प्रिलिम्स फैक्ट्स (21 Jun, 2022)



बर्मागोम्फस चौकुलेंसिस

हाल ही में केरल राज्य में एक दुर्लभ ड्रैगनफ्लाई, बर्मागोम्फस चौकुलेंसिस (Burmagomphus chaukulensis) को  देखा गया। 

  • इससे पूर्व असम में ड्रैगनफ्लाई की एक नई प्रजाति 'प्लेटीगोम्फस बेनरिटारम' (Platygomphus benritarum) की खोज की गई थी। 

Burmagomphus-Chaukulensis

प्रमुख बिंदु  

  • यह जीनस बर्मागोम्फस ड्रैगनफ्लाई का  है, जिसकी तीन प्रजातियाँ बी. कावेरिकस ( B. Cauvericus), बी. पिरामिडैलिस (B. Pyramidalis) और बी. लैडलवी (B. Laidlawi) हैं। 
    • बी. लैडलवी संपूर्ण पश्चिमी घाट में पाई जाती है, 
    • बी. कावेरीकस कम मात्रा में पाई जाती है। 
    • बी. पिरामिडैलिस पश्चिमी घाटों के साथ-साथ प्रायद्वीपीय भारत में भी पाए जाते हैं।  
    • इस जीनस की अन्य सभी प्रजातियाँ पश्चिमी और पूर्वी हिमालय में पाई जाती हैं। 
  • पार्श्व वक्ष पर चिह्नों और गुदा उपांगों के अजीबोगरीब आकार इस नई प्रजाति को इसकी पूर्व प्रजातियों से अलग करते हैं। 
  • यह प्रजाति पश्चिमी घाट के लिये स्थानिक मानी जाती है। 

ड्रैगनफ्लाई: 

  • परिचय:  
    • यह एक हवाई शिकारी कीट है जो दुनिया भर में मीठे पानी वाले क्षेत्रों के पास सबसे अधिक पाया जाता है।  
    • इनके खास रंग इन्हें खूबसूरत बनाते हैं। जो उन्हें पारिस्थितिकी और कला दोनों के लिये कीटों के व्यवहार पर शोध हेतु महत्त्वपूर्ण स्थान प्रदान करते हैं।  
  • प्राकृतिक वास:  
    • ड्रैगनफ्लाई की अधिकांश प्रजातियाँ उष्णकटिबंध में और विशेष रूप से वर्षावनों में रहती हैं।  
  • महत्त्व:   
    • ड्रैगनफ्लाईज़ क्षेत्र के पारिस्थितिक स्वास्थ्य के महत्त्वपूर्ण जैव-संकेतक के रूप में कार्य करते हैं। वे मच्छरों और अन्य कीड़ों को खाते हैं जो मलेरिया तथा डेंगू जैसी जानलेवा बीमारियों के वाहक हैं। 
  • खतरा: 
    • उनके आवास का तेज़ी से विनाश उनके अस्तित्व के लिये सीधा खतरा बन गया है जिससे उनका संरक्षण ज़रूरी हो गया है। 

यूपीएससी सिविल सेवा परीक्षा विगत वर्षों के प्रश्न: 

प्रश्न: शब्द ‘डेनिसोवन (Denisovan)’ कभी-कभी समाचार माध्यमों में किस संदर्भ में आता है? 

(a) एक प्रकार के डायनासोर का जीवाश्म 
(b) एक आदिमानव जाति (स्पीशीज़) 
(c) पूर्वोत्तर भारत में प्राप्त एक गुफा तंत्र 
(d) भारतीय उपमहाद्वीप के इतिहास में एक भूवैज्ञानिक कल्प 

उत्तर: (b) 

व्याख्या: 

  • डेनिसोवन्स होमिनिड की विलुप्त प्रजाति हैं जो निएंडरथल समूह के थे। वे प्रारंभिक मानव की एक और आबादी हैं जो एशिया में रहते थे। 
  • डेनिसोवन्स मानव परिवार के पेड़ के लिये हाल ही में जोड़े गए हैं। पैलियोएंथ्रोपोलॉजिस्ट ने 40,000 वर्ष पुराने एक वयस्क दांँत और एक उत्कृष्ट रूप से संरक्षित जीवाश्मयुक्त छोटी उंँगली की हड्डी का पता लगाया, जो एक युवा लड़की की थी, जो पांँच से सात साल की थी, जब उसकी मृत्यु हुई थी। पुरातन मनुष्यों की नई प्रजाति, जिसे वैज्ञानिकों ने उस गुफा के नाम पर "डेनिसोवन" नाम दिया, जहांँ हड्डी मिली थी। डेनिसोवन जीनोम से यह भी पता चलता है कि युवा लड़की के भूरे बाल, आंँखें और त्वचा थी। अतः विकल्प (b) सही उत्तर है। 

स्रोत : द हिंदू 


44वाँ शतरंज ओलंपियाड

44वाँ शतरंज ओलंपियाड 2022 में चेन्नई में होगा। 

  • वर्ष 1927 से आयोजित इस प्रतिष्ठित प्रतियोगिता की मेज़बानी भारत में पहली बार और 30 साल के बाद एशिया में हो रही है। 
  • 189 देशों के भाग लेने के साथ यह किसी भी शतरंज ओलंपियाड में सबसे बड़ी भागीदारी होगी। 

FIDE: 

  • अंतर्राष्ट्रीय शतरंज महासंघ (FIDE) शतरंज के खेल का शासी निकाय है, और यह सभी अंतर्राष्ट्रीय शतरंज प्रतियोगिताओं को नियंत्रित करता है। 
    • यह एक गैर-सरकारी संस्थान के रूप में गठित है। 
  • इसे वर्ष 1999 में अंतर्राष्ट्रीय ओलंपिक समिति द्वारा वैश्विक खेल संगठन के रूप में मान्यता दी गई थी। 
  • FIDE का वर्तमान में लॉज़ेन (स्विट्जरलैंड) में मुख्यालय है, लेकिन इसकी शुरुआत वर्ष 1924 में पेरिस में "जेन्स ऊना समस" ("वी आर वन फैमिली" लैटिन में) के आदर्श वाक्य के तहत की गई थी। 
  • यह फुटबॉल, क्रिकेट, तैराकी और ऑटो रेसिंग के खेल के शासी निकायों के साथ-साथ सर्वप्रथम अंतर्राष्ट्रीय खेल संघों में से एक था। यह अब राष्ट्रीय शतरंज संघों के रूप में संबद्ध सदस्यों के रूप में 199 देशों को शामिल करने वाले सबसे बड़े देशों में से एक है। 

ऑपरेशन संकल्प

भारतीय नौसेना का स्टील्थ फ्रिगेट, आईएनएस तलवार वर्तमान में भारत के समुद्री हितों की सुरक्षा के उद्देश्य से खाड़ी क्षेत्र में भारतीय नौसेना की उपस्थिति के लगातार तीसरे वर्ष में ऑपरेशन-संकल्प के लिये तैनात है। 

ऑपरेशन संकल्प 

  • परिचय: 
    • भारतीय नौसेना ने भारतीय जहाजों की सुरक्षा  सुनिश्चित करने के उपाय के रूप में फारस की खाड़ी और ओमान की खाड़ी में 'ऑपरेशन संकल्प' शुरू किया है। 
  • पृष्ठभूमि: 
    • जून 2019 को ओमान की खाड़ी में व्यापारी जहाज़ों पर हुए हमले के बाद खाड़ी क्षेत्र में खराब होती सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए, भारतीय नौसेना ने होर्मुज जलसंधि से गुजरने वाले भारतीय ध्वज धारक पोतों की सुरक्षित यात्रा सुनिश्चित करने के लिये 19 जून, 2019 को खाड़ी क्षेत्र में ऑपरेशन संकल्प नामक समुद्री सुरक्षा कार्य शुरू किये। 

Strait-of-Hormuz

  • परिनियोजन: 
    • इस ऑपरेशन के लिये अब तक तेईस युद्धपोतों को तैनात किया गया है और खाड़ी क्षेत्र में हर दिन औसतन 16 भारतीय ध्वज वाले व्यापारिक जहाज़ो को सुरक्षित मार्ग प्रदान किया जा रहा है। 
    • भारतीय नौसेना का स्टील्थ फ्रिगेट, INS तलवार वर्तमान में खाड़ी क्षेत्र में तैनात है। 
  • महत्त्व: 
    • भारत अपनी तेल मांँग के लगभग 85% आयात पर निर्भर है। वर्ष 2019-2020 में, लगभग 66 बिलियन अमेरिकी डाॅलर मूल्य के भारत के तेल आयात का लगभग 62% खाड़ी क्षेत्र से आयात किया गया था। 
    • फारस की खाड़ी में मौजूदा सुरक्षा स्थिति के कारण, इस क्षेत्र से गुजरने वाले भारतीय ध्वज वाले व्यापारिक जहाजों को सुरक्षा प्रदान करना आवश्यक है। 

आईएनएस तलवार: 

  • INS तलवार (F40) भारतीय नौसेना के तलवार श्रेणी के युद्धपोतों का प्रमुख जहाज़ है। 
  • रूस में निर्मित इस जहाज़ को जून 2003 में भारतीय नौसेना में शामिल किया गया। 
  • विशेषताएँ: 
    • एंटी-एयर ऑपरेशन 
    • जहाज रोधी/भूमि पर हमला करने वाली मिसाइलें 
    • पनडुब्बी रोधी युद्ध 

फारस की खाड़ी: 

  • इसे अरब की खाड़ी भी कहा जाता है, यह हिंद महासागर का एक उथला सीमांत समुद्र है जो अरब प्रायद्वीप और दक्षिण-पश्चिमी ईरान के बीच स्थित है।  
  • इसकी लंबाई लगभग 990 किमी. है और होर्मुज जलसंधि्य में इसकी चौड़ाई अधिकतम लगभग 340 किमी. से लेकर न्यूनतम 55 किमी. तक होती है।  
  • इस क्षेत्र में दुनिया के अनुमानित सिद्ध तेल भंडार का लगभग दो-तिहाई और दुनिया के अनुमानित सिद्ध प्राकृतिक गैस भंडार का एक-तिहाई हिस्सा है। 
  • काफी मात्रा में समुद्री व्यापार खाड़ी से होकर गुजरता है, जिसके कारण ईरान, कुवैत, सऊदी अरब, बहरीन, संयुक्त अरब अमीरात और अन्य स्थानों पर स्थित बड़े समुद्री टर्मिनलों से दुनिया के सभी हिस्सों में तेल ले जाने वाले बड़े टैंकरों का यातायात होता है। 

ओमान की खाड़ी 

  • ओमान की खाड़ी, अरब सागर की उत्तर-पश्चिमी भाग अरब प्रायद्वीप (ओमान) के पूर्वी भाग और ईरान के बीच स्थित है। 
  • यह 560 किमी लंबी है और होर्मुज जलसंधि के माध्यम से फारस की खाड़ी से जुड़ती है। 
  • यह फारस की खाड़ी के आसपास के तेल उत्पादक क्षेत्र के लिये एक शिपिंग मार्ग है। 
  • यह अरब सागर और हिंद महासागर से फारस की खाड़ी में एकमात्र प्रवेश द्वार प्रदान करता है। इस प्रकार, दुनिया के प्रमुख तेल निर्यातकों और आयातकों का इसकी सुरक्षा में संयुक्त हित है। 

 स्रोत: पी.आई.बी. 


राष्ट्रीय चंबल अभयारण्य

हाल ही में मध्य प्रदेश सरकार ने चंबल और उसकी सहायक पार्वती नदी से सबद्ध पांँच हिस्सों के 292 हेक्टेयर क्षेत्र  में खनन गतिविधियों का प्रस्ताव दिया है। 

  • राज्य वन विभाग को राष्ट्रीय चंबल अभयारण्य में अवैध खनन गतिविधियों को रोकने में लगने वाले समय, संसाधन और प्रयासों को समर्पित करने से मुक्त करने हेतु यह कदम उठाया गया है। 
  • वर्ष 2006 से अभयारण्य में रेत के खनन पर प्रतिबंध लगा हुआ है। 

National-Chambal-Sanctuary

राष्ट्रीय चंबल अभयारण्य 

  • राष्ट्रीय चंबल अभयारण्य के बारे में: 
    • राष्ट्रीय चंबल अभयारण्य की स्थापना वर्ष 1979 में चंबल नदी की 425 किलोमीटर की लंबाई के साथ की गई थी। 
    • इसकी घाटी  राजस्थान, मध्य प्रदेश और उत्तर प्रदेश के त्रि-बिंदु के पास चंबल नदी के साथ 2-6 किमी. के विस्तारित क्षेत्र में फैली हुई हैं। 
    • राष्ट्रीय चंबल अभयारण्य एक महत्त्वपूर्ण पक्षी क्षेत्र (Important Bird Areas- IBA) के रूप में सूचीबद्ध है और एक प्रस्तावित रामसर स्थल है। 

महत्त्वपूर्ण पक्षी क्षेत्र (IBAs): 

  • पक्षी पारिस्थितिकी तंत्र के स्वास्थ्य के उत्कृष्ट संकेतक (Indicators) हैं। 
  • बर्डलाइफ इंटरनेशनल के IBA कार्यक्रम का उद्देश्य दुनिया के पक्षियों और संबंधित जैव विविधता के संरक्षण हेतु IBAs के वैश्विक नेटवर्क की पहचान, निगरानी और सुरक्षा करना है। 
  • बॉम्बे नेचुरल हिस्ट्री सोसाइटी और बर्डलाइफ इंटरनेशनल द्वारा भारत में 554 IBAs की पहचान की गई है। 
  • इनमें से 40% IBAs संरक्षित क्षेत्र नेटवर्क से बाहर आते हैं और इस प्रकार परिदृश्य-स्तरीय संरक्षण योजना के लिये एक महत्त्वपूर्ण उपकरण निर्मित करते हैं। 
  • बर्डलाइफ इंटरनेशनल के अनुसार, IBAs  के निर्धारण के कुछ मानकीकृत मानदंड है, जो इस प्रकार हैं: 
    • A: वैश्विक 
      • A1. स्पीशीज ऑफ ग्लोबल कान्सर्वेशन कंसर्न: 
        • यह क्षेत्र/साइट में नियमित रूप से विश्व स्तर पर खतरे वाली प्रजातियों, या स्पीशीज ऑफ ग्लोबल कान्सर्वेशन कंसर की महत्त्वपूर्ण संख्या है। 
      • A3.  बायोम रिस्ट्रिक्टिड स्पीशीज : 
        • यह साइट उन प्रजातियों का एक महत्वपूर्ण संयोजन रखने के लिये जानी जाती  हैै जिनके प्रजनन वितरण बड़े पैमाने पर या पूरी तरह से एक बायोम तक ही सीमित हैं। 
      • A4. कांगग्रगेशन: 
        • i. साइट को नियमित आधार पर एक सामूहिक जलपक्षी प्रजातियों की जैव-भौगोलिक आबादी का ≥1% रखने के लिये जाना जाता है। 
        • ii.  साइट को ऐसे नियमित स्थल के रूप में जाना जाता है या माना जाता है, जहाँ एक सामूहिक समुद्री पक्षी या स्थलीय प्रजातियों की वैश्विक आबादी का 1% या उससे कम हो। 
        • iii. साइट को ऐसे नियमित स्थल के रूप में जाना जाता है, जहाँ 20,000 जलपक्षी या 10,000 जोड़े एक या अधिक प्रजातियों के समुद्री पक्षी हों। 
  • पारिस्थितिकी: 
    • राष्ट्रीय चंबल अभयारण्य गंभीर रूप से लुप्तप्राय घड़ियाल (छोटे मगरमच्छ), रेड क्राउन टोर्टयज़ और लुप्तप्राय गंगा नदी डॉल्फ़िन का आवास है। 
      • चंबल जंगली में घड़ियाल की सबसे बड़ी आबादी का समर्थन करता है। 
    • एकमात्र ज्ञात स्थान जहाँ भारतीय स्किमर्स के घोंसले बड़ी संख्या में दर्ज किये जाते हैं। 
    • चंबल देश में पाए जाने वाले 26 में से 8 दुर्लभ कछुओं की प्रजातियों का समर्थन करता है।  
    • चंबल देश की सबसे स्वच्छ नदियों में से एक है। 
    • चंबल 320 से अधिक निवासी और प्रवासी पक्षियों का समर्थन करता है। 
  • आर्थिक सहायता: 
    • स्थानीय लोग सीधे अभयारण्य के विभिन्न संसाधनों पर निर्भर हैं। वे नदी के किनारे खेती करते हैं, सिंचाई के लिये नदी का पानी निकालते हैं, जीविका और व्यावसायिक मछली पकड़ने का अभ्यास करते हैं, और बालू का खनन करते हैं। 

मध्य प्रदेश के अन्य अभयारण्य और राष्ट्रीय उद्यान: 

  • मध्य प्रदेश में 9 राष्ट्रीय उद्यान और 25 अभयारण्य हैं, जो 10,862 वर्ग किमी. के क्षेत्र में फैले हुए हैं, जो कुल वन क्षेत्र का 11.40% और राज्य के भौगोलिक क्षेत्र का 3.52% है। 
  • वर्तमान में, राज्य में राज्य में 5 प्रोजेक्ट टाइगर क्षेत्र हैं- 
    • कान्हा राष्ट्रीय उद्यान 
    • पन्ना राष्ट्रीय उद्यान   
    • बांँधवगढ़ राष्ट्रीय उद्यान  
    • पेंच राष्ट्रीय उद्यान  
    • सतपुड़ा राष्ट्रीय उद्यान 
  • इसे 'टाइगर स्टेट' के रूप में भी जाना जाता है क्योंकि यह भारत की बाघ आबादी का लगभग 19% और दुनिया की 10% बाघ आबादी पाई जाती है। 

चंबल नदी 

  • यह भारत की सबसे प्रदूषण मुक्त नदियों में से एक है। 
  • यह 960 किमी. लंबी नदी है जो विंध्य पर्वत (इंदौर, मध्य प्रदेश) के उत्तरी ढलानों में सिंगर चौरी चोटी से निकलती है। वहांँ से यह मध्य प्रदेश में उत्तर दिशा में लगभग 346 किमी. तक बहती है और फिर राजस्थान में प्रवेश कर 225 किमी. उत्तर-पूर्व दिशा में प्रवाहित होती है। 
  • यह यू.पी. के इटावा ज़िले में यमुना नदी में मिलने से पहले लगभग 32 किमी. तक बहती है। 
  • यह एक वर्षा सिंचित नदी है और इसका बेसिन विंध्य पर्वत शृंखलाओं और अरावली से घिरा हुआ है। चंबल और उसकी सहायक नदियाँ उत्तर-पश्चिमी मध्य प्रदेश के मालवा क्षेत्र में बहती हैं। 
  • सहायक नदियाँ: बनास, काली सिंध, पार्वती। 
  • मुख्य विद्युत परियोजनाएंँ/बांँध: गांधी सागर बांँध, राणा प्रताप सागर बांँध, जवाहर सागर बांँध और कोटा बैराज। 
  • राष्ट्रीय चंबल अभयारण्य राजस्थान, मध्य प्रदेश और उत्तर प्रदेश के ट्राई-जंक्शन पर चंबल नदी के किनारे स्थित है। यह गंभीर रूप से लुप्तप्राय घड़ियाल, रेड क्राउन रूफ टर्टल और लुप्तप्राय गंगा नदी डॉल्फिन के लिये जाना जाता है।

Chambal

यूपीएससी सिविल सेवा परीक्षा विगत वर्षों के प्रश्न: 

प्रश्न: निम्नलिखित युग्मों पर विचार कीजिये: (2010) 

संरक्षित क्षेत्र के लिये प्रसिद्ध 
1. भितरकनिका, ओडिश लवणीय जल मगरमच्छ
2. मरुस्थलीय राष्ट्रीय उद्यान, राजस्थान ग्रेट इंडियन बस्टर्ड
3. एराविकुलम, केरल हुलॉक गिबन

उपर्युक्त युग्मों में से कौन-सा/से सही सुमेलित है/हैं? 

(a) केवल 1  
(b) 1 और 2 
(c) केवल 2  
(d) 1, 2 और 3 

उत्तर: (b) 

व्याख्या: 

  • भितरकनिका राष्ट्रीय उद्यान ओडिशा राज्य के केंद्रपाड़ा ज़िले में स्थित भितरकनिका वन्यजीव अभयारण्य का मुख्य क्षेत्र है। इसे वर्ष 1998 में राष्ट्रीय उद्यान के रूप में और वर्ष 2002 में ओडिशा राज्य द्वारा रामसर स्थल के रूप में नामित किया गया था। राष्ट्रीय उद्यान खारे पानी के मगरमच्छ (क्रोकोडायलस पोरस), भारतीय अजगर, किंग कोबरा, ब्लैक आइबिस, डार्टर तथा वनस्पतियों और जंतुओं के कई अन्य प्रजातियों का घर है। यह बड़ी संख्या में मैंग्रोव प्रजातियों की मेजबानी करता है। राष्ट्रीय उद्यान और वन्यजीव अभयारण्य ब्राह्मणी, बैतरनी, धामर नदियों से जलमग्न हैं। अत: युग्म 1 सही सुमेलित है। 
  • मरुस्थलीय राष्ट्रीय उद्यान थार रेगिस्तान में जैसलमेर के पास स्थित है। पार्क में पाए जाने वाले प्रमुख वन्यजीव चिंकारा, रेगिस्तानी लोमड़ी, ब्लैकबक, बंगाल लोमड़ी, स्पाइनी-टेल छिपकली, सैंडफिश, रेगिस्तान मॉनिटर, गिरगिट आदि हैं। राष्ट्रीय उद्यान का मुख्य आकर्षण ग्रेट इंडियन बस्टर्ड है जो एक गंभीर रूप से लुप्तप्राय पक्षी प्रजाति है। अत: युग्म 2 सही सुमेलित है। 
  • केरल में स्थित एराविकुलम राष्ट्रीय उद्यान, लुप्तप्राय नीलगिरि तहर की सबसे बड़ी व्यवहार्य आबादी रखता है और नीलकुरिंजी का एक प्रसिद्ध आवास है, जो 12 वर्षों में एक बार खिलता है। तहर के अलावा, पार्क अन्य अल्पज्ञात जीवों का निवास स्थान है जैसे नीलगिरि मार्टन (स्थानिक), लाल सिर वाला नेवला, छोटे पंजे वाला ऊदबिलाव, धुंधली धारीदार गिलहरी आदि। 
  • हूलॉक गिबन्स असम, अरुणाचल प्रदेश, मणिपुर, मेघालय, त्रिपुरा और नागालैंड सहित उत्तर-पूर्व के कई राज्यों में पाए जाते हैं। उन्हें काजीरंगा राष्ट्रीय उद्यान, मानस वन्यजीव अभयारण्य और नामदफा राष्ट्रीय उद्यान में भी देखा जाता है। अत: युग्म 3 सुमेलित नहीं है। 

अतः विकल्प (b) सही उत्तर है। 

स्रोत: इंडियन एक्सप्रेस 


Rapid Fire (करेंट अफेयर्स): 21 जून, 2022

एन्नम एझुथुम योजना 

हाल ही में तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एम.के. स्टालिन ने राज्य में “एन्नम एझुथम योजना” को लॉन्च किया गया है। यह योजना COVID-19 महामारी के परिणामस्वरूप 8 वर्ष से कम आयु के छात्रों के बीच अधिगम के अंतर को कम करने के उद्देश्य से शुरू की गई है। इसका उद्देश्य वर्ष 2025 तक मूलभूत संख्यात्मकता (foundational numeracy) और साक्षरता (literacy) सुनिश्चित करना है। एन्नम एझुथम योजना के तहत, शिक्षा विभाग सीखने के बीच के अंतर का आकलन करने और उसे समाप्त के लिये कक्षा 1 से 3 तक के छात्रों को कार्यपुस्तिका वितरित करेगा। इस परियोजना को लॉन्च से पहले शिक्षकों के लिये एक विशेष प्रशिक्षण कार्यक्रम आयोजित कर उनके मध्य हैंडबुक वितरित की गई थी। उन्हें सलाह दी गई थी कि वे इंटरएक्टिव लर्निंग मेथड का चुनाव करे और छात्रों को स्कूल लाइब्रेरी में किताबें एवं अखबार पढ़ने के लिये प्रोत्साहित करें। इस पहल के तहत बच्चों को तीन विषयों तमिल, अंग्रेजी और गणित में प्रशिक्षित किया जाएगा। 

विश्व संगीत दिवस 

प्रत्येक वर्ष 21 जून को ‘विश्व संगीत दिवस’ का आयोजन किया जाता है। इस दिवस के आयोजन का मुख्य उद्देश्य संगीत के माध्यम से शांति और सद्भावना को बढ़ावा देना है। इस दिवस के आयोजन की कल्पना सर्वप्रथम वर्ष 1981 में फ्रांँस के तत्कालीन संस्कृति मंत्री द्वारा की गई थी। ‘विश्व संगीत दिवस’ की शुरुआत में महत्त्वपूर्ण भूमिका अदा करने वाले फ्रांँस के तत्कालीन संस्कृति मंत्री मौरिस फ्लेरेट स्वयं एक प्रसिद्ध संगीतकार, पत्रकार और रेडियो निर्माता थे। इस दिवस के अवसर पर भारत समेत विश्व के तमाम देशों में जगह-जगह संगीत प्रतियोगिताओं और संगीत कार्यक्रमों का आयोजन किया जाता है। वर्तमान समय में संगीत एक ऐसा सशक्त माध्यम बन गया है, जिसका प्रयोग वैज्ञानिकों द्वारा व्यक्ति को मानसिक रोगों व व्याधियों से मुक्ति प्रदान करने के लिये भी किया जा रहा है। कई अध्ययनों और विशेषज्ञों के मुताबिक, संगीत तनाव को कम करने और बेहतर नींद प्रदान करने में भी मददगार साबित हो सकता है। ध्यातव्य है कि एक कॅॅरियर के रूप में भी संगीत का क्षेत्र असीम संभावनाओं से भरा हुआ है और मौजूदा समय में युवा वर्ग संगीत को अपना रहे हैं। 

‘जूनटींथ’ फेस्टिवल 

19 जून को अमेरिका में ‘जूनटींथ’ फेस्टिवल मनाया गया, यह अमेरिकी नागरिक युद्ध (1861-65) के बाद दासता के अंत की याद में संघीय सरकार द्वारा मान्यता प्राप्त राष्ट्रीय अवकाश है। ‘जूनटींथ’ अमेरिका में दासता के अंत के अंत को चिह्नित करने संबंधी सबसे पुराना राष्ट्रीय स्मरणोत्सव है, जिसे प्रतिवर्ष 19 जून को आयोजित किया जाता है। वर्तमान में इसे 47 अमेरिकी राज्यों द्वारा अवकाश के रूप में मान्यता प्राप्त है। इसे मुक्ति दिवस या जूनटींथ स्वतंत्रता दिवस के रूप में भी जाना जाता है। ज्ञात हो कि 1 जनवरी, 1863 को तत्कालीन राष्ट्रपति अब्राहम लिंकन ने मुक्ति उद्घोषणा जारी की थी, जिसमें घोषणा की गई कि विद्रोह के दौरान राज्यों के भीतर ‘गुलाम के रूप में रखे गए सभी व्यक्ति अब स्वतंत्र होंगे। हालाँकि इस घोषणा के बाद भी कई लोगों ने दासों को रखना जारी रखा। इसके पश्चात् 19 जून, 1865 को मेजर जनरल गॉर्डन ग्रेंजर गैल्वेस्टन ने गृहयुद्ध और दासता दोनों के अंत की घोषणा कर दी। तब से यह अफ्रीकी-अमेरिकियों के लिये स्वतंत्रता का प्रतिनिधित्व करने वाली एक प्रतीकात्मक तिथि बन गई है। 

अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस 

प्रत्येक वर्ष 21 जून को दुनिया भर में अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस के रूप में मनाया जाता है, इसका उद्देश्य योग के लाभ के बारे में जागरूकता फैलाना है और लोगों को अपने स्वास्थ्य के परत सचेत करना है। विश्व स्तर पर सर्वप्रथम वर्ष 2015 में अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस का आयोजन किया गया था। 11 दिसंबर 2014 को ‘संयुक्त राष्ट्र महासभा’ के  69वें सत्र के दौरान एक प्रस्ताव पारित करके 21 जून को अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस/विश्व योग दिवस के रूप में मनाए जाने के लिये मान्यता दी गई थी। संयुक्त राष्ट्र महासभा के इस सत्र को संबोधित करते हुए भारतीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा विश्व में योग को पहचान दिलाने एवं  योग की महत्ता से विश्व को अवगत कराते हुए संयुक्त राष्ट्र महासभा के इस सत्र में विश्व योग दिवस घोषित किये जाने से संबंधित प्रस्ताव प्रस्तुत किया गया। 8वाँ अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस 2022  “मानवता के लिये योग” (Yoga For Humanity) थीम पर आधारित है