भारत अंतर्राष्ट्रीय विज्ञान समारोह- 2018 | 10 Oct 2018

चर्चा में क्यों?

हाल ही में लखनऊ में भारत अंतर्राष्ट्रीय विज्ञान समारोह- 2018 (India International Science Festival- IISF) का आयोजन किया गया जिसमें बड़ी संख्या में वैज्ञानिकों, विद्यार्थियों और देश-विदेश के विशेषज्ञों ने भाग लिया।

प्रमुख बिंदु

  • भारत अंतर्राष्ट्रीय विज्ञान समारोह का यह चौथा संस्करण था।
  • इस वर्ष समारोह की थीम ‘परिवर्तन के लिये विज्ञान’ (Science For Transformation) थी।
  • इस समारोह का आयोजन विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी मंत्रालय तथा पृथ्वी विज्ञान मंत्रालय ने विज्ञान भारती के सहयोग से इंदिरा गांधी प्रतिष्ठान, लखनऊ में किया।
  • इस समारोह में युवा वैज्ञानिक सम्मेलन, वैश्विक भारतीय विज्ञान तथा प्रौद्योगिकी हितधारक बैठक (Global Indian Science & Technology Stakeholders’ Meet- GIST) और मेगा विज्ञान प्रौद्योगिकी तथा उद्योग एक्सपो का आयोजन भी किया गया।
  • इस समारोह में लगभग 800 महिला वैज्ञानिकों और उद्यमियों ने हिस्सा लिया।

पृष्ठभूमि

  • पहली बार भारत अंतर्राष्ट्रीय विज्ञान समारोह का आयोजन दिसंबर 2015 में भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान (Indian Institute of Technology- IIT), दिल्ली में किया गया। 
  • उस समय वृहद् विज्ञान एवं तकनीकी प्रदर्शनी ने 3 लाख से ज़्यादा लोगों को आकर्षित किया और दिल्ली के प्रतिष्ठित स्कूलों के 2000 छात्रों द्वारा 'सबसे बड़ा प्रैक्टिकल साइंस लेसन' के सफल आयोजन के लिये विज्ञान भारती को गिनीज़ बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड में शामिल किया गया।
  • समारोह के दूसरे संस्करण का आयोजन भी दिल्ली में किया गया, जबकि तीसरे संस्करण का आयोजन चेन्नई में किया गया था।

विज्ञान भारती

  • प्रोफेसर के.आई वसु के मार्गदर्शन में कुछ प्रतिष्ठित वैज्ञानिकों द्वारा भारतीय विज्ञान संस्थान (बंगलूरू) में स्वदेशी विज्ञान आंदोलन शुरू किया गया था जिसने धीरे-धीरे गति प्राप्त की और राष्ट्रीय उपस्थिति के साथ यह आंदोलन एक संगठन के रूप में उभरा। नागपुर की बैठक में 1991 (20-21 अक्तूबर) में भारत के स्तर पर स्वदेशी विज्ञान आंदोलन शुरू करने का फैसला लिया गया और इसे विज्ञान भारती (Vignanabharti- VIBHA) के रूप में नामित किया गया। 
  • वर्तमान में यह स्वायत्त संस्थानों, स्वतंत्र संगठनों और परियोजना संस्थाओं के माध्यम से 11 विभिन्न क्षेत्रों में काम कर रहा है।