सतत् विकास लक्ष्यों पर भारत की तीसरी स्वैच्छिक राष्ट्रीय समीक्षा | 12 Aug 2025

स्रोत: पी.आई.बी.

चर्चा में क्यों?

नीति आयोग ने संयुक्त राष्ट्र की आर्थिक एवं सामाजिक परिषद (ECOSOC) द्वारा आयोजित उच्च-स्तरीय राजनीतिक मंच (HLPF) में सतत् विकास लक्ष्यों (SDG) पर अपनी तीसरी स्वैच्छिक राष्ट्रीय समीक्षा (VNR) रिपोर्ट प्रस्तुत की।

  • भारत ने SDG पर पहली स्वैच्छिक राष्ट्रीय समीक्षा वर्ष 2017 में और दूसरी वर्ष 2020 में प्रस्तुत की थी।

नोट: VNR एक देश-प्रधान, स्वैच्छिक प्रक्रिया है, जो सतत् विकास लक्ष्यों (SDG) के वर्ष 2030 एजेंडा के कार्यान्वयन में तेज़ी लाने के लिये अनुभवों के आदान-प्रदान को प्रोत्साहित करती है।

  • VNR भारत के SDG प्राप्त करने के लिये ‘समग्र सरकार’ और ‘समग्र समाज’ दृष्टिकोण को उजागर करती है।
  • भारत में SDG के कार्यान्वयन और VNR की तैयारी के लिये नीति आयोग नोडल प्राधिकरण है।

भारत की तीसरी स्वैच्छिक राष्ट्रीय समीक्षा (VNR) की प्रमुख विशेषताएँ क्या हैं?

  • कार्यान्वयन रणनीति: भारत प्रगति की निगरानी, पिछड़े क्षेत्रों की पहचान और नीतियों के निर्माण के लिये SDG इंडिया इंडेक्स, पूर्वोत्तर क्षेत्र ज़िला SDG इंडेक्स तथा बहुआयामी गरीबी सूचकांक (MPI) जैसे डेटा उपकरणों का उपयोग करता है।
    • इसमें उप-राष्ट्रीय और ज़िला स्तर की कार्रवाइयों के माध्यम से SDG का स्थानीयकरण करने पर ज़ोर दिया गया है।
  • प्रमुख प्रगति:
    • SDG 1 (शून्य गरीबी): अनुमानतः 248 मिलियन लोग वर्ष 2013-14 और वर्ष 2022-23 के बीच बहुआयामी निर्धनता से बाहर आए हैं, जो गरीबी उन्मूलन की प्रभावी रणनीतियों को दर्शाता है।
    • SDG 2 (शून्य भुखमरी): प्रधानमंत्री गरीब कल्याण अन्न योजना ने लाखों लोगों को महत्त्वपूर्ण पोषण सहायता प्रदान की है, जिसका लक्ष्य लगभग 81.35 करोड़ लाभार्थियों की सहायता करना है। वर्ष 2024 से शुरू होकर, यह योजना अगले पाँच वर्षों तक जारी रहेगी।
    • SDG 3 (उत्तम स्वास्थ्य और खुशहाली): पोषण अभियान और आयुष्मान भारत ने गुणवत्तापूर्ण पोषण तथा स्वास्थ्य सेवा तक पहुँच का विस्तार किया है।
      • कुल स्वास्थ्य व्यय के प्रतिशत के रूप में आउट-ऑफ-पॉकेट स्वास्थ्य व्यय वर्ष 2014-15 में 62.6% से घटकर वर्ष 2020-21 में 39.4% हो गई।
    • SDG 7 (सस्ती और प्रदूषण मुक्त): राष्ट्रीय हरित हाइड्रोजन मिशन, PM-कुसुम और PM सूर्य घर मुफ्त बिजली योजना जैसी पहलों ने भारत में स्थायी ऊर्जा स्रोतों को अपनाने की प्रक्रिया को तेज़ किया है।
    • डिजिटल वित्तीय समावेशन के माध्यम से SDG की प्रगति: भारत की जन- धन-आधार-मोबाइल (JAM) आधारित डिजिटल पब्लिक इंफ्रास्ट्रक्चर (DPI) समावेशी, पारदर्शी सेवाओं को बढ़ावा देती है।
      • वैश्विक रियल-टाइम भुगतान मात्रा में भारत का योगदान 48.5% रहा, जो UPI लेन-देन मात्रा में 41.7% की वृद्धि के कारण संभव हुआ।

संयुक्त राष्ट्र उच्च-स्तरीय राजनीतिक मंच (HLPF)

  • विषय: HLPF सतत् विकास से संबंधित संयुक्त राष्ट्र का प्रमुख मंच है और इसकी औपचारिक स्थापना जुलाई, 2013 में हुई थी।
    • यह आर्थिक एवं सामाजिक परिषद के तत्त्वाधान में प्रत्येक वर्ष और महासभा के तत्त्वाधान में प्रत्येक चार वर्ष में एक बार मिलता है।
  • कार्य: यह बातचीत के माध्यम से तैयार घोषणाओं को अपनाता है और सतत् विकास के लिये वर्ष 2030 एजेंडा और उसके 17 सतत् विकास लक्ष्यों (SGD) की अनुवर्ती कार्रवाई और समीक्षा के लिये एक केंद्रीय मंच के रूप में कार्य करता है।
    • यह सतत् विकास पर संपूर्ण संयुक्त राष्ट्र नीति ढाँचे का मार्गदर्शन करने के लिये उत्तरदायी है।
  • रिपोर्टिंग तंत्र: सदस्य देशों को स्वेच्छा से अपनी प्रगति वीएनआर (VNR) रिपोर्टों के माध्यम से प्रस्तुत करनी होती है।
    • VNR सदस्य देशों को एक स्वैच्छिक, पारदर्शी और जवाबदेह प्रक्रिया के माध्यम से समय-समय पर SDG प्रगति की रिपोर्ट करने में सक्षम बनाता है, जिससे ज्ञान साझा करने एवं सर्वोत्तम प्रथाओं को बढ़ावा मिलता है।

दृष्टि मेन्स प्रश्न:

प्रश्न: स्वैच्छिक राष्ट्रीय समीक्षा (VNR) सतत् विकास लक्ष्यों (SDGs) के क्रियान्वयन में किस प्रकार योगदान देती है? पारदर्शिता एवं जवाबदेही को बढ़ावा देने में इसकी प्रासंगिकता पर चर्चा कीजिये।

UPSC सिविल सेवा परीक्षा, विगत वर्ष के प्रश्न (PYQ)

 प्रश्न. संयुक्त राष्ट्र के संदर्भ में निम्नलिखित कथनों पर विचार कीजिये: (2009)

  1. संयुक्त राष्ट्र आर्थिक एवं सामाजिक परिषद (ECOSOC) में 24 सदस्य देश शामिल हैं। 
  2. यह 3 वर्ष की अवधि के लिये महासभा के दो-तिहाई बहुमत द्वारा चुनी जाती है।

उपर्युक्त कथनों में से कौन-सा/से सही है/हैं?

(a) केवल 1
(b) केवल 2
(c) 1 और 2 दोनों
(d) न तो 1 और न ही 2

उत्तर: (b)


प्रश्न. सतत् विकास को ऐसे विकास के रूप में वर्णित किया जाता है जो भविष्य की पीढ़ियों की अपनी आवश्यकताओं को पूरा करने की क्षमता से समझौता किये बिना वर्तमान की ज़रूरतों को पूरा करता है। इस परिप्रेक्ष्य में, स्वाभाविक रूप से सतत् विकास की अवधारणा निम्नलिखित में से किस अवधारणा के साथ संबंधित हुई है? (2010) 

(a) सामाजिक न्याय और सशक्तीकरण 
(b) समावेशी विकास 
(c) वैश्वीकरण 
(d) वहन क्षमता 

उत्तर: (d)


मेन्स 

प्रश्न. वहनीय, विश्वसनीय, सतत् और आधुनिक ऊर्जा तक पहुँच सतत् विकास लक्ष्यों (SDG) को प्राप्त करने के लिये अनिवार्य है।” भारत में इस संबंध में हुई प्रगति पर टिप्पणी कीजिये। (2018)