समुद्र में प्रदूषण के कारण गंजम तट पर मछलियों की मौत। | 29 Jun 2017

संदर्भ

  • ओडिशा के  गोपालपुर बंदरगाह के पास उर्वरक के एक गोदाम से यूरिया के बह जाने के कारण बड़ी संख्या में मछलियों एवं अन्य समुद्री जीवों की मौत हुई है। 

 प्रमुख घटनाक्रम

  • ओडिशा के मत्स्य विभाग के अनुसार राज्य में भारी वर्षा के कारण गोपालपुर के निकट स्थित मछली पकड़ने वाली जेटी के किनारे अनेक मृत मछलियाँ एवं अन्य समुद्री जीव बहकर चले आए हैं।  
  • राज्य में लगातार वर्षा के कारण गोपालपुर बंदरगाह के पास उर्वरक के एक गोदाम से यूरिया के बहकर जल में घुलने से बड़ी संख्या में मछलियों एवं अन्य समुद्री जीवों की मौत हुई है। 
  • मंगलवार से ही राज्य के मत्स्य विभाग की टीम मौत के कारणों की जाँच कर रही है। राज्य मत्स्य विभाग के उप-निदेशक समुद्री जल में अमोनिया के उच्च स्तर को इसका  संभावित कारण मान रहे हैं। 
  • इस समस्या के गंभीर होने का एक और कारण है। मछली पकड़ने वाली जेटी को समुद्र से जोड़ने वाले चैनल के मुंह पर रेत  जमा होने के कारण चैनल अवरुद्ध हो जाता है, जिससे जेटी का जल  समुद्र के जल से  मिल नहीं पाता है।
  • गोपालपुर बंदरगाह ओडिशा के गंजम ज़िले में स्थित है।  

 आक्सीजन  की कमी

  • जब यूरिया जल में घुलता है तो वह जल में अमोनिया के स्तर को बढ़ा देता है एवं जल में घुली हुई आक्सीजन के स्तर को घटा देता है। जल में आक्सीजन  की कमी से उसमें रहने वाले जीवों की श्वसन प्रक्रिया  बाधित होती है, जिससे उनकी मौत हो जाती है।
  • समुद्र के जल के प्रदूषित होने का सबसे बड़ा कारण है प्रदूषित नदियों के जल का समुद्र में मिलना। इसके अलावा अनुपयोगी प्लास्टिक का बढ़ता ढेर भी समुद्र में बहा दिया जाता है। 
  • कई बार दुर्घटना के कारण जहाजों का ईंधन समुद्र में फैल जाता है। यह तेल दूर-दूर तक समुद्र में फैल जाता है और समुद्र के पानी पर एक परत बना देता है। इसके कारण पानी में रहने वाले अनगिनत जीव-जंतु मर जाते हैं।