राष्ट्रीय कैडेट कॉर्प्स का विस्तार | 22 Aug 2020

प्रिलिम्स के लिये

राष्ट्रीय कैडेट कॉर्प्स, शेकतकर समिति

मेन्स के लिये

राष्ट्रीय कैडेट कॉर्प्स के विस्तार के प्रस्ताव से संबंधित मुद्दे

चर्चा में क्यों

हाल ही में रक्षा मंत्रालय ने सीमावर्ती और तटीय ज़िलों में राष्ट्रीय कैडेट कॉर्प्स (National Cadet Corps- NCC) के विस्तार के प्रस्ताव को मंज़ूरी दी है।

प्रमुख बिंदु:

  • प्रधानमंत्री ने अपने स्वतंत्रता दिवस के भाषण में NCC के विस्तार की घोषणा की थी।
  • NCC का पुनर्गठन वर्ष 2016 में लेफ्टिनेंट जनरल डी. बी. शेकतकर (सेवानिवृत्त) की अध्यक्षता में गठित विशेषज्ञों की समिति (Committee of Experts- CoE) की प्रमुख सिफारिशों में से एक था।

शेकतकर समिति

  • लेफ्टिनेंट जनरल डी. बी. शेकतकर (सेवानिवृत्त) की अध्यक्षता में रक्षा मंत्रालय ने रक्षा व्यय के पुनर्संतुलन और सशस्त्र बलों की लड़ाकू क्षमता बढ़ाने के उपायों हेतु सिफारिश करने के लिये एक समिति का गठन किया था जिसने
  • दिसंबर 2016 में अपनी रिपोर्ट प्रस्तुत की।
  • कुछ सिफारिशें इस प्रकार हैं:
    • शांति क्षेत्रों में सैन्य फर्म्स और सेना के पोस्टल प्रतिष्ठानों को बंद करना।
    • सेना में लिपिक कर्मचारियों और ड्राइवरों की भर्ती के लिये मानकों में वृद्धि।
    • राष्ट्रीय कैडेट कोर की दक्षता में सुधार।
    • प्रत्येक वित्तीय वर्ष के अंत में अनिर्दिष्ट पूंजीगत बजट के आत्मसमर्पण करने की वर्तमान प्रथा के विरुद्ध आधुनिकीकरण के लिये पर्याप्त पूंजीगत व्यय उपलब्ध कराने हेतु एक रक्षा बजट नियमावली की सिफारिश की गई है।

अन्य तथ्य:

  • विस्तार: 173 सीमावर्ती और तटीय ज़िलों के कुल एक लाख कैडेटों को NCC में शामिल किया जाएगा इनमें से एक-तिहाई संख्या लड़कियों की होंगी।
    • विस्तार योजना का कार्यान्वयन राज्यों के साथ साझेदारी में किया जाएगा।
  • प्रशिक्षण और प्रशासन: सेना सीमावर्ती क्षेत्रों में स्थित NCC यूनिट्स, नौसेना तटीय क्षेत्रों में स्थित NCC यूनिट्स और भारतीय वायु सेना, वायु सेना स्टेशनों के करीब स्थित NCC यूनिट्स को प्रशिक्षण और प्रशासनिक सहायता उपलब्‍ध कराएगी।
  • लाभ: यह युवाओं को सशस्त्र बलों में अपना करियर बनाने हेतु आपदा प्रबंधन और कौशल प्रशिक्षण के क्षेत्र में प्रशिक्षित करेगा।
    • इससे नौसेना, तटरक्षक बलों (Coast Guard) और मर्चेंट शिपिंग एवेन्यू में करियर के प्रति युवाओं की रुचि बढ़ेगी।
    • सीमा क्षेत्र में प्रशिक्षित कैडेट विभिन्न रूपों में सशस्त्र बलों के लिये सहायक की भूमिका निभा सकते हैं।

राष्ट्रीय कैडेट कॉर्प्स

  • NCC का गठन वर्ष 1948 (एच. एन. कुंजरु समिति-1946 की सिफारिश पर) में किया गया था, और इसकी जड़ें ब्रिटिश युग में गठित युवा संस्थाओं, जैसे-यूनिवर्सिटी कॉर्प्स या यूनिवर्सिटी ऑफिसर ट्रेनिंग कॉर्प्स (University Corps or University Officer Training Corps) की हैं।
  • NCC रक्षा मंत्रालय के दायरे में आता है और इसका नेतृत्त्व थ्री स्टार सैन्य रैंक के महानिदेशक करते हैं।
  • यह हाई स्कूल और कॉलेज स्तर पर कैडेटों का नामांकन करता है तथा विभिन्न चरणों के पूरा होने पर प्रमाण पत्र भी प्रदान करता है।
    • NCC कैडेट विभिन्न स्तरों पर बुनियादी सैन्य प्रशिक्षण प्राप्त करते हैं और इसमें सशस्त्र बलों तथा उनके कामकाज से संबंधित शैक्षणिक पाठ्यक्रम की बुनियादी बातें भी शामिल हैं।
    • विभिन्न प्रशिक्षण शिविर, साहसिक गतिविधियाँ और सैन्य प्रशिक्षण शिविर NCC प्रशिक्षण का एक महत्त्वपूर्ण पहलू है।
  • महत्त्व: NCC कैडेटों ने वर्षों से विभिन्न आपातकालीन स्थितियों के दौरान राहत प्रयासों में महत्त्वपूर्ण भूमिका निभाई है।
    • चल रही COVID-19 महामारी के दौरान 60,000 से अधिक NCC कैडेटों को देश भर में ज़िला और राज्य प्राधिकरण के साथ समन्वय में स्वैच्छिक राहत कार्य के लिये तैनात किया गया है।

स्रोत-द हिंदू