2020 सीडी-3 | 28 Feb 2020

प्रीलिम्स के लिये:

2020 CD3

मेन्स के लिये:

अस्थायी मिनी-मून संबंधी अवधारणा

चर्चा में क्यों?

हाल ही में खगोलविदों ने पृथ्वी की परिक्रमा करते हुए एक छोटी सी वस्तु देखी, जिसे उन्होंने ‘मिनी-मून’ या पृथ्वी के ‘दूसरे उपग्रह’ की संज्ञा दी है।

मुख्य बिंदु:

  • खगोलविदों ने इस अस्थायी मिनी-मून को ‘2020 CD3’ नाम दिया है।
  • 2020 सीडी-3 नामक मिनी-मून की खोज 15 फरवरी को नासा द्वारा वित्तपोषित एरिज़ोना स्थित ‘कैटालिना स्काई सर्वे’ (Catalina Sky Survey-CSS) के कैस्पर विर्ज़चोस (Kacper Wierzchos) और टेडी प्रुइने (Teddy Pruyne) नामक खगोलविदों द्वारा की गई।
  • अंतर्राष्ट्रीय खगोलीय संघ (International Astronomical Union-IAU) के ‘माइनर प्लैनेट सेंटर’ (Minor Planet Center) ने इस खोज के संदर्भ में कहा कि इसके ऑर्बिट इंटीग्रेशन से यह ज्ञात होता है कि यह अस्थायी रूप से पृथ्वी के गुरुत्वाकर्षण से बँधा हुआ है।
  • यह वास्तव में एक क्षुद्रग्रह है, जो कि एक कार के आकार का है; इसका व्यास लगभग 1.9-3.5 मीटर है और यह हमारे स्थायी उपग्रह चंद्रमा के समान नहीं है।
  • यह एक अस्थायी मिनी-मून है, कुछ समय बाद यह पृथ्वी की कक्षा से मुक्त हो जाएगा और अपने रास्ते से हट जाएगा।

क्या होता है अस्थायी मिनी-मून?

  • ये एक प्रकार के क्षुद्रग्रह होते हैं जो कभी-कभी अपनी कक्षा को छोड़कर पृथ्वी की कक्षा में प्रवेश कर उसके प्राकृतिक ग्रह की तरह उसकी परिक्रमा करने लगते हैं परंतु यह परिक्रमण अस्थायी होता है अतः इसे अस्थायी मिनी-मून कहते हैं।
  • 2020 सीडी-3 पृथ्वी से कुछ दूरी पर परिक्रमा कर रहा है। इस तरह के क्षुद्रग्रह को ‘टेंपररली कैप्चर्ड ऑब्जेक्ट’ (Temporarily Captured Object- TCO) कहा जाता है।
  • ऐसे क्षुद्रग्रहों की कक्षा अस्थिर होती है।
  • ऐसे ग्रहों को हमारे स्थायी चंद्रमा के गुरुत्वाकर्षण प्रभाव के साथ-साथ सूर्य के प्रभाव का भी सामना करना पड़ता है।
  • एक बार पृथ्वी की कक्षा में आने के बाद ऐसी वस्तुएँ आमतौर पर मुक्त होने के पश्चात् सूर्य के आस-पास की स्वतंत्र कक्षा में चली जाती हैं।
  • शोधकर्त्ताओं के अनुसार, 2020 सीडी 3 को तीन वर्ष पहले पृथ्वी की कक्षा में देखा गया था।

पूर्व उदहारण:

  • यह पहली बार नहीं है जब पृथ्वी के एक से ज़्यादा चंद्रमा का पता चला हो। इसके पहले वर्ष 2006 में RH120 नामक पृथ्वी के अस्थायी चंद्रमा का पता चला था।
  • RH120 सितंबर 2006 से जून 2007 तक पृथ्वी के गुरुत्वाकर्षण के भीतर बना रहा। इसके बाद यह पृथ्वी के गुरुत्त्वीय क्षेत्र से बाहर निकल गया।

अंतर्राष्ट्रीय खगोलीय संघ:

  • यह पेशेवर खगोलविदों का एक संगठन है, जिसकी स्थापना वर्ष 1919 में की गई थी।
  • इसका केंद्रीय सचिवालय पेरिस में है।
  • इस संघ का उद्देश्य खगोलशास्त्र के क्षेत्र में अनुसंधान और अध्ययन को अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर बढ़ावा देना है।
  • जब भी ब्रह्मांड में कोई नई वस्तु पाई जाती है तो खगोलीय संघ द्वारा दिये गए नाम ही अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर मान्य होते हैं।
  • अंतर्राष्ट्रीय खगोलीय संघ की महासभा की बैठक तीन वर्ष में एक बार की जाती है।
  • अगली IAU की बैठक का आयोजन वर्ष 2021 में दक्षिण कोरिया के बुसान में किया जाएगा।

स्रोत- इंडियन एक्सप्रेस