स्वतंत्र निदेशकों का डेटाबैंक | 03 Dec 2019

प्रीलिम्स के लिये:

स्वतंत्र निदेशकों का डेटाबैंक

मेन्स के लिये:

‘स्वतंत्र निदेशकों का डेटाबैंक’ के तकनीकी पक्ष

चर्चा में क्यों?

हाल ही में कॉरपोरेट मामलों के मंत्रालय ( Ministry of Corporate Affairs- MCA) द्वारा नई दिल्ली में ‘स्वतंत्र निदेशकों का डेटाबैंक’ (Independent Director’s Databank) पोर्टल प्रारंभ किया गया है।

मुख्य बिंदु:

  • स्‍वतंत्र निदेशकों के कामकाज़ को मज़बूती प्रदान करने के उद्देश्‍य से कॉरपोरेट मामलों के मंत्रालय ने कंपनी अधिनियम, 2013 के प्रावधानों तथा उसके अंतर्गत बनाए जाने वाले नियमों को ध्यान में रखते हुए ‘स्‍वतंत्र निदेशकों का डेटाबैंक’ शुरू किया है।
  • इस डेटाबैंक के बारे में जानकारी कॉरपोरेट मामलों के मंत्रालय की वेबसाइट पर पोर्टल के माध्यम से प्राप्त की जा सकती है।
  • इस डेटाबैंक पोर्टल को भारतीय कॉरपोरेट कार्य संस्‍थान (Indian Institute for Corporate Affairs) द्वारा विकसित किया गया है।

स्वतंत्र निदेशकों का डेटाबैंक

(Independent Director’s Databank):

  • यह कॉरपोरेट मामलों के मंत्रालय द्वारा उठाया गया एक अभूतपूर्व कदम है, इसके तहत वर्तमान स्‍वतंत्र निदेशकों तथा स्‍वतंत्र निदेशक बनने की इच्छा रखने वाले व्यक्तियों को पोर्टल पर पंजीकरण कराने की सुविधा उपलब्‍ध होगी।
  • इस डेटाबैंक के ज़रिये वे कंपनियाँ भी अपना पंजीकरण करा सकती हैं, जो कुशल व्‍यक्तियों को चुनकर उनसे जुड़ना चाहती हैं तथा उन व्‍यक्तियों को स्‍वतंत्र निदेशक के रूप में नियुक्‍त करना चाहती हैं।
  • इसके तहत विभिन्‍न विषयों पर ई-लर्निंग पाठ्यक्रम की विस्‍तृत श्रेणी उपलब्‍ध होगी। इससे उपयोगकर्त्ताओं को विभिन्न संसाधनों के माध्यम से आसानी से ज्ञान प्राप्त करने तथा अलग-अलग प्रकार के कौशल विकसित करने में सहायता मिलेगी तथा यह के कंपनी संचालन, नियमों और अनुपालन को लेकर उनके ज्ञान में वृद्धि करेगा।
  • इसके तहत सभी मौजूदा स्‍वतंत्र निदेशकों को 1 दिसंबर, 2019 से तीन महीने के भीतर डेटाबैंक में अपना पंजीकरण कराना आवश्यक है।
  • पंजीकृत व्यक्तियों को 1 मार्च, 2020 से 1 वर्ष के भीतर एक ऑनलाइन स्व-मूल्यांकन परीक्षा भी उत्तीर्ण करनी होगी।
  • पंजीकरण प्रक्रिया को सरल बनाया गया है और इसके तीन आसान चरण हैं–
    • मंत्रालय की वेबसाइट पर यूज़र अकाउंट के ज़रिए लॉग-इन करना।
    • लॉग-इन करने के बाद यूज़र के लिये डेटाबैंक खुल जाएगा।
    • ई-लर्निंग और ई-प्रोफिशियंसी मूल्‍यांकन के लिये सब्सिक्रिप्‍शन प्‍लान चुनना।

स्रोत- द हिंदू