देहिंग पटकाई और रायमोना राष्ट्रीय उद्यान: असम | 11 Jun 2021

प्रिलिम्स के लिये

देहिंग पटकाई और रायमोना राष्ट्रीय उद्यान

मेन्स के लिये

राष्ट्रीय उद्यान का आशय और उसके निर्धारण का महत्त्व

चर्चा में क्यों?

हाल ही में, असम सरकार ने देहिंग पटकाई को राज्य के 7वें राष्ट्रीय उद्यान के रूप में अधिसूचित किया।

  • इससे पूर्व विश्व पर्यावरण दिवस (5 जून) के अवसर पर पश्चिमी असम के कोकराझार ज़िले में रायमोना रिज़र्व फॉरेस्ट को राष्ट्रीय उद्यान (6वाँ) के रूप में अपग्रेड किया गया था।

राष्ट्रीय उद्यान

  • राज्य सरकार किसी भी क्षेत्र, चाहे वह किसी अभयारण्य के भीतर हो अथवा बाहर, को उसके पारिस्थितिक, जीव, पुष्प, या प्राणी संघ के महत्त्व अथवा उसमें मौजूद वन्य जीवन या पर्यावरण के विकास, संरक्षण एवं प्रचार सुनिश्चित करने के लिये राष्ट्रीय उद्यान के रूप में अधिसूचित कर सकती है।
  • वन्यजीव संरक्षण अधिनियम के प्रावधानों के तहत राज्य के मुख्य वन्यजीव वार्डन द्वारा अनुमत लोगों के अतिरिक्त राष्ट्रीय उद्यान के अंदर किसी भी मानव गतिविधि की अनुमति नहीं होती है।
  • वन्यजीव अभयारण्य के अंदर कुछ मानवीय गतिविधियों की अनुमति दी जा सकती है, लेकिन राष्ट्रीय उद्यान में किसी भी प्रकार की मानवीय गतिविधि की अनुमति नहीं होती है।

प्रमुख बिंदु

देहिंग पटकाई राष्ट्रीय उद्यान के विषय में

  • अवस्थिति
    • यह देहिंग पटकाई एलीफैंट रिज़र्व के भीतर स्थित है और ऊपरी असम के कोयले एवं तेल-समृद्ध ज़िलों (डिब्रूगढ़, तिनसुकिया एवं शिवसागर) में फैला हुआ है।
    • डिगबोई की एशिया की सबसे पुरानी रिफाइनरी और लीडो की 'ओपन कास्ट' कोयला खान इस अभयारण्य के पास ही स्थित हैं।
    • देहिंग पटकाई वन्यजीव अभयारण्य को जेयपोर वर्षावन के रूप में भी जाना जाता है।
  • नामकरण
    • देहिंग उस नदी का नाम है जो इस जंगल से होकर बहती है और पटकाई वह पहाड़ी है जिसके तल पर अभयारण्य स्थित है।
  • वनस्पति
    • इस क्षेत्र को असम में तराई के वर्षावन क्षेत्र का अंतिम शेष हिस्सा माना जाता है।
  • प्राणीजगत
    • इस क्षेत्र में पाए जाने वाले दुर्लभ जीवों में चीनी पैंगोलिन, फ्लाइंग फॉक्स, जंगली सुअर, सांभर, बार्किंग डियर, गौर, सीरो और मलय विशाल गिलहरी आदि शामिल हैं।
    • यह भारत का एकमात्र अभयारण्य है जो जंगली बिल्लियों की सात अलग-अलग प्रजातियों का घर है, जिसमें बाघ, तेंदुआ, क्लाउडेड तेंदुआ, तेंदुआ बिल्ली, गोल्डन कैट, जंगली बिल्ली और मार्बल कैट शामिल हैं।
    • यहाँ पाए जाने वाला एक प्राइमेट- असमिया मकाक को IUCN की रेड लिस्ट में ‘संकटग्रस्त’ के रूप में सूचीबद्ध किया गया है।
    • इसमें दुर्लभ लुप्तप्राय व्हाइट विंग्ड वुड डक भी मौजूद है।

रायमोना राष्ट्रीय उद्यान

  • अवस्थिति
    • रायमोना राष्ट्रीय उद्यान बोडोलैंड प्रादेशिक क्षेत्र के भीतर स्थिति है।
    • पार्क के क्षेत्र में अधिसूचित रिपू ​​रिज़र्व फॉरेस्टका उत्तरी भाग शामिल है, जो भारत-भूटान सीमा पर फैले मानस नेशनल पार्क के लिये बफर बनाता है।
  • सीमाएँ
    • यह पश्चिम में सोनकोश नदी और पूर्व में सरलभंगा नदी से घिरा है।
      • दोनों नदियाँ ब्रह्मपुत्र की सहायक नदियाँ हैं।
    • पेकुआ नदी रायमोना की दक्षिणी सीमा का निर्धारण करती है।
  • ट्रांसबाउंड्री कंज़र्वेशन लैंडस्केप 
    • यह फिप्सू वन्यजीव अभयारण्य और भूटान के जिग्मे सिंग्ये वांगचुक राष्ट्रीय उद्यान के समीपवर्ती वन क्षेत्र के साथ सीमा साझा करता है, जो 2,400 वर्ग किलोमीटर से अधिक का एक ट्रांसबाउंड्री कंज़र्वेशन लैंडस्केप बनाता है।
  • वनस्पति और प्राणीजगत
    • यह एक स्थानिक प्रजाति गोल्डन लंगूर के लिये प्रसिद्ध है जिसे बोडोलैंड क्षेत्र के शुभंकर के रूप में नामित किया गया है।
    • इसमें एशियाई हाथी, रॉयल बंगाल टाइगर, क्लाउडेड लेपर्ड, इंडियन गौर, जंगली जल भैंस, चित्तीदार हिरण, हॉर्नबिल, तितलियों की 150 से अधिक प्रजातियाँ, पक्षियों की 170 प्रजातियाँ, पौधों की 380 किस्में और ऑर्किड भी शामिल हैं।

असम के राष्ट्रीय उद्यान

  • असम में अब मध्य प्रदेश (12 राष्ट्रीय उद्यान) और अंडमान (9 राष्ट्रीय उद्यान) के बाद सबसे अधिक वन्य राष्ट्रीय उद्यान मौजूद हैं।
  • राज्य के सात राष्ट्रीय उद्यानों में देहिंग पटकाई, रायमोना, काजीरंगा, मानस, नामेरी, ओरंग और डिब्रू-सैखोवा शामिल हैं।
  • काजीरंगा और मानस यूनेस्को की विश्व धरोहर स्थल सूची में शामिल हैं। 

Assam-National-Park

स्रोत: द हिंदू