STPI परिसर से संचालित IT कंपनियों को किराये पर छूट | 20 Apr 2020

प्रीलिम्स के लिये

भारतीय सॉफ्टवेयर प्रौद्योगिकी पार्क 

मेन्स के लिये

भारतीय सेवा क्षेत्र पर COVID-19 के प्रभाव, COVID-19 से उत्पन्न हुई चुनौतियों से निपटने हेतु सरकार के प्रयास  

चर्चा में क्यों?

हाल ही में भारत सरकार ने देश में ‘भारतीय सॉफ्टवेयर प्रौद्योगिकी पार्क’ (Software Technology Parks of India- STPI) परिसर में चल रही सूचना प्रौद्योगिकी (Information Technology- IT) से जुड़ी हुई छोटी कंपनियों को चार माह के भवन किराये में छूट देने की घोषणा की है। 

मुख्य बिंदु:

  • सरकार की इस घोषणा के अनुसार, भारत के विभिन्न शहरों में STPI परिसर में संचालित होने वाली IT क्षेत्र की कंपनियों को 1 मार्च, 2020 से लेकर 31 जून, 2020 तक कोई किराया नहीं देना होगा। 
  • ध्यातव्य है कि इस पहल के तहत लाभ प्राप्त करने वाली कंपनियों में अधिकांश ‘सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्यम’ (Micro, Small and Medium Enterprises- MSME) या स्टार्टअप (Startup) हैं। 
  • इस पहल के तहत सरकार द्वारा IT कंपनियों को चार महीनों के किराये में दी गई छूट की कुल अनुमानित लागत लगभग 5 करोड़ रुपए है।  

छूट का लाभ:

  • सरकार की इस पहल से देशभर के 60 STPI सेंटरों से संचालित होने वाली लगभग 200 IT, MSME कंपनियों को लाभ होगा। 
  • IT क्षेत्र की कंपनियां भारतीय सेवा क्षेत्र के विकास में महत्त्वपूर्ण भूमिका निभाती हैं,  हाल ही में जारी एक आँकड़े के अनुसार, COVID-19 की महामारी और इसके प्रसार को रोकने के लिये देश में लागू लॉकडाउन के कारण भारतीय सेवा क्षेत्र के मार्च 2020 के व्यापार में गिरावट देखने को मिली थी।   
  • ‘केंद्रीय इलेक्ट्रॉनिक्स और सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय’ (Ministry of Electronics and Information Technology- MeitY) के अनुसार, सरकार के इस प्रयास का उद्देश्य IT क्षेत्र के लगभग 3000 कर्मचारियों के हितों की रक्षा करना है, जो सीधे तौर पर इन MSMEs और स्टार्टअप कंपनियों से जुड़े हुए हैं।  
  • भारत में स्थापित IT कंपनियों के स्थानीय व्यापार के साथ इन कंपनियों के लिये पश्चिमी देश एक बड़ा बाज़ार उपलब्ध कराते हैं परंतु वर्तमान में विश्व के अधिकांश देशों में लागू लॉकडाउन का प्रभाव इन कंपनियों के व्यापार पर पड़ा है, जिससे कंपनियाँ इस दबाव को कम करने के लिये कर्मचारियों की छंटनी करने को विवश हुई थी।  
  • सरकार की इस पहल से IT कंपनियों के दबाव में कमी के साथ सरकार के समर्थन से औद्योगिक क्षेत्र के मनोबल में वृद्धि होगी।

‘भारतीय सॉफ्टवेयर प्रौद्योगिकी पार्क’

(Software Technology Parks of India- STPI):  

  • ‘भारतीय सॉफ्टवेयर प्रौद्योगिकी पार्क’ की स्थापना वर्ष 1991 में ‘केंद्रीय इलेक्ट्रॉनिक्स और सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय’ के तहत एक स्वायत्त संस्था के रूप में की गई थी।
  • STPI का मुख्य उद्देश्य देश में सॉफ्टवेयर के निर्यात को बढ़ावा देना है।
  • STPI के तहत सॉफ्टवेयर निर्यात से जुड़ी कंपनियों को वैधानिक सेवाएँ डेटा संचार सेवाएँ, इंक्यूबेशन सुविधाएँ (Incubation Facilities), प्रशिक्षण और मूल्यवर्द्धित सेवाओं आदि की सुविधा प्रदान की जाती हैं।
  • भारत में ‘लघु और माध्यम उद्यमों’ (Small and Medium Enterprises- SME) तथा स्टार्टअप के विकास के साथ सॉफ्टवेयर निर्यात क्षेत्र की वृद्धि में STPI का महत्त्वपूर्ण योगदान रहा है।
  • वर्तमान में STPI के तहत 5000 से अधिक IT कंपनियों का पंजीकरण किया गया है।
  • वित्तीय वर्ष 2018-19 में STPI के तहत पंजीकृत IT/ITES कंपनियों का कुल निर्यात वित्तीय वर्ष 2017-18 के 3,75,988 करोड़ रुपए से बढ़कर  4,21,103 करोड़ रुपए तक पहुँच गया।
  • STPI का मुख्यालय नई दिल्ली में स्थित है। 
  • वर्तमान में देश में STPI के कुल 60 केंद्र/उप-केंद्र सक्रिय हैं जिनमें से 51 केंद्र टियर (Tier)-II और टियर (Tier)-III के शहरों में स्थित हैं।

स्रोत:  द हिंदू