वर्ष 2021 में डिज़िटल मीडिया की पहुँच | 10 Aug 2019

चर्चा में क्यों?

हाल ही में फिक्की (Federation of Indian Chambers of Commerce and Industry-FICCI) द्वारा जारी वार्षिक रिपोर्ट के अनुसार, भारत में इंटरनेट उपयोगकर्त्ताओं की बढ़ती संख्या के कारण वर्ष 2019 में भारतीय डिज़िटल मीडिया (Digital Media) फिल्म और मनोरंजन उद्योग से आगे निकल सकता है। वर्ष 2021 तक इसके प्रिंट मीडिया से आगे निकल कर 5.1 बिलियन डॉलर तक पहुँचने की संभावना है।

प्रमुख बिंदु

  • वर्ष 2018 में फिल्म उद्योग का बाज़ार 2.5 बिलियन डॉलर का था एवं वर्ष 2019 में इसके 2.8 बिलियन डॉलर होने का अनुमान है, जबकि वर्ष 2018 में प्रिंट मीडिया का मूल्य 4.4 बिलियन डॉलर था और वर्ष 2021 में इसके 4.8 बिलियन डॉलर तक पहुँचने की उम्मीद है।
  • रिपोर्ट के अनुसार वर्ष 2018 में डिज़िटल मीडिया ने 42% की वृद्धि दर्ज की, जिसका मूल्य 2.4 बिलियन डॉलर था। अर्थात् अधिकतर भारतीयों ने फोन का इस्तेमाल करते समय अपना 30% समय केवल मनोरंजन पर ही खर्च किया। यही कारण है कि वर्ष 2019 में डिज़िटल मीडिया के 3.2 बिलियन डॉलर तक पहुँचने की उम्मीद है।
  • विश्व में चीन के बाद भारत में सबसे अधिक इंटरनेट उपयोगकर्त्ता हैं, भारत में लगभग 570 मिलियन इंटरनेट सब्सक्राइबर हैं, जिनकी संख्या प्रतिवर्ष 13% की दर से बढ़ रही है। वर्ष 2018 में देश में 325 मिलियन ऑनलाइन वीडियो दर्शक और 150 मिलियन ऑडियो स्ट्रीमिंग उपयोगकर्त्ता थे।
  • वर्ष 2021 तक देश में लगभग 30-35 मिलियन भुगतान करने वाले OTT वीडियो सब्सक्राइबर और 6-7 मिलियन भुगतान करने वाले ऑडियो ग्राहक होंगे। विज्ञापन-आधारित मॉडल का मूल्य 2.2 बिलियन डॉलर था, जबकि वर्ष 2018 में यह सब्सक्रिप्शन मूल्य 0.2 बिलियन डॉलर था।
  • वर्ष 2021 तक विज्ञापन मॉडल के 4.3 बिलियन डॉलर और सब्सक्रिप्शन मॉडल के 0.8 बिलियन डॉलर पहुँचने का अनुमान है।
  • ट्राई के नए टैरिफ आदेश (TRAI Tariff Order) में OTT प्लेटफार्मों (Over The Top Plateforms-OTT Plateform) को टेलीविज़न (Television) और OTT सामग्री के चुनावों (OTT Content Choices) और लागतों के बीच बढ़ती समानता के कारण लाभ होगा।
  • कुल मिलाकर भारतीय मीडिया और मनोरंजन क्षेत्र $23.9 बिलियन डॉलर तक पहुँच गया है। इसमें वर्ष 2017 के मुकाबले 13.4% की वृद्धि हुई है और वर्ष 2021 तक इसके बढ़कर 33.6 बिलियन डॉलर होने की उम्मीद है।
  • रिपोर्ट में कहा गया कि वर्ष 2018-2021 के दौरान इस क्षेत्र में अधिकांश राजस्व ऑनलाइन गेमिंग और डिज़िटल मीडिया द्वारा ही आएगा। साथ ही यह भी कहा गया है कि राजस्व के मामले में सबसे बड़े खंड के रूप में टेलीविज़न क्षेत्र की स्थिति बरकरार रहेगी।
  • भारतीय ऑनलाइन गेमिंग ग्राहकों की संख्या वर्ष 2017 में 183 मिलियन से बढ़कर 2018 में 278 मिलियन हो गई और वर्ष 2018 में राजस्व के $0.7 बिलियन से बढ़कर वर्ष 2021 में $1.7 बिलियन होने की उम्मीद है।
  • रिपोर्ट में कहा गया है कि भारतीय प्रसारकों का वैश्विक स्तर पर विस्तार जारी रहेगा। वर्ष 2021 तक अंतर्राष्ट्रीय राजस्व 15% के साथ शीर्ष पर पहुँच सकता है

स्रोत: द हिंदू (बिज़नेस लाइन)

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