अवैध दवाइयों के पारगमन सूची में शामिल भारत | 10 Aug 2019

चर्चा में क्यों?

अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने भारत को मादक पदार्थों/द्रव्य के पारगमन (Drug Transit) या अवैध मादक पदार्थों के उत्पादक देशों की सूची में शामिल किया है।

प्रमुख बिंदु

  • अमेरिका के अनुसार, मादक द्रव्य पारगमन सूची में किसी देश के शामिल होने का प्रमुख कारण भौगोलिक, वाणिज्यिक और आर्थिक कारकों का संयोजन हो सकता है। भले ही वहाँ की सरकार मादक पदार्थों के नियंत्रण उपायों में निरंतर प्रयासरत हो लेकिन अवैध रूप से ही देश में ऐसी दवाओं का व्यापार अभी भी जारी है।
    • उदाहरण के लिये भारत विश्व के दो प्रमुख अवैध अफीम उत्पादन क्षेत्रों [पश्चिम में गोल्डन क्रीसेंट (ईरान-अफगानिस्तान-पाकिस्तान) और पूर्व में गोल्डन ट्रायंगल (दक्षिण-पूर्व एशिया)] के मध्य स्थित है।

Golden crescent

  • हालाँकि अमेरिकी राष्ट्रपति ने यह स्पष्ट किया है कि इस सूची में किसी देश की मौजूदगी अनिवार्य रूप से उस देश की सरकार के मादक द्रव्य रोधी प्रयासों या अमेरिका के साथ सहयोग के स्तर को प्रदर्शित नहीं करती।
  • उल्लेखनीय है कि इस सूची में अफगानिस्तान, बहामाज, बेलीज, बोलीविया, बर्मा, कोलंबिया, कोस्टारिका, डोमेनिकन रिपब्लिक, इक्वाडोर, अल सल्वाडोर, ग्वाटेमाला, हैती, होंडुरास, भारत, जमैका, लाओस, मेक्सिको, निकारागुआ, पाकिस्तान, पनामा, पेरू और वेनेज़ुएला भी शामिल हैं।

Drug Transit

  • ट्रंप के अनुसार, बोलीविया और वेनेज़ुएला देशों की अराजक व्यवस्था के कारण ही वहाँ अंतर्राष्ट्रीय काउंटर-मादक पदार्थों के समझौतों (International Counter-Narcotics Agreements) के तहत दायित्वों का पालन नही हो सका है।
  • कोलंबिया ने कोका की खेती तथा कोकीन उत्पादन के स्तर को वापस लाने में प्रारंभिक प्रगति की है।
  • अमेरिका में प्रवेश करने वाली घातक दवाओं के प्रवाह को रोकने के लिये मेक्सिको को और अधिक प्रयास करने की आवश्यकता है। इसमें पोस्ता उन्मूलन, अवैध नशीली दवाओं का अंतर्विरोध तथा एक व्यापक दवा नियंत्रण रणनीति विकसित किये जाने की आवश्यकता है।

मादक पदार्थों/अवैध दवाओं के प्रवेश को रोकने के लिये अमेरिकी सरकार के प्रयास

  • अमेरिका में अवैध मादक पदार्थों/द्रव्यों के खतरे से निपटने के लिये अभूतपूर्व संसाधन खर्च किये हैं जिनमें सीमाओं को मजबूत बनाना तथा अवैध ड्रग के इस्तेमाल को रोकना शामिल है।
  • हालाँकि अवैध मादक पदार्थों के खतरे से निपटने के लिये लगातार प्रयास जारी है लेकिन अभी काफी प्रयास किया जाना बाकी है।
  • देश की सीमाओं से पार उन देशों में भी प्रयास किये जाने की जरूरत है जहाँ इन खतरनाक अवैध मादक द्रव्यों का उत्पादन होता है।

स्रोत: हिंदुस्तान टाइम्स