भारत में आत्महत्याओं पर NCRB की रिपोर्ट | 03 Jul 2019

चर्चा में क्यों?

राष्ट्रीय अपराध रिकॉर्ड ब्यूरो (National Crime Records Bureau - NCRB) द्वारा जारी एक रिपोर्ट के अनुसार, वर्ष 2015 में महाराष्ट्र में सबसे ज़्यादा (लगभग 16,970) आत्महत्याएँ दर्ज़ की गईं।

मुख्य बिंदु :

  • वर्ष 2015 के लिये जारी इस रिपोर्ट में बताया गया है कि इस वर्ष (यानी 2015 में) देश में आत्महत्याओं की कुल संख्या 1,33,623 थी।
  • रिपोर्ट के विश्लेषण से यह ज्ञात होता है कि ‘आत्महत्याओं की बड़ी संख्या घनी आबादी वाले राज्यों में ही है’, परंतु भारत के दो बड़े राज्य उत्तर प्रदेश और बिहार इस कथन के अपवाद हैं।
  • उत्तर प्रदेश और बिहार में आत्महत्याओं की संख्या क्रमशः 3,902 और 516 दर्ज़ की गई जो कि कई छोटे-छोटे राज्यों के बराबर है।
  • वहीं दूसरी ओर तमिलनाडु, जो कि इस सूची में दूसरे स्थान पर रहा, में आत्महत्याओं की कुल संख्या 15,777 थी,यह उत्तर प्रदेश के आंकड़ों से लगभग 4 गुना अधिक है।

Highest Suicide counts

राष्ट्रीय अपराध रिकॉर्ड ब्यूरो :

  • राष्ट्रीय अपराध रिकॉर्ड ब्यूरो की स्थापना केंद्रीय गृह मंत्रालय के अंतर्गत वर्ष 1986 में इस उद्देश्य से की गई थी कि भारतीय पुलिस में कानून व्यवस्था को प्रभावी ढंग से लागू करने के लिये पुलिस तंत्र को सूचना प्रौद्योगिकी समाधान और आपराधिक गुप्त सूचनाएँ प्रदान करके समर्थ बनाया जा सके।
  • NCRB नीति संबंधी मामलों और अनुसंधान हेतु अपराध, दुर्घटना, आत्महत्या और जेल संबंधी डेटा के प्रामाणिक स्रोत के लिये नोडल एजेंसी है।
  • NCRB ‘भारत में अपराध’, ‘दुर्घटनाओं में होने वाली मौतें और आत्महत्या’, ‘जेल सांख्यिकी’ तथा फ़िंगर प्रिंट पर 4 वार्षिक प्रकाशन जारी करता है।
  • हाल ही में बाल यौन शोषण से संबंधित मामलों की अंडर- रिपोर्टिंग के चलते वर्ष 2017 से NCRB ने बाल यौन शोषण से संबंधित आँकड़ों को भी एकत्रित करना प्रारंभ किया है।
  • ये प्रकाशन आपराधिक आँकड़ों के संदर्भ में न केवल पुलिस अधिकारियों बल्कि अपराध विज्ञानी, शोधकर्त्ताओं, मीडिया और नीति निर्माताओं के लिये भी सहायक होते है।
  • NCRB को वर्ष 2016 में इलेक्ट्रॉनिक और सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय द्वारा ‘डिजिटल इंडिया अवार्ड’ से भी सम्मानित किया गया था।
  • भारत में पुलिस बलों का कंप्यूटरीकरण वर्ष 1971 में प्रारंभ हुआ। NCRB ने CCIS (Crime and Criminals Information System) वर्ष 1995 में, CIPA (Common Integrated Police Application) 2004 में और अंतिम रूप में CCTNS वर्ष 2009 में प्रारंभ किया।

स्रोत: इंडियन एक्सप्रेस