ब्रेस्ट मिल्क बैंक | 16 Dec 2019

प्रीलिम्स के लिये

ब्रेस्ट मिल्क बैंक

मेन्स के लिये

स्तनपान को बढ़ावा देने के लिये महत्त्वपूर्ण सरकारी योजनाएँ

संदर्भ:

स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय द्वारा ‘सरकारी स्वास्थ्य केंद्रों में स्तनपान प्रबंधन केंद्रों की स्थापना हेतु राष्ट्रीय दिशा-निर्देश’ (National Guidelines on Establishment of Lactation Management Centres in Public Health Facilities) के तहत ब्रेस्ट मिल्क बैंक्स की स्थापना की गई थी।

मुख्य बिंदु:

इन दिशा-निर्देशों के तहत ब्रेस्ट मिल्क बैंक्स को निम्नलिखित संरचनात्मक अनुक्रम के तहत शामिल किया जाता है।

  • व्यापक स्तनपान प्रबंधन केंद्र (Comprehensive Lactation Management Centre-CLMC):
    • इनकी स्थापना सरकारी मेडिकल कॉलेज तथा ज़िला अस्पतालों में दानकर्त्ताओं के दूध को इकट्ठा करने एवं परीक्षण, प्रसंस्करण, संरक्षण तथा वितरण हेतु की गई थी ताकि प्रसव के बढ़ते मामलों के बीच नवजात उपचार यूनिट (Newborn Treatment Units) में दूध की उपलब्धता सुनिश्चित की जा सके।
  • स्तनपान प्रबंधन यूनिट (Lactation Management Unit-LMU):
    • ज़िला अस्पतालों तथा कम-से-कम 12 बिस्तरों वाले अन्य अस्पतालों में स्थित स्तनपान प्रबंधन यूनिट में माँ के दूध को इकट्ठा एवं संरक्षण करने की व्यवस्था होती है।
  • स्तनपान सहायता यूनिट (Lactation Support Units-LSU):
    • इनकी स्थापना सभी प्रसव केंद्रों पर स्तनपान सहायता, स्तनपान परामर्श तथा कंगारू मदर केयर (Kangaroo Mother Care-KMC) की सुविधा प्रदान करने के लिये की गई थी।
    • KMC एक विधि है जिसके तहत समय से पूर्व जन्म लेने वाले नवजातों की माँ की त्वचा के संपर्क के माध्यम से देख-रेख की जाती है।

भारत में पहले ब्रेस्ट मिल्क बैंक की स्थापना वर्ष 1989 में मुंबई में की गई थी।

स्तनपान के लाभ:

  • किसी भी नवजात शिशु के लिये जन्म से छह माह तक के लिये पर्याप्त पोषण का स्रोत होता है।
  • यह शिशुओं को डायरिया तथा तीव्र श्वसन संक्रमण (Acute Respiratory Infection) जैसी समस्याओं से बचाता है तथा शिशु मृत्यु दर को कम करता है।
  • स्तनपान करने वाली माताओं को स्तन कैंसर, गर्भाशय के कैंसर, टाइप 2 मधुमेह तथा हृदय की बीमारियों से बचाता है।
  • यह शिशु की मोटापे संबंधी बीमारियों तथा मधुमेह से रक्षा करता है। इसके अलावा यह उनकी बुद्धि का विकास करता है।

स्तनपान को बढ़ावा देने के लिये सरकार के प्रयास:

  • माँ (Mothers Absolute Affection-MAA):
    • यह देश में स्तनपान को बढ़ावा देने के लिये स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय द्वारा चलाई जा रही योजना है।
  • वात्सल्य- मातृ अमृत कोष (Vatsalya – Maatri Amrit Kosh):
    • इसके तहत नॉर्वे सरकार की मदद से नेशनल ह्यूमन मिल्क बैंक तथा स्तनपान परामर्श केंद्र की स्थापना की गई है।

स्रोत: पी.आई.बी.