‘द ब्लू व्हेल’ - एक खतरनाक खेल | 06 Sep 2017

चर्चा में क्यों ? 

ब्लू व्हेल गेम एक खतरनाक ऑनलाइन खेल है। जब से यह खेल विकसित हुआ है तब से लेकर अब तक दुनिया भर में अनेक युवाओं द्वारा आत्महत्या किये जाने की घटनाएँ सामने आई हैं। सबसे अधिक रूस में ऐसी घटनाएँ हुई हैं। भारत में भी अब तक कुछ युवाओं के आत्महत्या की खबरें आ चुकी हैं।  

प्रमुख बिंदु 

  • इस खेल की शुरुआत रूस में 2013 में ‘एफ 57’ नामक एक समूह द्वारा की गई थी। धीरे-धीरे यह रूस के बाहर भी फैल चुका है।
  • फिलिप बुदेकिन नामक एक इक्कीस वर्षीय रूसी नागरिक को इस खेल का जनक बताया जाता है। उसका कहना है कि इस खेल को विकसित करने का मकसद बेकार लोगों को ख़त्म कर समाज को साफ करना है। फ़िलहाल उसे गिरफ्तार किया जा चुका है। 
  • इस खेल के नियमों के अनुसार ख़िलाड़ी को 50 दिनों में 50 अलग-अलग कार्य पूरे करने होते हैं और अंतिम समय में उसे आत्महत्या के लिये उकसाया जाता है।  
  • भारत में भी इस खेल के प्रति बढ़ते रुझान को देखते हुए दिल्ली उच्च न्यायालय ने सरकार को फेसबुक, गूगल और यूट्यूब को नोटिस ज़ारी कर ब्लू व्हेल खेल से संबंधित निर्देश ज़ारी करने का आदेश दिया था। जिसके बाद सरकार ने इन कंपनियों को इस जानलेवा खेल से संबंधित सभी लिंक हटाने का निर्देश दिया।  

आत्महत्याओं का ज़िम्मेवार कौन ?

  • भारत में युवाओं के बीच छिपी हुई अवसाद की दर उच्च है जिसके कारण आत्महत्या के मामले बढ़े हैं। भारत आत्महत्या की दर के मामले में विश्व के शीर्ष 10 देशों में शामिल है। 
  • अवसाद और आत्महत्या जैसे जटिल समस्याओं को रोकने के लिये सरकार और समाज द्वारा विभिन्न चरणों में हस्तक्षेप की आवश्यकता होती है।
  • इसे हमारी व्यवस्था और समाज दोनों की विफलता कहा जाय तो अनुचित न होगा। इंटरनेट या सोशल मीडिया समूहों को आत्महत्या को बढ़ावा देने के लिये ज़िम्मेदार ठहराना उचित नहीं लगता।