तीसरा वैश्विक सूरजमुखी बीज सम्मेलन | 04 Jul 2019

चर्चा में क्यों?

चीन और यूक्रेन के बाद सॉल्वेंट एक्सट्रैक्टर्स एसोसिएशन ऑफ इंडिया (Solvent Extractors’ Association of India-SEA) मुंबई में 19 और 20 जुलाई, 2019 को होने वाले तीसरे इंटरनेशनल सनफ्लॉवर सीड एंड ऑयल कॉन्फ्रेंस, 2019 (International Sunflower Seed and Oil Conference-ISSOC) की मेज़बानी करेगा।

प्रमुख बिंदु

  • इस सम्मेलन में दुनिया भर के उद्योग जगत के नेता, विशेषज्ञ, शोधकर्त्ता और सरकारी प्रतिनिधि शामिल होंगे।
  • भारत लगभग 2.8 मिलियन टन के आयात के साथ सूरजमुखी के तेल का सबसे बड़ा आयातक देश है।
  • वर्ष 2018-19 में 51.41 मिलियन टन वैश्विक सूरजमुखी के बीज, 19.45 मिलियन टन सूरजमुखी का तेल एवं 20.90 मिलियन टन सूरजमुखी से निर्मित खाद्य पदार्थों के उत्पादन का अनुमान लगाया गया है।

इंटरनेशनल सनफ्लॉवर ऑयल एसोसिएशन

(International Sunflower Oil Association)

  • इंटरनेशनल सनफ्लॉवर ऑयल एसोसिएशन (International Sunflower Oil Association-ISOA) की स्थापना रोम में वर्ष 2015 में चीन, यूक्रेन, रूस, हंगरी, स्पेन और अर्जेंटीना के राष्ट्रीय संघों और कंपनियों द्वारा की गई थी।

उद्देश्य

  • सूरजमुखी तेल उत्पादकों, उद्योग समूहों, अकादमिक शोधकर्त्ताओं और स्थानीय सरकारों के बीच बेहतर संवाद को प्रोत्साहित करना और बढ़ावा देना ।
  • सूरजमुखी तेल के मूल्य संवर्द्धन और इसके वाणिज्यिक अनुप्रयोगों के क्षेत्र को प्रोत्साहित करना।

सॉल्वेंट एक्सट्रैक्टर्स एसोसिएशन ऑफ़ इंडिया

(Solvent Extractors’ Association of India-SEA)

  • सॉल्वेंट एक्सट्रैक्टर्स एसोसिएशन ऑफ इंडिया (Solvent Extractors Association of India) का गठन वर्ष 1963 में विलायक निष्कर्षण उद्योग (Solvent Extraction Industry) के विकास एवं वृद्धि के उद्देश्य से किया गया था।
  • यह एसोसिएशन देश में विलायक निष्कर्षण उद्योग और प्रमुख वनस्पति तेल संगठनों के लिये एक अखिल भारतीय निकाय है।

उद्देश्य

  • इस एसोसिएशन का मुख्य उद्देश्य विलायक निष्कर्षण उद्योग (Solvent Extraction Industry) के व्यापार, वाणिज्य, विनिर्माण और निर्यात को बढ़ावा देना तथा उनका संरक्षण करना है।
  • भारत और विश्व में विलायक निष्कर्षण के द्वारा उत्पादित तेल और उनके उपोत्पादों (Byproducts) के उपयोग को सेमिनार/सम्मेलनआदि के माध्यम से प्रोत्साहित करना और बढ़ाना।

स्रोत: द हिंदू बिज़नेस लाइन