फिनटेक हेतु RBI का सैंडबॉक्स विनियामक | 14 Aug 2019

चर्चा में क्यों? 

भारतीय रिज़र्व बैंक (RBI) ने वित्तीय प्रौद्योगिकी (Financial Technology- FINTECH) के क्षेत्र में नवाचारों को सक्षम बनाने के लिये सैंडबॉक्स विनियामक की अंतिम रूपरेखा जारी की है।

सैंडबॉक्स विनियामक

सैंडबॉक्स विनियामक, नियंत्रित परिस्थितियों में नए उत्पादों या सेवाओं के परीक्षण को संदर्भित करता है। इस परीक्षण के सफल होने के बाद उन उत्पादों और सेवाओं को व्यापक स्तर पर लागू किया जाता है। सैंडबॉक्स विनियामक परीक्षण के दौरान उत्पादों और सेवाओं पर कुछ छूट भी प्रदान की जा सकती है।

  • RBI ने कहा कि विनियामक का उद्देश्य वित्तीय सेवाओं में नवाचार और दक्षता को बढ़ावा देना है जिससे उपभोक्ताओं को अधिक लाभ पहुंँच सके।
  • RBI के अनुसार, प्रस्तावित सैंडबॉक्स विनियामक का उद्देश्य फिनटेक समस्याओं का समाधान प्रस्तुत करना है, साथ ही इसके माध्यम से कंपनियों और उपभोक्ताओं को एक सहज वातावरण भी प्रदान करना है।
  • RBI केवल उन संस्थाओं के लिये सैंडबॉक्स लॉन्च करेगा, जिनकी नवीनतम संपादित बैलेंस शीट 25 लाख रुपए की है साथ ही कंपनी को देश में पंजीकृत होना चाहिये।
  • विनियामक के तहत मनी ट्रांसफर सेवाएँ, डिजिटल नो योर कस्टमर (digital know-your customer), वित्तीय समावेशन और साइबर सुरक्षा उत्पाद को शामिल किया गया हैं, जबकि क्रिप्टोकरेंसी, क्रेडिट रजिस्ट्री और क्रेडिट इनफाॅर्मेशन को इसमें शामिल नहीं किया गया है।

फिनटेक क्या है?

  • फिनटेक (FinTech) Financial Technology का संक्षिप्त रूप है। वित्तीय कार्यों में प्रौद्योगिकी के उपयोग को फिनटेक कहा जा सकता है।
  • दूसरे शब्दों में यह पारंपरिक वित्तीय सेवाओं और विभिन्न कंपनियों तथा व्यापार में वित्तीय पहलुओं के प्रबंधन में आधुनिक तकनीक का कार्यान्वयन है।
  • पहले बैंक में किसी विवरण को रजिस्टर पर लिखा जाता था जिसमें काफी समय भी लगता था। वर्तमान में अब बैंकिंग प्रणाली में प्रौद्योगिकी के प्रयोग से कोर बैंकिंग सिस्टम प्रचलन में आ गया है और इससे बैंकिंग प्रणाली आसान हो गई है। इस प्रकार की वित्तीय प्रौद्योगिकी को फिनटेक कहा जाता है। 
  • बैंकों द्वारा फिनटेक के माध्यम से मोबाइल वॉलेट सर्विस तथा UPI और भीम एप लॉन्च करके बैंकिंग प्रणाली को आसान बनाया जा रहा है।
  • फिनटेक बैंकों के लिये भुगतान, नगद हस्तांतरण जैसी सेवाओं में काफी मददगार साबित हो रहा है, साथ ही ये देश के दूरदराज़ के इलाकों तक बैंकिंग सेवाएँ भी उपलब्ध करा रहा है।
  • देश में आज पेटीएम, मोबीक्विक और फ्रीचार्ज जैसी कंपनियाँ तेज़ी से आगे बढ़ रही हैं तथा बैंकों के साथ समन्वय से छोटी कंपनियों को भी अपने नए आइडिया पर काम करने का मौका मिल रहा है।
  • सरकार द्वारा देश की अर्थव्यवस्था को कैशलेस बनाने का प्रयास किया जा रहा है। फिनटेक कैशलेस अर्थव्यवस्था के प्रयासों में भी महत्त्वपूर्ण का भूमिका का निर्वहन करेगी।

स्रोत: द हिंदू