विश्व ड्रग रिपोर्ट | 24 Jun 2017

संदर्भ
हाल ही में ‘संयुक्त राष्ट्र संघ के ड्रग एवं अपराध कार्यालय’ (United Nation’s office on Drug and Crime) द्वारा ‘विश्व ड्रग रिपोर्ट’ जारी की गयी है, जिसमें संगठित अपराधों के लिये नशीली दवाईयों के व्यापार के माध्यम से वित्त-पोषण किया जा रहा है और साथ ही नशीली दवाईयों के व्यापार और आतंकवाद के मध्य आपसी संबंधों को उज़ागर किया गया है।

महत्त्वपूर्ण बिंदु

  • रिपोर्ट के अनुसार विश्व में करीब एक अरब लोग नशीली दवाईयों का उपयोग कर रहे हैं।
  • रिपोर्ट यह बताती है कि नशीली दवाईयों के व्यापार और संगठित अपराध के मध्य एक पेचीदा नेटवर्क बना हुआ है।
  • आतंकवादियों और गैर-राज्य सशस्त्र गुटों द्वारा नशीली दवाईयों के व्यापार से काफी लाभ कमाया जा रहा है।
  • एक अनुमान के अनुसार 85 फीसदी अफ़ीम डोडा का उत्पादन अफगानिस्तान के तालिबान क्षेत्र में किया जा रहा है।
  • रिपोर्ट में इस बात की भी पुष्टि की गई है कि इराक, सीरियाई अरब गणराज्यों में सक्रिय इस्लामिक स्टेट एवं अन्य सशस्त्र गुटों द्वारा कैप्टागान (Captagon) गोलियों का उत्पादन और उपभोग काफी मात्रा में किया जा रहा है। उल्लेखनीय है कि कैप्टागान गोलियाँ का निर्माण विशेषरूप से कैफीन के साथ एम्फटामिन (Amphetamine) मिलाकर किया जाता है।
  • यह समूह इस प्रकार की गोलियाँ के ‘विनिर्माण हब’ के क्षेत्र में ही अपनी गतिविधियाँ संचालित कर रहा है।
  • रिपोर्ट में यह भी बताया गया है कि बोको हराम पश्चिम अफ्रीका में नशीली दवाओं के तस्करों को हेरोइन और कोकीन की तस्करी करने में मदद कर रहा है।
  • कुछ सबूत इसके भी मिले है कि मघरेब क्षेत्र (उत्तरी-पश्चमी अफ्रीकी क्षेत्र) में अल-कायदा भांग और कोकीन की तस्करी कर रहा है और तस्करों को सुरक्षा भी उपलब्ध करा रहा है।