COVID-19 इंडो-यू.एस. आभासी नेटवर्क | 14 Apr 2020

प्रीलिम्स के लिये:

भारत-अमेरिका विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी फोरम, COVID-19

मेन्स के लिये:

COVID-19 इंडो-यू.एस. आभासी नेटवर्क से संबंधित मुद्दे 

चर्चा में क्यों?

हाल ही में भारत-अमेरिका विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी फोरम (Indo-U.S. Science and Technology Forum-IUSSTF) ने COVID-19 से निपटने हेतु आभासी नेटवर्क पर कार्य करने का प्रस्ताव दिया है।

प्रमुख बिंदु:

  • इस आभासी नेटवर्क का नाम ‘COVID-19 इंडो-यू.एस. आभासी नेटवर्क (COVID-19 Indo-U.S. Virtual Networks)’ है।
    • इसका उद्देश्य विज्ञान, इंजीनियरिंग और प्रौद्योगिकी की मदद से वैक्सीन, उपकरण इत्यादि को शीघ्रता से विकसित करना है।
  • इस प्रस्ताव के तहत भारत और अमेरिका के वैज्ञानिक तथा इंजीनियर मौजूदा बुनियादी ढाँचे और धन का लाभ उठाकर एक आभासी तंत्र के माध्यम से COVID-19 से निपटने हेतु संयुक्त रूप से अनुसंधान का कार्य करेंगे।

आभासी नेटवर्क के प्रकार:

  • ज्ञान अनुसंधान और विकास नेटवर्क:
    • यह नेटवर्क भारत और अमेरिका के वैज्ञानिकों को अकादमिक और राष्ट्रीय प्रयोगशालाओं में संयुक्त रूप से अनुसंधान करने तथा अनुसंधान एवं शिक्षा के एकीकरण को प्रोत्साहित करने में सक्षम बनाएगा। 
  • सार्वजनिक-निजी आभासी नेटवर्क:
    • भारत और अमेरिका के वैज्ञानिकों को अकादमिक एवं उद्योग के पूर्व-व्यावसायिक अनुसंधान और विकास गतिविधियों पर सहयोग करने में सक्षम बनाता है।

आभासी नेटवर्क हेतु पात्रता:

  • संघीय एजेंसियों/फाउंडेशन द्वारा वित्त पोषित भारतीय और अमेरिकी शैक्षणिक संस्थान, प्रयोगशाला और उद्योग जो सक्रिय रूप से COVID-19 से निपटने हेतु अनुसंधान में लगी हुई हैं।
  • प्रत्येक प्रस्ताव में कम-से-कम एक भारतीय और एक अमेरिकी संस्थान शामिल होना चाहिये।
  • परियोजना के निष्पादन में सभी भागीदारों की बौद्धिक और वित्तीय हिस्सेदारी होनी चाहिये।

अनुसंधान हेतु वित्तीय योगदान:

  • भारत में प्रत्येक अनुसंधान हेतु लगभग 25-50 लाख रुपए तक तथा अमेरिका में 33-66 हज़ार डॉलर तक दिये जाएंगे।
  • वित्तीय योगदान 18 महीने की अवधि के लिये उपलब्ध होगा।

भारत-अमेरिका विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी फोरम

(Indo-U.S. Science & Technology Forum- IUSSTF):

  • IUSSTF को मार्च 2000 में भारत और संयुक्त राज्य अमेरिका के बीच एक समझौते के तहत स्थापित किया गया था।
  • यह एक स्वायत्त द्विपक्षीय फोरम है इसका उद्देश्य संयुक्त रूप से सरकार, शिक्षा एवं औद्योगिक क्षेत्रों के बीच आपसी तालमेल के माध्यम से विज्ञान, प्रौद्योगिकी, इंजीनियरिंग और नवाचार को बढ़ावा देना है। इस फोरम को दोनों देशों द्वारा वित्त पोषित किया जाता है।
  • भारत सरकार का विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विभाग (Department of Science & Technology) और संयुक्त राज्य अमेरिका का अमेरिकी राज्य विभाग (The U.S. Department of State) इस कार्यक्राम से संबंधित नोडल विभाग हैं।
  • IUSSTF एक विकसित कार्यक्रम है जो सामयिक विषयों पर दोनों देशों के वैज्ञानिक समुदायों के लिये संगोष्ठी, कार्यशालाओं और सम्मेलनों का आयोजन कराता है।

आगे की राह:

  • विश्व जब COVID-19 जैसी वैश्विक महामारी से लड़ रहा है तो यह आवश्यक हो जाता है कि विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी समुदाय साथ काम करें और इस वैश्विक चुनौती से निपटने हेतु संसाधन साझा करें।

स्रोत: पी.आई.बी.