भूमध्यरेखा के लेवेंट बेसिन पर स्थित है, जहाँ से 2009 के बाद गैस क्षेत्र की खोज की गई है।
  • वहाँ बोली लगाने वाली अन्य कंपनियों में कतर पेट्रोलियम, ब्रिटेन स्थित न्यू एज अफ्रीकी ग्लोबल एनर्जी और ईरान की पेट्रोपार्स शामिल हैं।

अमेरिका से कच्चे तेल का आयात

  • इंडियन ऑयल कॉरपोरेशन पहली बार अमेरिका से कच्चे तेल का आयात करेगा। उसने इसके लिये एक कार्गो खरीदा है।
  • गौरतलब है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अमेरिका यात्रा के बाद यह खरीद होने जा रही है। अमेरिका भारत को ऊर्जा उत्पादों का निर्यात करना चाहता है।
  • भारत पेट्रोलियम कार्पोरेशन लिमिटेड ने भी अपनी पहली अमरीकी कच्चे तेल कार्गो खरीदने की योजना बनाई है और इसके लिये एक निविदा ज़ारी की है।

क्या है ओएनजीसी ?

  • पंडित जवाहरलाल नेहरू के नेतृत्‍व में 1955 में भारतीय भू-गर्भीय सर्वेक्षण के अधीन तेल एवं गैस प्रभाग के रूप में ओएनजीसी का शिलान्‍यास किया गया था। 14 अगस्‍त, 1956 को इसे तेल एवं प्राकृतिक गैस आयोग का नाम दिया गया। 
  • 1994 में तेल एवं प्राकृतिक गैस आयोग को एक निगम में रूपांतरित कर दिया गया था और 1997 में इसे भारत सरकार द्वारा नवरत्‍नों में से एक के रूप में स्‍वीकार किया गया। तदुपरांत इसे वर्ष 2010 में महारत्‍न का दर्ज़ा दिया गया है।
  • अपने अस्तित्‍व के 56 वर्ष से भी अधिक समय में ओएनजीसी ने भारत के ऊर्जा सपनों को मूर्तरूप देने के लिये अनेक लक्ष्‍य पार किये हैं। इन वर्षों में ओएनजीसी की यात्रा विश्‍वास, साहस और प्रतिबद्धता की एक कहानी रही है। 

ओएनजीसी विदेश लिमिटेड 

  • ओएनजीसी विदेश लिमिटेड, पेट्रोलियम और प्राकृतिक गैस मंत्रालय के प्रशासनिक नियंत्रण के तहत भारत सरकार की एक मिनिरत्न अनुसूची "ए" में केन्द्रीय सार्वजनिक क्षेत्र की उद्यम है ।
  • यह भारत की प्रमुख राष्ट्रीय तेल कंपनी ओएनजीसी की पूर्ण स्वामित्व वाली सहायक कंपनी है। 
  • ओएनजीसी विदेश लिमिटेड का प्राथमिक कारोबार भारत से बाहर तेल और गैस के उत्पादन के लिये  संभावनाएँ तलाश करना है, जिसमें तेल और गैस का अन्वेषण, विकास और उत्पादन शामिल है। 
  • ओएनजीसी विदेश लिमिटेड का 17 देशों में 38 तेल और गैस की परिसंपत्तियों में हिस्सेदारी है ।
  • इसने वित्त वर्ष 2017 में क्रमशः 23.4% तेल और भारत के घरेलू तेल और प्राकृतिक गैस का 18.9% उत्पादन किया है।