ICAT ने ज़ारी किया पहला BS-VI इंजन प्रमाणपत्र | 06 Jul 2018

चर्चा में क्यों?

हाल ही में अंतर्राष्‍ट्रीय ऑटोमोटिव प्रौद्योगिकी केंद्र (International Centre for Automotive Technology-ICAT) ने मेसर्स वोल्‍वो आयशर कमर्शियल व्‍हीकल लिमिटेड के लिये भारी-भरकम इंजन मॉडल हेतु प्रथम BS-VI प्रमाणन का कार्य पूरा कर लिया है।

प्रमुख बिंदु

  • इस इंजन का निर्माण एवं विकास वोल्‍वो आयशर द्वारा भारत में ही किया गया है। 
  • 01 अप्रैल, 2020 की क्रियान्‍वयन तिथि से पहले ही इंजन का अनुपालन परीक्षण  सफलतापूर्वक पूरा हो जाने के कारण इसे और अधिक मजबूत एवं किफायती बनाने हेतु पर्याप्‍त समय मिल जाएगा।
  • भारत के लिये पारंपरिक BS-IV के स्‍थान पर नियामकीय रूपरेखा के अगले स्‍तर के रूप में सीधे BS-VI उत्‍सर्जन मानकों को अपनाना संभव हो गया है। 
  • BS-VI उत्‍सर्जन मानक अपने दायरे की दृष्टि से काफी व्‍यापक हैं और ये मौजूदा उत्‍सर्जन मानकों में व्‍यापक बदलावों को एकीकृत करते हैं, जिससे उपभोक्‍ताओं के लिये ज़्यादा स्‍वच्‍छ उत्‍पाद पेश करना अब संभव हो गया है।

अंतर्राष्‍ट्रीय ऑटोमोटिव प्रौद्योगिकी केंद्र (International Centre for Automotive Technology-ICAT)

  • अंतर्राष्‍ट्रीय ऑटोमोटिव प्रौद्योगिकी केंद्र (ICAT) भारत सरकार के भारी उद्योग एवं सार्वजनिक उद्यम मंत्रालय के प्रशासकीय नियंत्रण वाली नैट्रिप क्रियान्‍वयन सोसायटी (NATRiP implementation society -NATIS) का एक प्रभाग है। 
  • ICAT दरअसल राष्‍ट्रीय ऑटोमोटिव परीक्षण एवं आरएंडडी अवसंरचना परियोजना (National Automotive Testing and R&D Infrastructure Project -NATRiP) के तहत स्‍थापित किये गए नवीन विश्‍वस्‍तरीय केंद्रों में से पहला केंद्र है। 
  • NATRiP का उद्देश्‍य अनुसंधान एवं विकास कार्यों को करने के साथ-साथ ऑटोमोटिव इंजीनियरिंग के क्षेत्र में समुचित सुविधाओं का विस्‍तार करना भी है।
  • ICAT भारत सरकार से मान्‍यता प्राप्‍त एक प्रमुख परीक्षण एजेंसी है। यह केंद्रीय मोटर वाहन नियमों (Central Motor Vehicle Rules -CMVR) के तहत भारत में मान्‍यता प्राप्‍त ‘टाइप अप्रूवल एंड होमोलोगेशन’ (Type Approval and Homologation) एजेंसी के रूप में कार्य करती है।
  • ICAT ऑटोमोटिव उद्योग के एक व्‍यापक प्रौद्योगिकी साझेदार के रूप में उभर कर सामने आया है।

BS मानक

  • भारत स्टेज उत्सर्जन मानक आतंरिक दहन इंजन तथा स्पार्क इग्निशन इंजन के उपकरण से उत्सर्जित वायु प्रदूषण को विनियमित करने के मानक हैं।
  • इन मानकों का उद्देश्य वाहनों से होने वाले वाले वायु प्रदूषण को नियंत्रित करना और वातावरण में घुल रहे ज़हर पर रोक लगाना है।
  • वाहनों से होने वाले उत्सर्जन के BS मानक के आगे लिखी संख्या--2, 3 या 4 और अब 6 के बढ़ते जाने का मतलब है उत्सर्जन के बेहतर होते मानक जो पर्यावरण के अनुकूल हैं। अर्थात् BS के आगे जितना बड़ा नंबर होगा उस गाड़ी से होने वाला प्रदूषण उतना ही कम होगा।
  • विशेषज्ञों का मानना है कि BS-4 के मुकाबले BS-6 डीज़ल में प्रदूषण फैलाने वाले खतरनाक पदार्थ 70 से 75% तक कम होते हैं।