विश्व चुनाव निकायों का संघ | 05 Sep 2019

चर्चा में क्यों?

भारत के मुख्य निर्वाचन आयुक्त ने 3 सितंबर 2019 को वर्ष 2019- 2021 तक की अवधि के लिये विश्व निर्वाचन निकाय संघ (Association of World Election Bodies- AWEB) की अध्यक्षता संभाली।

प्रमुख बिंदु

  • भारत को वर्ष 2017 में बुखारेस्ट में आयोजित अंतिम आमसभा में सर्वसम्मति से AWEB का अध्यक्ष मनोनीत किया गया था।
  • इससे पहले AWEB की अध्यक्षता रोमानिया के पास थी।
    • श्री सुनील अरोड़ा को AWEB का ध्वज रोमानिया के स्थायी निर्वाचन प्राधिकरण के सलाहकार द्वारा सौंपा गया।
    • यह ध्वज भारत निर्वाचन आयोग (ECI) के पास वर्ष 2021 तक रहेगा।
  • निर्वाचन आयोग के अध्यक्ष के अनुसार, लोकतंत्र का तात्पर्य सभी की भलाई के लिये लोगों के विभिन्न वर्गों के संपूर्ण भौतिक, आर्थिक एवं आध्यात्मिक संसाधनों को जुटाना होना चाहिये।
  • AWEB चार्टर की प्रस्तावना में इसके विज़न को रेखांकित किया गया है, जिसमें शामिल हैं:
    • विश्व में विश्वसनीय निर्वाचन प्रक्रिया सुनिश्चित करने के लिये चुनावी प्रबंधन निकायों (Electoral Management Bodies- EMBs) के बीच सहयोग को मज़बूत करने की जरूरत।
    • स्वतंत्र, निष्पक्ष, पारदर्शी एवं सहभागितापूर्ण चुनाव कराने के लिये अनुकूल माहौल को बढ़ावा देने एवं विश्व में एक लोकतांत्रिक संस्कृति को विकसित करने की प्रतिबद्धता।
    • महिला-पुरुष समानता को बढ़ावा देना और निर्वाचन प्रक्रिया में दिव्यांगजनों तथा हाशिये पर पड़े अन्य समुदायों को शामिल करना।
  • भारतीय निर्वाचन आयोग के अध्यक्ष ने भारतीय निर्वाचन आयोग (ECI) के क्षमता निर्माण कार्यक्रमों के ज़रिये इस संघ के उद्देश्यों के अनुसार इसकी गतिविधियों को बढ़ावा देने एवं मज़बूती प्रदान करने के लिये अपनी प्रतिबद्धता जाहिर की है।

विश्व चुनाव निकायों का संघ

  • इस संघ की स्थापना वर्ष 2013 में हुई थी।
  • इसका उद्देश्य अपने सदस्यों की भागीदारी एवं सहयोग के साथ नवाचारों, अनुभवों और कौशल को साझा कर मूल्यवान योगदान, व्यावसायिक समर्थन और सलाह देना है।
  • 111 देशों के 120 चुनावी प्रबंधन निकायों (EMB) और सहयोगी सदस्यों के रूप में 21 अंतर्राष्ट्रीय संगठनों के साथ यह सही अर्थों में चुनावी प्रबंधन निकायों का सबसे बड़ा वैश्विक संगठन बन गया है जो चुनावी लोकतंत्र के प्रसार को नई गति प्रदान कर रहा है।

स्रोत: PIB