महात्मा गांधी की 150वीं जयंती | 03 Oct 2019

चर्चा में क्यों ?

2 अक्तूबर 2019 को महात्मा गांधी की 150 वीं जयंती पर भारत सरकार ने स्वच्छ भारत दिवस- 2019 के साथ-साथ आइंस्टीन चुनौती और नईतालीम जैसी पहलों का शुभारंभ तथा स्वच्छ स्टेशन सर्वे जारी किया है।

स्वच्छ भारत दिवस-2019

  • महात्मा गांधी की 150वीं जयंती के उपलक्ष्य में सरकार ने डाक टिकट और चांँदी का सिक्का जारी किया। कुछ दिन पहले संयुक्त राष्ट्र द्वारा गांधीजी पर डाक टिकट जारी किया गया था।
  • भारत को खुले में शौच से मुक्त घोषित किया गया।
  • जन भागीदारी के महत्त्व पर ज़ोर देते हुए जल जीवन मिशन और वर्ष 2022 तक प्लास्टिक (Single Use Plastic) के प्रयोग की समाप्ति जैसी महत्त्वपूर्ण सरकारी पहलों की सफलता के लिये सामूहिक प्रयास का आह्वान किया गया है।

जल जीवन मिशन

इस मिशन के तहत 'नल से जल' कार्यक्रम के माध्यम से वर्ष 2024 तक प्रत्येक घर को नल का पानी उपलब्ध कराया जाएगा।

आइंस्टीन चुनौती

  • न्यूयार्क टाइम्स में प्रकाशित “भारत और विश्व को क्यों है गांधी की जरुरत” शीर्षक वाले भारत सरकार के एक आलेख के अनुसार-
    • भावी पीढियांँ महात्मा गांधी के उद्देश्यों को कैसे याद रख सकें इसके लिये आइंस्टीन चुनौती की पेशकश की गई।
    • इस चुनौती का मुख्य उद्देश्य महात्मा गांधी के आदर्शों को अमर बनाना है।
    • इसके लिये विचारकों, उद्यमियों और तकनीकी विशेषज्ञों से अपील की गई कि वे आगे आएँ और नवाचार के माध्यम से गांधीजी के विचारों को प्रसारित करें।

स्टेशन स्वच्छता सर्वे

  • महात्‍मा गांधी की 150वीं जयंती पर रेल तथा वाणिज्‍य एवं उद्योग मंत्रालय द्वारा ‘स्‍टेशन स्‍वच्‍छता सर्वे रिपोर्ट’ (गैर-उप शहरी एवं उप शहरी स्‍टेशनों का स्‍वच्‍छता आकलन 2019) जारी की गई।
  • जहाँ उत्तर पश्चिम रेलवे ज़ोन को सबसे स्वच्छ ज़ोन का दर्ज़ा मिला, वहीं मध्य रेलवे ज़ोन स्वच्छता रैंकिंग में सबसे नीचे है।

प्रमुख नगरों को दी जाने वाली रैंकिंग इस प्रकार है-

गैर-उपनगरीय स्‍टेशन रैंक उपनगरीय स्‍टेशन रैंक
जयपुर 1 अँधेरी 1
जोधपुर 2 विरार 2
दुर्गापुर 3 नौगाँव 3
जम्मू-तवी 4 कांदिवली (Kandivli) 4
गांधीनगर 5 संतरागाछी (Santragachi) 5
सूरतगढ़ 6 कारी रोड 6
विजयवाड़ा 7 डोम्बिवली (Dombivli) 7
उदयपुर सिटी 8 किंग्स सर्कल 8
अज़मेर 9 बोरीवली 9
हरिद्वार 10 सांताक्रूज़ (Santacruz) 10

नई तालीम

  • भारत को अकुशल समुदाय की दुनिया से सबसे कुशल राष्ट्रों में से एक के रूप में स्थापित करने के लिये नई तालीम नामक चार दिवसीय उत्सव का आयोजन किया ।
  • इस उत्सव का आयोजन एशियन हेरिटेज फाउंडेशन द्वारा किया जा रहा है।
  • उत्सव के दौरान प्रदर्शित प्रदर्शनी उन लोगों की 'परम्परा' का प्रदर्शन करेगी, जो दूसरों के लिये शिल्प बनाते हैं और कौशल भारत की विरासत का एक अभिन्न हिस्सा हैं।
  • नई तालीम, शरीर, मन और आत्मा की संपूर्ण शिक्षा को कुशल श्रम के माध्यम से प्रसारित करने का सिद्धांत है।
  • 75 वर्ष पहले गांधीजी ने (अक्तूबर 1937) में नई तालीम के नाम से एक जीवन दर्शन तथा शिक्षा पद्धति देश के समक्ष प्रस्तुत की थी, जो अहिंसक, समतामूलक, न्यायपूर्ण समाज निर्माण का उद्देश्य रखती थी।

स्रोत: PIB