नगालैंड राज्य दिवस | 02 Dec 2022

हाल ही में नगालैंड ने 1 दिसंबर, 2022 को अपना 60वाँ स्थापना दिवस मनाया है।

nagaland

नगालैंड:

  • ऐतिहासिक पृष्ठभूमि:
    • वर्ष 1947 में भारत की स्वतंत्रता के बाद ‘नगा’ क्षेत्र प्रारंभ में असम का हिस्सा बना रहा। हालाँकि मज़बूत राष्ट्रवादी आंदोलन ने नगा जनजातियों के राजनीतिक संघ की मांग को बढ़ावा दिया और कुछ चरमपंथियों ने भारतीय संघ से पूरी तरह से अलग होने की मांग की।
    • वर्ष 1957 में असम के ‘नगा हिल्स क्षेत्र’ और उत्तर-पूर्व में ‘तुएनसांग फ्रंटियर’ डिवीज़न को भारत सरकार द्वारा सीधे प्रशासित एक इकाई के तहत एक साथ लाया गया था।
      • वर्ष 1960 में यह तय किया गया कि नगालैंड को भारतीय संघ का एक घटक राज्य बनना चाहिये। नगालैंड ने वर्ष 1963 में राज्य का दर्जा हासिल किया और वर्ष 1964 में लोकतांत्रिक रूप से चुनी गई सरकार ने इसकी सत्ता संभाली।
  • भौगोलिक अवस्थिति:
    • यह पूर्वोत्तर में अरुणाचल प्रदेश, दक्षिण में मणिपुर एवं पश्चिम तथा उत्तर-पश्चिम में असम और पूर्व में म्याँमार (बर्मा) से घिरा है। राज्य की राजधानी ‘कोहिमा’ है, जो नगालैंड के दक्षिणी भाग में स्थित है।
    • नगालैंड की जलवायु ‘मानसूनी’ (आर्द्र और शुष्क) है। यहाँ वार्षिक वर्षा का औसत 70 से 100 इंच के बीच है और यह दक्षिण-पश्चिम मानसून (मई से सितंबर) के महीनों में होती है।
  • जैव विविधता:
    • वनस्पति: नगालैंड के लगभग एक-छठे हिस्से में वन हैं। 4,000 फीट से नीचे उष्णकटिबंधीय और उपोष्णकटिबंधीय सदाबहार वन मौजूद हैं, जिनमें ताड़, रतन और बाँस के साथ-साथ मूल्यवान लकड़ियों की प्रजातियाँ शामिल हैं। शंकुधारी वन अधिक ऊँचाई पर पाए जाते हैं। ‘झूम’ खेती (स्थानांतरण खेती) हेतु साफ किये गए क्षेत्रों में घास, नरकट और झाड़ीदार जंगल भी पाए जाते हैं।
    • जीव: हाथी, बाघ, तेंदुए, भालू, कई प्रकार के बंदर, सांभर, हिरण, भैंस, जंगली बैल और गैंडा निचली पहाड़ियों में पाए जाते हैं। राज्य में साही, पैंगोलिन, जंगली कुत्ते, लोमड़ी, सिवेट बिल्लियाँ और नेवले भी पाए जाते हैं।
      • मिथुन (ग्याल) नगालैंड और अरुणाचल प्रदेश का राज्य पशु है।
      • ‘ब्लीथ ट्रैगोपन’ नगालैंड का राज्य पक्षी है।
  • जनजाति:
    • ‘कोन्याक’ यहाँ सबसे बड़ी जनजाति हैं, इसके बाद आओस, तांगखुल, सेमास और अंगमी आते हैं।
    • अन्य जनजातियों में लोथा, संगतम, फॉम, चांग, खिम हंगामा, यिमचुंगर, ज़ेलिआंग, चाखेसांग (चोकरी) और रेंगमा शामिल हैं।
  • अर्थव्यवस्था:
    • कृषि क्षेत्र, राज्य की आबादी के लगभग नौवें-दसवें हिस्से को रोज़गार प्रदान करता है। चावल, मक्का, छोटी बाजरा, दालें (फलियाँ), तिलहन, फाइबर, गन्ना, आलू और तंबाकू प्रमुख फसलें हैं।
    • हालाँकि नगालैंड को अभी भी पड़ोसी राज्यों से भोजन के आयात पर निर्भर रहना पड़ता है।
  • नगालैंड में संरक्षित क्षेत्र:
    • इन्तानकी राष्ट्रीय उद्यान
    • सिंगफन वन्य जीव अभ्यारण
    • पुली बडज़े वन्यजीव अभयारण्य
    • फकीम वन्यजीव अभयारण्य
  • प्रमुख महोत्सव:
    • ‘हॉर्नबिल महोत्सव’ प्रतिवर्ष 1 से 10 दिसंबर तक नगालैंड में आयोजित होने वाला उत्सव है।
    • इस त्योहार का नाम हॉर्नबिल पक्षी के नाम पर रखा गया है जो नगाओं के लिये सबसे पूजनीय और प्रिय पक्षी है।
    • इस त्योहार का महत्त्व इस तथ्य में निहित है कि यह एक प्राचीन त्योहार नहीं है और इसे वर्ष 2000 में नगालैंड को पर्यटकों के बीच लोकप्रिय बनाने हेतु शुरू किया गया था।

हॉर्नबिल

  • परिचय: हॉर्नबिल (बुसेरोटिडे परिवार) उष्णकटिबंधीय और उपोष्णकटिबंधीय अफ्रीका तथा एशिया में पाए जाने वाले पक्षियों का एक परिवार है।
  • भारत में: भारत में हॉर्नबिल की नौ प्रजातियाँ पाई जाती हैं।
    • पूर्वोत्तर क्षेत्र में भारत के भीतर हॉर्नबिल प्रजातियों की विविधता सबसे अधिक है।
    • वे पूर्वोत्तर में कुछ जातीय समुदायों के विशेष रूप से अरुणाचल प्रदेश के ‘न्याशी’ समुदाय का सांस्कृतिक प्रतीक हैं।
    • नगालैंड में मनाए जाने वाले ‘हॉर्नबिल उत्सव’ का नाम ‘हॉर्नबिल’ पक्षी के नाम पर रखा गया है। यह नगाओं के लिये सबसे सम्मानित और प्रशंसित पक्षी है।
  • खतरे
    • हॉर्नबिल का शिकार उनके ‘कास्क’ (ऊपरी चोंच) और उनके पंखों के लिये किया जाता है। उनके माँस और उनके शरीर के अंगों के औषधीय महत्त्व के चलते भी उनका अवैध शिकार किया जाता है।
      • असली ‘हॉर्नबिल कास्क’ के बजाय हेडगियर के लिये फाइबर-ग्लास चोंच के उपयोग को बढ़ावा देने वाले एक संरक्षण कार्यक्रम ने इस खतरे को कम करने में मदद की है।
    • ऐसे वृक्षों, जहाँ हॉर्नबिल पक्षी घोंसला बनाते हैं, की अवैध कटाई से उनके प्राकृतिक आवास नष्ट हो जाते हैं।

भारत में हॉर्नबिल की 9 प्रजातियाँ

द ग्रेट हॉर्नबिल

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  • आवास: पश्चिमी घाट और हिमालय। यह भारत में पाई जाने वाली हॉर्नबिल की सभी प्रजातियों में सबसे बड़ा है तथा अरुणाचल प्रदेश व केरल का राजकीय पक्षी भी है।
  • IUCN रेडलिस्ट: सुभेद्य (Vulnerable)
  • CITES: परिशिष्ट I
  • वन्यजीव संरक्षण अधिनियम (WPA), 1972: अनुसूची I

रफस-नेक्ड हॉर्नबिल

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  • आवास: यह भारत की सबसे उत्तरी सीमा तक पाया जाता है। संपूर्ण उत्तर-पूर्वी भारत से लेकर पश्चिम बंगाल में महानंदा वन्यजीव अभयारण्य तक ये पाए जाते हैं।
  • IUCN रेड लिस्ट: सुभेद्य (Vulnerable)
  • CITES: परिशिष्ट I

रेथ्ड हॉर्नबिल

wreathed-hornbill

  • आवास: उत्तर-पूर्वी भारत.
  • IUCN रेड लिस्ट: सुभेद्य (Vulnerable)
  • CITES: परिशिष्ट II

नारकोंडम हॉर्नबिल

narcondam-hornbill

  • आवास: अंडमान-निकोबार द्वीप समूह के नारकोंडम द्वीप के स्थानिक
  • IUCN रेड लिस्ट: सुभेद्य (Vulnerable)
  • CITES: परिशिष्ट II
  • वन्यजीव संरक्षण अधिनियम 1972: अनुसूची I

मालाबार पाइड हॉर्नबिल

malabar-pied-hornbill

  • आवास: भारत और श्रीलंका में सदाबहार और नम पर्णपाती वन।
  • IUCN रेड लिस्ट: संकट-निकट (Near Threatened)
  • CITES: परिशिष्ट II

ओरिएंटल पाइड हॉर्नबिल

oriental-pied-hornbill

  • आवास: उपोष्णकटिबंधीय या उष्णकटिबंधीय नम तराई वन।
  • IUCN रेड लिस्ट: कम चिंतनीय (Least Concern)
  • CITES: परिशिष्ट II

ऑस्टेंस ब्राउन हॉर्नबिल

austens-brown-hornbill

  • आवास: उत्तर पूर्व भारत के वन, मुख्य रूप से नामदफा राष्ट्रीय उद्यान, अरुणाचल प्रदेश में।
  • IUCN रेड लिस्ट: संकट-निकट (Near Threatened)
  • CITES: N/A

मालाबार ग्रे हॉर्नबिल

malabar-pied-hornbill

  • आवास: पश्चिमी घात
  • IUCN रेडलिस्ट: कम चिंतनीय
  • CITES: N/A

इंडियन ग्रे हॉर्नबिल

indian-grey-hornbill

  • आवास: दक्षिणी हिमालय की तलहटी
  • IUCN रेड लिस्ट: कम चिंतनीय (Least Concern)
  • CITES: N/A

 UPSC सिविल सेवा परीक्षा, विगत वर्ष के प्रश्न (PYQ) 

प्रश्न. भारत के निम्नलिखित क्षेत्रों में से 'ग्रेट इंडियन हॉर्नबिल' के अपने प्राकृतिक आवास में पाए जाने की सबसे अधिक संभावना कहाँ है?

(a) उत्तर-पश्चिमी भारत के रेतीले मरूस्थल

(b) जम्मूू-कश्मीर के उच्चतर हिमालय क्षेत्र

(c) पश्चिमी गुजरात के लवण कच्छ क्षेत्र

(d) पश्चिमी घाट

उत्तर: D

व्याख्या:

  • ग्रेट इंडियन हॉर्नबिल बड़े और व्यापक पक्षी हैं और अधिकांश प्रजातियाँ उष्णकटिबंधीय वन आवासों पर निर्भर हैं जिनमें बड़े और लंबे पेड़ होते हैं।
  • भारत में नौ हॉर्नबिल प्रजातियाँ हैं, जिनमें से चार पश्चिमी घाट में पाई जाती हैं - इंडियन ग्रे हॉर्नबिल (भारत के लिये स्थानिक), मालाबार ग्रे हॉर्नबिल (पश्चिमी घाट के लिये स्थानिक), मालाबार पीड हॉर्नबिल (भारत और श्रीलंका के लिये स्थानिक) और लुप्तप्राय ग्रेट इंडियन हॉर्नबिल। भारत में एक प्रजाति भी है जिसमें किसी भी हॉर्नबिल की सबसे छोटी श्रेणियों में से एक है - नारकोंडम हॉर्नबिल, जो केवल अंडमान सागर में नारकोंडम द्वीप पर पाया जाता है। अत: विकल्प D सही उत्तर है।

स्रोत: पी.आई.बी