असम में जापानी इंसेफेलाइटिस (JE) की समीक्षा | 01 Jul 2019

चर्चा में क्यों ?

हाल ही में केंद्रीय स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय ने जापानी इंसेफेलाइटिस (JE) के मामलों को ध्‍यान में रखते हुये असम राज्य में इसकी स्थिति की समीक्षा के लिये एक केंद्रीय दल भेजा है।

प्रमुख बिंदु:

  • केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय असम सरकार के निगरानी तंत्र और नैदानिक किट (Diagnostic Kits) कार्यक्रम को तकनीकी एवं वित्तीय सहायता प्रदान कर रहा है।
  • JE के उन्मूलन के लिये सामुदायिक भागीदारी को भी सशक्त करने पर ज़ोर दिया जा रहा है।
  • मंत्रालय ने राष्ट्रीय वेक्टर जनित रोग नियंत्रण के विशेषज्ञों को भी केंद्रीय दल के साथ भेजा है।
  • इसके अतिरिक्त केंद्रीय मंत्रालय असम सरकार की निम्नलिखित तरीके से सहायता कर रहा है-
    • असम के सभी 27 ज़िलों को JE टीकाकरण अभियान (1-15 वर्ष के बच्चों के लिये) के तहत शामिल किया गया है।
    • असम के दस गंभीर रूप से प्रभावित ज़िलों को JE की रोकथाम और नियंत्रण के लिये बहुपक्षीय कार्यनीति के तहत शामिल किया गया है। इन ज़िलों को वयस्क JE टीकाकरण अभियान के तहत कवर किया गया है।
    • इन दस उच्च प्रकोप वाले ज़िलों में सात बाल चिकित्सा ICU की स्थापना के लिये धनराशि प्रदान की गई है।
    • JE की जाँच के लिये अभी तक 28 निगरानी अस्पतालों की पहचान की गई है।

जापानी इंसेफेलाइटिस (JE)- यह एक वेक्टर-जनित इंसेफेलाइटिस है जो मच्छरों के क्यूलेक्स समूहों द्वारा फैलता है। ये मच्छर मुख्य रूप से चावल के खेतों और जलीय वनस्पतियों से समृद्ध बड़े जल निकायों में प्रजनन करते हैं। एक क्षेत्र से दूसरे क्षेत्र में JE के संचरण में सूअरों के साथ-साथ प्रवासी पक्षी भी महत्त्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं।

स्रोत: PIB