फाइट कोरोना आइडियाथाॅन | 30 Mar 2020

प्रीलिम्स के लिये:

फाइट कोरोना आइडियाथाॅन

मेन्स के लिये:

भारत में COVID-19 के प्रभाव, स्वास्थ्य क्षेत्र की चुनौतियों से संबंधित प्रश्न

चर्चा में क्यों?

हाल ही में मानव संसाधन विकास मंत्रालय (Ministry of Human Resource Development- MHRD) के नवोन्मेष प्रकोष्ठ (Innovation Cell) द्वारा कोरोनावायरस के बढ़ते प्रसार को रोकने के सुलभ और सस्ते तकनीकी समाधान की खोज के लिये ‘फाइट कोरोना आइडियाथाॅन’ (Fight Corona IDEAthon) नामक दो दिवसीय आइडियाथाॅन का आयोजन किया गया।

मुख्य बिंदु:

  • ‘फाइट कोरोना आइडियाथाॅन’ का आयोजन 27-28 मार्च,2020 तक किया गया।
  • इस आइडियाथाॅन (IDEAthon) को इंटरनेट के माध्यम से पूरी तरह से ऑनलाइन/वर्चुअल रूप में आयोजित किया गया।
  • इस आइडियाथाॅन के लिये स्वास्थ्य कर्मियों, सरकारी कर्मचारियों और अन्य हितधारकों से कोरोनावायरस से जुड़ी चुनौतियों और समस्याओं की जानकारी लेकर उन्हें 8 श्रेणियों में बाँट कर प्रतिभागियों के समक्ष प्रस्तुत किया गया था।

आइडियाथाॅन (IDEAthon): आइडियाथाॅन वैचारिक मंथन के लिये आयोजित किया जाने वाला एक तरह का कार्यक्रम होता है। जहाँ छात्र, शोधार्थी, नवोन्मेष से जुड़े उद्यमी आदि किसी समस्या के समाधान के लिये प्रतियोगियों के रूप में अपने विचारों/समाधानों को प्रस्तुत करते हैं।

  • इनमें व्यक्तिगत स्वच्छता और संरक्षण, जागरूकता, तैयारी और ज़िम्मेदार व्यवहार, चिकित्सा प्रणाली, स्क्रीनिंग, परीक्षण और निगरानी उपकरण एवं आईटी/ डिजिटल/ डाटा समाधान, सर्वाधिक सुभेद्य (Most Vulnerable) समूहों की रक्षा, सामुदायिक कार्य बल/कार्य समूह, दूरस्थ कार्य और दूरस्थ शिक्षा, प्रभावित व्यवसायों को स्थिर करना शामिल था।
  • इसके अतिरिक्त प्रतिभागियों को ओपन कटेगरी (Open Category) का अन्य विकल्प भी दिया गया जिसमें उन्हें अपनी चुनौतियों को स्वयं चुनकर उनका समाधान प्रस्तुत करना था।
  • इस दो दिवसीय आइडियाथाॅन के दौरान स्वास्थ्य, नवोन्मेष और अन्य क्षेत्रों के विशेषज्ञों के द्वारा वीडियो कांफ्रेंसिंग के माध्यम आइडियाथाॅन प्रतिभागियों का मार्गदर्शन किया गया।
  • इस आइडियाथाॅन में भाग लेने के लिये विभिन्न क्षेत्रों से 5000 से अधिक छात्रों, शिक्षकों, शोधार्थियों और कई क्षेत्रों के पेशेवर लोगों आदि ने आवेदन किया था।
  • इस कार्यक्रम के तहत प्रस्तुत समस्याओं के सार्थक समाधान या समाधान की अवधारणा प्रस्तुत करने वालों में चुने हुये प्रतिभागियों को 7 लाख तक का पुरस्कार दिया जायेगा।
  • साथ ही चुने हुए प्रोटोटाइप (Prototype) और अवधारणाओं के विकास के लिये नवाचार अनुदान (40 लाख रुपए तक) की आर्थिक सहायता के साथ अन्य सहयोग जैसे- औद्योगिक भागीदारी, औद्योगिक स्तर के प्रोटोटाइप लैब तथा उत्पादन केंद्रों की व्यवस्था, विशेषज्ञ मार्गदर्शन और कॉर्पोरेट अनुदान आदि प्रदान किये जाएंगे।
  • ‘फाइट कोरोना आइडियाथाॅन’ का आयोजन मानव संसाधन विकास मंत्रालय के नवोन्मेष प्रकोष्ठ, अखिल भारतीय तकनीकी शिक्षा परिषद (All India Council for Technical Education- AICTE), एमईआईटीवाई स्टार्ट हब (MeiTY Startup Hub) आदि के सहयोग से किया गया था।

एमईआईटीवाई स्टार्ट हब

(MeiTY Startup Hub- MSH):

  • एमईआईटीवाई स्टार्ट हब की स्थापना वर्ष 2019 में इलेक्ट्रॉनिकी और सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय (MeiTY) द्वारा की गई थी।
  • MSH ‘इलेक्ट्रॉनिकी और सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय’ के तहत स्टार्टअप, नवाचार आदि क्षेत्रों के लिये नोडल इकाई (Nodal Entity) के रूप में कार्य करती है।
  • MSH का उद्देश्य देश में तकनीकी नवोन्मेष, स्टार्टअप (Startup), बौद्धिक सम्पदा (Intellectual Property) आदि क्षेत्रों के विकास को बढ़ावा देना है।
  • MSH देश में स्टार्टअप, नवाचार आदि से संबंधित सभी गतिविधियों के लिये राष्ट्रीय स्तर पर समन्वय, सुविधा प्रदान करने और निगरानी केंद्र के रूप में कार्य करता है।

आइडियाथाॅन के आयोजन का उद्देश्य:

  • इस आइडियाथाॅन का उद्देश्य ऐसे नए आइडिया/ अवधाराणाओं की खोज करना और उन्हें व्यवहारिक समाधानों में बदलना है, जो इस महामारी से उत्पन्न अनिश्चितताओं से निपटने में समाज की सहायता कर सकें।
  • इस आइडियाथाॅन के आयोजन का उद्देश्य विभिन्न क्षेत्र से छात्रों, आविष्कारकों और विशेषज्ञों आदि को एक साथ लाकर कोरोनावायरस की महामारी के नियंत्रण हेतु सुलभ और वहनीय समाधानों की खोज करना, स्वास्थ्य तथा अन्य क्षेत्रों में उत्पन्न दबाव को कम करना एवं सामान्य स्थिति की त्वरित वापसी सुनिश्चित करना था।
  • इस आइडियाथाॅन में प्रतिभागियों के सामने ऐसी समस्याओं को रखा गया जिनके लिये नवीन तकनीकी समाधानों की अपेक्षा की जा रही है जैसे- दोबारा प्रयोग किये जा सकने/धोने योग्य वाले मास्क (Mask) के डिज़ाइन, नोटों और सिक्कों को निस्संक्रामक/कीटाणुरहित करने की तकनीकी, गलत सूचनाओं जैसे-फेक न्यूज़ के प्रसार को रोकने तथा सही जानकारी उपलब्ध करने के लिये एप का निर्माण, डायग्नोस्टिक किट (Diagnostic Kit), वेंटिलेटर (Ventilator) के लिये वैकल्पिक समाधानों की खोज आदि।

आइडियाथाॅन के लाभ:

  • इस आइडियाथाॅन के अंतर्गत सभी हितधारकों के सहयोग से कोरोनावायरस के नियंत्रण, उपचार में विभिन्न क्षेत्रों (स्वास्थ्य, तकनीकी, व्यावसायिक क्षेत्र आदि) के बीच आपसी सहयोग को बढ़ावा देने में सहायता मिलेगी।
  • AICTE निदेशक के अनुसार, वर्तमान में विश्वभर में 4 लाख से अधिक लोग COVID-19 से प्रभावित हुए हैं। यह समस्या विश्व के सभी देशों में संक्रमित लोगों की पहचान करने, उन्हें अलग रखने, उनके उपचार और इस संदर्भ में जागरूकता फैलाने के लिये उपलब्ध संसाधनों तथा इससे निपटने में देशों की क्षमताओं की परीक्षा है। फाइट कोरोना आइडियाथाॅन’ के माध्यम से इन चुनौतियों से निपटने के मार्ग तलाशे जा सकेंगे।

निष्कर्ष: वर्तमान में COVID-19 की महामारी विश्व के सभी देशों के लिये एक बड़ी समस्या बनकर उभरी है। इस समस्या से स्वास्थ्य के साथ अन्य क्षेत्र जैसे- आर्थिक, परिवहन, उद्योग आदि गंभीर रूप से प्रभावित हुए हैं। ‘फाइट कोरोना आइडियाथाॅन’ जैसे प्रयासों के माध्यम से COVID-19 से निपटने के विकल्पों के साथ ही इस बीमारी के कारण उत्पन्न हुए दबाव को कम करने में सहायता मिलेगी। साथ ही भविष्य में ऐसी आपदा से निपटने तथा अन्य उद्देश्यों के लिये भी विभिन्न क्षेत्रों में आपसी सहयोग को बढ़ावा देने में सहायता प्राप्त होगी।

स्रोत: पीआईबी