डेली न्यूज़ (10 Dec, 2018)



दोपहिया वाहनों पर लेवी को लेकर मतभेद

चर्चा में क्यों?


ग्रीन ट्रांसपोर्ट को बढ़ावा देने के लिये इलेक्ट्रिक वाहनों को सब्सिडी देने हेतु दोपहिया वाहनों पर ‘फीबेट’ (एक तरह का शुल्क या छूट) लगाने के नीति आयोग के प्रस्ताव पर भारी उद्योग मंत्रालय और नीति आयोग के बीच मतभेद उभर कर सामने आए हैं।

प्रमुख बिंदु

  • मंत्रालय ने नीति आयोग के दोपहिया वाहन जैसे बड़े पैमाने पर उपयोग होने वाले परिवहन माध्यम पर ‘शुल्क’ लगाने को लेकर चिंता व्यक्त की है, क्योंकि इससे न सिर्फ कीमतों में वृद्धि होने की आशंका है, बल्कि इस कर के संग्रह से जुड़ी व्यावहारिक चुनौतियाँ भी उत्पन्न होंगी।
  • नीति आयोग द्वारा शुल्क लगाए जाने का प्रस्ताव किया गया है। आयोग का कहना है कि वह शुल्क के माध्यम से पूंजी एकत्र करेगा और इसका उपयोग इलेक्ट्रिक वाहनों के लिये सब्सिडी देने में किया जाएगा।
  • इलेक्ट्रिक वाहनों पर 12 प्रतिशत जीएसटी लागू है, जबकि दहन इंजन (पेट्रोल-डीज़ल) वाले वाहनों पर 28 प्रतिशत। इस लिहाज़ से पहले ही 16 प्रतिशत की छूट दी जा रही है।
  • भारी उद्योग मंत्रालय देश में वाहन क्षेत्र के विकास के लिये योजनाओं और नीतियों को लागू करने का काम करता है।
  • देश में हर साल करीब दो करोड़ दोपहिया वाहन बेचे जाते हैं। नीति आयोग की गणना के हिसाब से यदि प्रति वाहन 500 रुपए का भी शुल्क लगाया जाता है, तो करीब 10,000 करोड़ रुपए एकत्र हो सकते हैं।
  • हालाँकि दिक्कत यह है कि इसे एकत्र कौन करेगा, क्योंकि अब सभी उपकर जीएसटी के अंदर सम्मिलित हो गए हैं।
  • भारी उद्योग मंत्रालय भारत के ऑटोमोबाइल क्षेत्र के विकास के लिये योजनाओं और नीतियों को लागू करता है। हर साल लगभग 2 करोड़ दोपहिया वाहन बेचे जाते हैं।

फीबेट क्या है?

  • फीबेट एक तरह की शुल्क और छूट प्रणाली है, जिसमें ऊर्जा-दक्ष या पर्यावरण अनुकूल गतिविधियों को पुरस्कृत किया जाता है, जबकि इस तरह की गतिविधियों का पालन करने में नाकाम रहने पर दंडित किया जाता है।
  • इस साल सितंबर में आयोजित भारत के पहले वैश्विक गतिशीलता शिखर सम्मेलन में नीति आयोग द्वारा समर्थित दो रिपोर्टों में इसे शामिल किया गया था।
  • ट्रांसफॉर्मिंग इंडिया मोबिलिटी' नामक रिपोर्ट में ग्रीन मोबिलिटी प्रौद्योगिकियों के उपयोग को प्रोत्साहित करने के लिये फीबेट सिस्टम का उपयोग करने और फीबेट सिस्टम के साथ ग्रीन मोबिलिटी प्रौद्योगिकियों को प्रोत्साहन देने के लिये एक विनियमन प्रक्रिया विकसित करने का सुझाव दिया गया था।

स्रोत : द हिंदू, बिज़नेस लाइन


व्यापार युद्ध के प्रारंभ का संकेत

चर्चा में क्यों?


अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप और चीन के उनके समकक्ष शी जिनपिंग के बीच ब्यूनस आयर्स में हुई बैठक के बाद दोनों नेताओं ने 1 जनवरी, 2019 से एक-दूसरे पर नए आयात शुल्क नहीं लगाने पर सहमति जताई।

पुनः व्यापार युद्ध का प्रारंभ

  • दोनों नेताओं ने मौजूदा व्यापार युद्ध को खत्म करने के लिये लगातार संवाद बनाए रखने की भी प्रतिबद्धता जताई तथा ट्रंप ने चीन पर 90 दिनों के लिये 200 अरब डॉलर के सामान पर शुल्क लगाने की योजना को रोक दिया।
  • इसी वर्ष के मध्य में अमेरिका ने चीन के 250 अरब डॉलर के सामान पर आयात शुल्क लगा दिया था, प्रतिक्रियास्वरूप चीन ने भी अमेरिका के 60 अरब डॉलर के सामान पर शुल्क लगाया था।
  • हाल ही में चीन की ग्लोबल टेलिकम्युनिकेशंस कंपनी हुवाई की मुख्य वित्तीय अधिकारी मेंग वानझू को कनाडा में गिरफ्तार कर लिया गया है जिस पर चीन ने कड़ी आपत्ति दर्ज कराई है तथा तुरंत रिहाई की मांग की, पुनः ट्रेड वार के लिये यह एक अहम कारक हो सकता है।
  • हुवाई दुनिया की सबसे बड़ी टेलिकम्युनिकेशन उपकरण और सेवा प्रदाता कंपनी है। वैश्विक तौर पर सफलता मिलने के बावजूद भी यह अमेरिकी परेशानियों का सामना कर रही है।
  • यह कंपनी अमेरिका के खुफिया अधिकारियों के निशाने पर थी और उन्होंने इसे राष्ट्रीय सुरक्षा के लिये खतरा बताया था।
  • साथ ही, भले ही आयात शुल्क के संबंध में स्थगन पर दोनों देशों ने सहमति जताई थी, लेकिन व्यापार युद्ध फिर से शुरू होने की अभी भी गुंजाइश बनी हुई है।
  • ब्यूनस आयर्स में हुई बैठक को विगत वर्षों के लीग ऑफ नेशंस के प्रयासों से जोड़कर देखा जा रहा है।

लीग ऑफ नेशंस (LAN) के बारे में

  • यह एक अंतर सरकारी संगठन था जिसका गठन प्रथम विश्व युद्ध की समाप्ति के बाद 10 जनवरी, 1920 को हुआ था।
  • यह पहला अंतर्राष्ट्रीय संगठन था जिसका मुख्य मिशन विश्व शांति बनाए रखना था।
  • प्रथम विश्व यद्ध के बाद अंतर्राष्ट्रीय विवादों को हल करने के लिये एक मंच प्रदान करने हेतु इसका गठन किया गया था।
  • इसके प्राथमिक लक्ष्यों में सामूहिक सुरक्षा उपायों युद्ध को रोकना, निःशस्त्रीकरण तथा अंतर्राष्ट्रीय विवादों का बातचीत एवं मध्यस्थता द्वारा समाधान करना शामिल था। इसके अतिरिक्त अन्य संबंधित संधियों में शामिल लक्ष्यों में श्रम दशाएँ, मूल निवासियों के साथ न्यायपूर्ण व्यवहार, मानव एवं दवाओं का अवैध व्यापार, शस्त्र व्यपार, वैश्विक स्वास्थ्य, युद्धबंदी तथा यूरोप में अल्पसंख्यकों की सुरक्षा आदि थे।
  • दुर्भाग्य से अपने ऊँचे बेंचमार्क के बावजूद, लीग अपने लक्ष्यों को प्राप्त नहीं कर पाई।
  • लीग के गठन के लगभग दो दशक बाद, 1939 में द्वितीय विश्व युद्ध हुआ और ज़र्मनी ने पोलैंड पर हमला कर दिया। हिटलर का दावा था कि लीग की धाराएँ ज़र्मनी की संप्रभुता का उल्लंघन करती थी। ज़र्मनी लीग से हट गया, जल्दी ही कई अन्य आक्रामक शक्तियों ने भी उसका अनुसरण किया।
  • द्वित्तीय विश्व युद्घ की शुरुआत से पता चलता है कि लीग भविष्य में युद्ध न होने देने के अपने प्राथमिक उद्देश्य में असफल रहा था।
  • युद्ध के बाद संयुक्त राष्ट्र संघ ने इसका स्थान लिया तथा लीग द्वारा स्थापित कई एजेंसियाँ और संगठन संघ में शामिल हो गए।

स्रोत : लाइव मिंट


चाँद के 'डार्क साइड' पर पहली बार लैंडिंग करेगा चीन का रोवर

चर्चा में क्यों?


चीन ने अंतरिक्ष महाशक्ति बनने की दिशा में एक और कदम बढ़ाते हुए 8 दिसंबर को चाँद की दूसरी ओर की सतह (डार्क साइड) पर लैंड कराने के लिये एक रोवर प्रक्षेपित किया जो चंद्रमा के अज्ञात क्षेत्रों का पता लगाएगा। चीन यह मिशन भेजने वाला विश्व का पहला देश है।

प्रमुख बिंदु

  • चीन की सरकारी एजेंसी शिन्हुआ के मुताबिक, दक्षिण पश्चिमी शिचांग के प्रक्षेपण केंद्र से लाँग मार्च 3बी रॉकेट के ज़रिये ‘चांग ई-4’ की सफल लॉन्चिंग की गई।
  • बीजिंग के इस चंद्र अभियान का नाम चीनी पौराणिक कथाओं की चंद्रमा देवी के नाम पर ‘चांग ई-4’ (chang e-4) रखा गया है।
  • चाँद के आगे वाले हिस्से जो कि हमेशा धरती के सामने होता है, में कई समतल क्षेत्र हैं और रोवर के लिये वहाँ उतरना काफी आसान होता है।
  • चाँद की दूसरी ओर की सतह वाला क्षेत्र पहाड़ी और काफी ऊबड़-खाबड़ है। ऐसे में रोवर की लैंडिंग कराना काफी चुनौतीपूर्ण है।
  • इस रोवर को नए साल के आसपास चंद्रमा की सतह पर लैंड किये जाने की उम्मीद है। चांग ई-4 की सफल लॉन्चिंग ने चीन के चंद्र अन्वेषण मिशन की लंबी यात्रा की अच्छी शुरुआत की है, जो अंधेरी सतह पर नए प्रयोगों और असंगत इलाकों का पता लगाएगा। 
  • 1959 में पहली बार सोवियत संघ ने चंद्रमा की दूसरी तरफ की सतह की पहली तस्वीर ली थी, जिससे चंद्रमा के डार्क साइड के कुछ रहस्यों को सुलझाने में मदद मिली थी। अभी तक कोई भी लैंडर या रोवर चाँद की दूसरी ओर की सतह पर नहीं उतर सका है। 
  • चाँद की दूसरी ओर की सतह होने के कारण इस मिशन में सबसे बड़ी चुनौती रोबोटिक लैंडर (रोवर) के साथ संपर्क स्थापित करने की थी। इसके लिये चीन ने मई में क्यूक्यिाओ सेटेलाइट को चाँद की कक्षा में स्थापित किया ताकि लैंडर और धरती के बीच डाटा और सूचनाओं का आदान प्रदान किया जा सके।

स्रोत : द हिंदू


प्रीलिम्स फैक्ट्स : 10 दिसंबर, 2018

इंद्र नेवी (Indra Navy)-18


इंद्र नेवी भारत तथा रूस की नौसेनाओं के बीच आयोजित होने वाला नौसैनिक अभ्यास है।

  • इस नौसैनिक अभ्यास के 10वें संस्करण का आयोजन 9-16 दिसंबर, 2018 तक किया जा रहा है।
  • यह अभ्यास दो चरणों में आयोजित किया जाएगा।
  • इस अभ्यास के पहले चरण का आयोजन 9-12 दिसंबर के बीच विशाखापत्तनम तट पर जबकि दूसरे चरण का आयोजन 13-16 दिसंबर तक बंगाल की खाड़ी में किया जाएगा।
  • इस अभ्यास का आयोजन पहली बार वर्ष 2003 में किया गया था।

एविया-इंद्र (Avia Indra)- 18


एविया-इंद्र भारतीय वायुसेना एवं रशियन फेडरेशन एयरोस्पेस फोर्स (Russian Federation Aerospace Force- RFSAF) के बीच एक विशिष्ट अभ्यास है जिसका संचालन 10-21 दिसंबर, 2018 के बीच वायुसेना केंद्र जोधपुर से किया जाएगा।

  • 17 से 28 सितंबर, 2018 तक भारत और रूस संघ की वायुसेना के बीच छमाही वायुसेना अभ्यास एविया इंद्र- 18 के पहले सत्र का आयोजन लिपेत्स्क, रूस में किया गया था।
  • भारत और रूस की वायुसेनाओं के बीच इस अभ्यास की शुरुआत वर्ष 2014 में हुई थी।

टिकाऊ जल प्रबंधन पर पहला अंतर्राष्ट्रीय सम्मेलन (First international conference on sustainable water management)


केंद्रीय जल संसाधन, नदी विकास एवं गंगा कायाकल्प मंत्रालय (Ministry of Water Resources, River Development and Ganga Rejuvenation) की राष्ट्रीय जलविद्युत परियोजना के तत्त्वावधान में टिकाऊ जल प्रबंधन विषय पर पहला अंतर्राष्ट्रीय सम्मेलन मोहाली के इंडियन स्कूल ऑफ बिज़नेस (Indian School of Business -ISB) में 10-11 दिसंबर, 2018 को आयोजित किया जा रहा है।

  • सम्मेलन की विषय-वस्तु जल संसाधनों के समेकित और टिकाऊ विकास एवं प्रबंधन को बढ़ावा देने से संबंधित है।
  • सम्मेलन का उद्देश्य निम्नलिखित कार्यों हेतु सरकारों, वैज्ञानिक एवं शैक्षणिक समुदायों सहित विभिन्न हितधारकों के बीच सहभागिता एवं संवाद को बढ़ावा देना है-

• प्रबंधन हेतु टिकाऊ नीतियों को बढ़ावा देने के लिये।
• जल से संबंधित समस्याओं के बारे में जागरूकता बढ़ाने के लिये।
• जल से संबंधित समस्याओं के समाधान हेतु सर्वश्रेष्ठ स्तर पर प्रतिबद्धताओं को प्रेरित करने के लिये।
• उपरोक्त सभी कार्यों की मदद से स्थानीय, क्षेत्रीय, राष्ट्रीय एवं अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर जल संसाधन के बेहतर प्रबंधन को बढ़ावा देने के लिये।

  • भारत एवं ऑस्ट्रेलिया, ब्रिटेन, अमेरिका, स्पेन, नीदरलैंड, कोरिया गणराज्य, कनाडा, जर्मनी, श्रीलंका आदि जैसे अन्य देशों के विख्यात संगठनों के कई विशेषज्ञ एवं प्रतिनिधि समारोह में भाग लेंगे तथा जल संसाधनों के टिकाऊ विकास के लिये अत्याधुनिक प्रोद्योगिकी के उपयोग में अनुभव एवं विशेषज्ञता को साझा करेंगे।

कन्नूर इंटरनेशनल एयरपोर्ट (Kannur International Airport)


9 दिसंबर, 2018 को कन्नूर अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे का उद्घाटन किया गया।

  • यह केरल का चौथा अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डा है। केरल के अन्य तीन अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे तिरुवनंतपुरम, कोच्चि और कोझिकोड में हैं।
  • इस हवाई अड्डे के उदघाटन के साथ ही केरल देश का ऐसा पहला राज्य बन गया है जहाँ चार अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे हैं।

कन्नूर के बारे में

  • कन्नूर जिसे कैन्नानोरे (Cannanore) नाम से भी जाना जाता है, भारत के केरल राज्य के उत्तरी हिस्से में स्थित एक सुंदर शहर है।
  • कन्नूर के तटीय शहर है और केरल के उत्तरी क्षेत्र में स्थित सबसे बड़ा शहर है इसमें कई कस्बे और गाँव शामिल हैं जिनमें थालासेरी शहर (औपनिवेशिक काल के दौरान इसे थेलिचेरी (Thelichery) कहा जाता था) भी शामिल है, इस शहर को इसके ऐतिहासिक महत्त्व के लिये केरल के पहले विरासत शहर का दर्जा दिया गया था।
  • कन्नूर को इसकी प्राकृतिक सुंदरता के कारण प्रायः ‘केरल के मुकुट’ (Crown Of Kerala) के रूप में जाना जाता था। यह पूर्व में पश्चिमी घाट, दक्षिण में कोझिकोड और वायनाड ज़िलों, पश्चिम में लक्षद्वीप सागर (Laccadive Sea) और उत्तर में कासरगोड से घिरा हुआ है।
  • शहर में काम कर रहे हथकरघा उद्योगों और मंदिरों में अनुष्ठान के रूप में आयोजित होने वाले लोक नृत्य थैय्यम के कारण इसे City of Looms and Lores भी कहा जाता है।

अंतर्राष्ट्रीय मानवाधिकार दिवस


हर साल 10 दिसंबर को अंतर्राष्ट्रीय मानवाधिकार दिवस (International Human Rights Day) मनाया जाता है।

  • इस दिन वर्ष 1948 में संयुक्त राष्ट्र महासभा ने मानवाधिकारों की सार्वभौम घोषणा की थी।
  • इस वर्ष मानवाधिकारों की सार्वभौम घोषणा (Universal Declaration of Human Rights) को 70 वर्ष पूरे हो गए हैं।
  • वर्ष 2018 के लिये मानवाधिकार दिवस की थीम “स्टैंड अप फॉर ह्यूमन राइट्स” (Stand up for Human Rights) है।
  • मानवाधिकारों की सार्वभौम घोषणा दुनिया में सबसे अधिक अनुवादित दस्तावेज़ है जो कि 500 से अधिक भाषाओँ में उपलब्ध है।

सोनपुर मेला (Sonpur Fair)


सोनपुर पशु मेला हर साल कार्तिक पूर्णिमा के दिन गंगा और गंडक नदी के संगम पर सोनपुर, बिहार में आयोजित किया जाता है।

  • इसे हरिहर क्षेत्र मेला (Harihar Kshetra Mela) भी कहा जाता है। यह मेला पूरे एशिया से आगंतुकों को आकर्षित करता है।
  • यह एशिया का सबसे बड़ा पशु मेला है जो पंद्रह दिनों से लेकर एक महीने तक चलता है।
  • यदि इस मेले के इतिहास की बात की जाए तो ऐसा माना जाता है कि प्राचीन काल से ही इस मेले का आयोजन होता आ रहा है। उस समय चंद्रगुप्त मौर्य (340-297 ईसा पूर्व) गंगा नदी के पार से हाथी और घोड़े खरीदा करते थे।
  • मूल रूप से इस मेले का आयोजन स्थल हाजीपुर था और सोनपुर के हरिहरनाथ मंदिर में केवल पूजा-पाठ का आयोजन किया जाता था।
  • लेकिन मुगल सम्राट औरंगज़ेब के शासनकाल में इस मेले के आयोजन स्थल को हाजीपुर से सोनपुर स्थानांतरित कर दिया गया।

येलो वेस्ट प्रोटेस्ट (Yellow Vest Protest)


पूरी दुनिया में पर्यटन के लिये मशहूर देश फ्राँस इस समय चर्चा का विषय बना हुआ है। इस बार यह देश पर्यटन नहीं बल्कि वहाँ चल रहे विरोध प्रदर्शन के कारण चर्चा में है।

  • फ्राँस में हो रहे इस विरोध प्रदर्शन का नाम येलो वेस्ट मूवमेंट (Yellow Vest Movement) है जिसकी शुरुआत 17 नवंबर, 2018 को हुई थी।
  • इस आंदोलन का कारण पेट्रोल और डीज़ल की बढ़ती कीमतें हैं। उल्लेखनीय है कि फ्राँस में पिछले 12 महीनों में डीज़ल के दाम में 23 प्रतिशत से अधिक की वृद्धि हुई है। वैसे तो वैश्विक स्तर पर तेल की क़ीमत बढ़ती-घटती रहती है लेकिन फ्राँस के लोगों को इससे राहत नहीं मिली, क्योंकि वहाँ की सरकार ने तेल पर हाइड्रोकार्बन टैक्स बढ़ा दिया।
  • पीले रंग के जैकेट को सुरक्षा की दृष्टि से पहना जाता है क्योंकि यह चटख रंग तेज़ी से ध्यान आकर्षित करता है। फ्राँस के प्रदर्शनकारियों ने इस जैकेट का चुनाव इसलिये किया ताकि वे अपनी मांगों और समस्याओं के प्रति सरकार का ध्यान आकर्षित कर सकें।
  • इस आंदोलन की विशेषता यह है कि इसका कोई विशेष नेता नहीं है।

Rapid Fire करेंट अफेयर्स (10 दिसंबर)

  • 10 दिसंबर: मानवाधिकारों के प्रति लोगों को जागरूक करने के लिये हर साल 10 दिसंबर को अंतर्राष्ट्रीय मानवाधिकार दिवस मनाया जाता है; 10 दिसंबर, 1948 को संयुक्त राष्ट्र महासभा ने विश्व मानवाधिकार घोषणापत्र जारी कर पहली बार अंतर्राष्ट्रीय मानवाधिकार दिवस मनाने की घोषणा की थी; भारत में 28 सितंबर, 1993 से मानवाधिकार कानून लागू हुआ; 12 अक्तूबर, 1993 को सरकार ने ‘राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग’ का गठन किया
  • संयुक्त राष्ट्र की एजेंसी इंटरनेशनल टेलीकम्युनिकेशन यूनियन (ITU) की एक रिपोर्ट के अनुसार इस साल के अंत तक दुनिया की आधी आबादी (51.2%) तक पहुँच जाएगा इंटरनेट; दुनिया भर में तक़रीबन 3.9 अरब लोग इंटरनेट का कर रहे हैं इस्तेमाल; TRAI के आँकड़ों के मुताबिक, दिसंबर 2017 तक भारत में कुल इंटरनेट यूज़र 44.59 करोड़ थे; एक अनुमान के मुताबिक वर्ष 2018 के अंत तक यह आँकड़ा 50 करोड़ से अधिक हो जाएगा
  • 9 दिसंबर को केरल के कुन्नूर में अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे की हुई शुरुआत; इसके साथ ही केरल भारत का पहला ऐसा राज्य बन गया है, जहाँ चार अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे हैं; तिरुवनंतपुरम, कोच्चि और कोझिकोड के बाद केरल में यह चौथा अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डा है
  • पुदुचेरी में बनेगा देश का पहला अंडरवाटर म्यूज़ियम; नौसेना के जहाज आईएनएस कुड्डालोर को दी जाएगी म्यूजियम की शक्ल; समुद्र में डुबोया जाएगा यह जहाज़ और इसके लिये समुद्र में की जाएगी खुदाई; नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ ओशन टेक्नोलॉजी और नेशनल सेंटर फॉर कोस्टल रिसर्च मिलकर करेंगे परियोजना पर काम
  • भारत और रूस के बीच संयुक्त वायु सैन्य अभ्यास AVIAINDRA के दूसरे चरण की शुरुआत; 10 से 21 दिसंबर तक वायु सेना केंद्र जोधपुर में किया जा रहा है आयोजन; इस अभ्यास का पहला चरण 17 से 28 सितंबर तक रूस के लिपेत्स्क में आयोजित किया गया था; द्विपक्षीय परिदृश्य में आतंकवाद रोधी अभियानों पर केंद्रित होता है
  • राष्ट्रीय जलविद्युत परियोजना के तत्त्वावधान में ‘टिकाऊ जल प्रबंधन' विषय पर पहले अंतरराष्ट्रीय सम्मेलन का मोहाली में आयोजन; Sustainable Water Management रखी गई इसकी थीम; भारत, ऑस्ट्रेलिया,  ब्रिटेन,  अमेरिका, स्पेन, नीदरलैंड, दक्षिण कोरिया, कनाडा, जर्मनी, श्रीलंका आदि देशों के विशेषज्ञों और प्रतिनिधियों ने लिया हिस्सा
  • अंतर्राष्ट्रीय सौर गठबंधन की तर्ज़ पर वैश्विक ड्रोन गठबंधन बनाने की तैयारी कर रहा है भारत; इस गठबंधन के सदस्य देश ड्रोन के लिये सामूहिक रूप से बनाए गए नियमों को करेंगे स्वीकार; 1 दिसंबर को नागरिक उड्डयन मंत्रालय ने 'डिजिटल स्काई' पोर्टल के माध्यम से देश में ड्रोन ऑपरेटरों के लिये शुरू की है पंजीकरण प्रक्रिया
  • चंद्रमा के अनदेखे हिस्से के बारे में जानकारी जुटाने के लिये चीन ने चांग ई-4 यान का प्रक्षेपण किया; चीन के सिचुआन प्रांत में स्थित शीचांग उपग्रह प्रक्षेपण केंद्र से लॉन्ग मार्च-3 रॉकेट के ज़रिये यह प्रक्षेपण किया गया; चांग ई-4 चंद्रमा के उस हिस्से के रहस्यों का खुलासा करेगा, जहाँ अभी तक कोई यान नहीं गया है
  • गोवा के प्रथमेश मौलिंगकर ने ‘मिस्टर सुप्रानेशनल’ 2018 का खिताब जीत लिया। इस प्रतियोगिता के तीसरे सत्र का आयोजन पोलैंड में किया गया था; प्रथमेश यह खिताब जीतने वाले पहले भारतीय व एशियाई हैं; उन्होंने अंतिम चरण में 37 प्रतिभागियों को पराजित किया; एक तरह का मॉडलिंग कॉन्टेस्ट है यह प्रतियोगिता
  • मेक्सिको की वनीसा पोंस ने जीता मिस वर्ल्ड 2018 का खिताब; चीन की सान्या सिटी में आयोजित हुई प्रतियोगिता में 2017 की मिस वर्ल्ड भारत की मानुषी छिल्लर ने वनीसा पोंस को क्राउन पहनाया; प्रतियोगिता में भारत का प्रतिनिधित्व भारत की अनुकृति वास ने किया, जो टॉप-12 में जगह नहीं बना पाईं
  • टीम इंडिया ने 11 साल बाद ऑस्ट्रेलिया की धरती पर जीता टेस्ट मैच; 4 टेस्ट मैचों की सीरीज़ में एडिलेड में खेले गए पहले मैच में भारत 31 रनों से विजयी रहा; इस मैच में विकेटकीपर ऋषभ पंत ने कुल 11 कैच लेकर इंग्लैंड के जैक रसेल और साउथ अफ्रीका के एबी डिविलियर्स के वर्ल्ड रिकॉर्ड की बराबरी की; टीम इंडिया ने इससे पहले अनिल कुंबले की कप्तानी में पर्थ टेस्ट (2007-2008) में ऑस्ट्रेलिया को 72 रनों से हराया था
  • लंबे समय से रिज़र्व बैंक और केंद्र सरकार के बीच चल रही तनातनी के बाद बैंक के गवर्नर उर्जित पटेल ने दिया इस्तीफा; रिज़र्व बैंक और केंद्र सरकार के बीच पिछले दिनों केंद्रीय बैंक की स्वायत्तता के मसले पर बन गई थी टकराव की स्थिति; भारत सरकार द्वारा 3.60 लाख करोड़ रुपये की मांग रिज़र्व बैंक से करने की थी थी खबर, जिसका बैंक ने किया था विरोध ; सितंबर 2016 में तीन साल के लिए रघुराम राजन की जगह बैंक के 24वें गवर्नर बने थे उर्जित पटेल