औद्योगिक उत्पादन में गिरावट | 01 Oct 2020

प्रिलिम्स के लिये:

औद्योगिक उत्पादन सूचकांक, राष्ट्रीय सांख्यिकी कार्यालय

मेन्स के लिये:

औद्योगिक उत्पादन पर COVID-19 का प्रभाव, औद्योगिक उत्पादन में गिरावट के कारण

चर्चा में क्यों?

हाल ही में केंद्रीय वाणिज्य और उद्योग मंत्रालय (Ministry of Commerce and Industry) द्वारा जारी आँकड़ों के अनुसार, अगस्त माह में भारत के 8 प्रमुख औद्योगिक क्षेत्रों (Eight Core Sectors) के उत्पादन में 8.5% की गिरावट देखने को मिली है।

प्रमुख बिंदु:

  • जुलाई, 2020 में भी इन क्षेत्रों में 8% की गिरावट देखने को मिली थी, जुलाई माह में कोयला (3.6%) और उर्वरक (7.3%) को छोड़कर सभी क्षेत्रों में गिरावट दर्ज की गई थी।
  • गौरतलब है कि पिछले 6 माह के दौरान स्टील, रिफाइंड उत्पादों और सीमेंट उत्पादन में लगातार गिरावट दर्ज की गई है।
  • अगस्त माह में सबसे अधिक गिरावट रिफाइंड उत्पादों (19.1%), सीमेंट (14.6%) और प्राकृतिक गैस (9.5%) में देखी गई।
  • अप्रैल से लेकर अगस्त माह के बीच 8 कोर उद्योगों में पिछले वर्ष की इसी अवधि की तुलना में 17.8% की गिरावट दर्ज की गई है।
  • अप्रैल 2020 में इन 8 प्रमुख क्षेत्रों के उत्पादन में सबसे अधिक 37.9% की गिरावट दर्ज की गई थी।

Monthly-growth-rates

अन्य क्षेत्रों के आँकड़े: 

  • अगस्त 2020 में कच्चे तेल के उत्पादन में 6.3% की गिरावट और प्राकृतिक गैस के उत्पादन में 9.5% की गिरावट (अगस्त 2019 की तुलना में) देखी गई।
  • गौरतलब है कि वित्तीय वर्ष 2020-21 में अप्रैल से अगस्त माह के बीच कच्चे तेल और प्राकृतिक गैस के संचयी सूचकांक में पिछले वर्ष की इसी अवधि की तुलना में क्रमशः 6.1% तथा 13.7% गिरावट दर्ज की गई।
  • अगस्त 2020 में विद्युत उत्पादन में 2.7% की गिरावट देखी गई है। 

गिरावट का कारण:

  • प्रमुख औद्योगिक क्षेत्रों के उत्पादन में गिरावट का प्रमुख कारण COVID-19 और लॉकडाउन की वजह से मांग में हुई गिरावट को माना जा रहा है।  
  • इसके साथ ही नई उत्पादन इकाइयों की स्थापना के लिये आवश्यक उपकरणों की अनुपलब्धता के कारण भी  उत्पादन की गति प्रभावित हुई। 

औद्योगिक उत्पादन सूचकांक

(Index of Industrial Production- IIP): 

  • औद्योगिक उत्पादन सूचकांक (IIP), एक सूचकांक है जो अर्थव्यवस्था के विभिन्न क्षेत्रों में एक निर्धारित समय के दौरान उत्पादन के आँकड़े प्रस्तुत करता है। 
  • बिजली, कच्चा तेल, कोयला, सीमेंट, स्टील, रिफाइनरी उत्पाद, प्राकृतिक गैस, और उर्वरक ऐसे आठ मुख्य उद्योग हैं जिनका भारांश औद्योगिक उत्पादन सूचकांक में शामिल वस्तुओं का 40% है। 
    •   रिफाइनरी उत्पाद (28.04%), बिजली (19.85%), स्टील (17.92%), कोयला (10.33%), कच्चा तेल (8.98%), प्राकृतिक गैस (6.88%), सीमेंट (5.37%) और उर्वरक (2.63%)। 
  • IIP को प्रति माह केंद्रीय सांख्यिकी और कार्यक्रम कार्यान्वयन मंत्रालय के राष्ट्रीय सांख्यिकी कार्यालय (National Statistical Office-NSO) द्वारा संकलित और प्रकाशित किया जाता है।
  • वर्तमान में IIP की गणना के लिये वर्ष 2011-12 को आधार वर्ष के रूप में लिया जाता है, गौरतलब है कि वर्ष 2017 में आधार वर्ष को वर्ष 2004-05 से बदलकर वर्ष 2011-12 कर दिया गया था। 

स्रोत: द हिंदू