कैंसर के उपचार की नई उम्मीद | 11 Sep 2017

चर्चा में क्यों?

जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय, नई दिल्ली के स्कूल ऑफ लाइफ साइंसेज़ एवं विशेष आणविक चिकित्सा केंद्र (School of Life Sciences and Special Centre for Molecular Medicine at Jawaharlal Nehru University) के शोधकर्त्ताओं ने पाया है कि एंटी-आर्थराइटिस ड्रग डिफ्लुनिसल (Diflunisal) का इस्तेमाल हेलिकोबैक्टर पाइलोरी (Helicobacter pylori) नामक जीवाणु को मारने में किया सकता है।  

दूसरा सबसे आम कैंसर (Second-most common Cancer):

  • उल्लेखनीय है कि पेट का कैंसर पूरी दुनिया में पुरुषों में दूसरी सबसे अधिक एवं महिलाओं में तीसरी सबसे अधिक होने वाली बीमारी है। 
  • इसमें रोग के लक्षणों को अक्सर देर से सूचित किया जाता है, जिसके कारण यह बीमारी अपने अगले चरण में पहुँच जाती है जिससे खतरा और बढ़ जाता है। अतः इस दृष्टि से देखा जाए तो यह खोज बहुत महत्त्वपूर्ण है। 

गैस्ट्रिक कैंसर और गैस्ट्रिक अल्सर का कारण :

  • हेलिकोबैक्टर पाइलोरी से संक्रमण। 
  • आहार और जीवनशैली से जुड़े कारक। 
  • तम्बाकू और एल्कोहल का सेवन। 
  • आनुवंशिक संवेदनशीलता (genetic susceptibility)।  
  • गैस्ट्रिक अल्सर भी हेलिकोबैक्टर पाइलोरी के कारण होता है।

हेलिकोबैक्टर पाइलोरी क्या है? 

  • हेलिकोबैक्टर पाइलोरी एक जीवाणु है जिसे पेट से जुड़ी समस्याओं जैसे – पुराने गैस्ट्रेटिस (gastritis) और अल्सर से लेकर कैंसर तक के लिये ज़िम्मेवार माना जाता है।
  • यह पेट एवं छोटी आंत की रक्षा करने वाले म्यूकस को नष्ट कर देता है।

डिफ्लुनिसल कैसे कार्य करता है: 

  • डिफ्लुनिसल, अमेरिकी खाद्य एवं औषधि प्रशासन (U.S. Food and Drug Administration- FDA) द्वारा अनुमोदित ड्रग है। इसका इस्तेमाल हल्के से मध्यम दर्द को दूर करने में किया जाता है। 
  • यह गठिया (आर्थराइटिस) के कारण उत्पन्न दर्द, सूजन और संयुक्त कठोरता को कम करता है।  
  • इसे गैर-स्टेरॉयडल ज्वलन-विरोधी ड्रग (nonsteroidal anti-inflammatory drug) के रूप में वर्गीकृत किया गया है। 
  • यह प्रोस्टाग्लैंडीन (prostaglandins) के स्तर को कम कर देता है। प्रोस्टाग्लैंडीन ऐसे रसायन हैं जो दर्द, बुखार और ज्वलन के लिये ज़िम्मेदार होते हैं। 
  • डिफ्लुनिसल, प्रोस्टाग्लैंडीन उत्पन्न करने वाले एंजाइमों को ब्लॉक कर देता है।