भारत 2022 तक करेगा तीन गुना अधिक एथेनॉल का उत्पादन | 11 Aug 2018

चर्चा में क्यों?

10 अगस्त को विश्व जैव ईंधन दिवस के अवसर पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि 2022 (अगले चार वर्षों में) तक भारत अपने एथेनॉल उत्पादन को तीन गुना कर देगा और इससे देश के तेल आयात (OIL IMPORT)  बिल में 12,000 करोड़ रुपए की बचत होगी।

प्रमुख बिंदु

  • केंद्र सरकार ने 10,000 करोड़ रुपए के निवेश से देश में 12 जैव ईंधन रिफाइनरियों के निर्माण की योजना बनाई है।
  • सरकार का लक्ष्य मौजूदा 141 करोड़ लीटर उत्पादन की तुलना में अगले चार वर्षों में 450 करोड़ लीटर एथेनॉल का उत्पादन करना है।
  • सरकार 2022 तक पेट्रोल में 10% एथेनॉल सम्मिश्रण के स्थिति प्राप्त कर लेगी और सरकार का लक्ष्य इसे दोगुना यानी 20% तक मिश्रित करना है।

अत्यंत निम्न स्तर पर वृद्धि

  • हालाँकि, सरकार की जैव ईंधन नीति की कुछ आलोचना भी की गई है, अतः इस नीति पर पुनर्विचार किये जाने की ज़रूरत है।
  • भारत को एथेनॉल मिश्रण के लक्ष्य को पूरा करने के लिये समग्र दृष्टिकोण अपनाने की ज़रूरत है, किंतु सरकार द्वारा इसमें वृद्धि का लक्ष्य अत्यंत निम्न स्तर (वर्तमान में नीति दस्तावेज़ के अनुसार 2%) पर रखा गया है। 
  • उन्नत जैव ईंधन प्राप्त करने के लिये 12 आधुनिक रिफाइनरियों की स्थापना की योजना है। सरकार द्वारा 2014 से घोषित योजनाओं को कम या बिना किसी सफलता के एक-दूसरे में दोहराया गया है।