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एक दिये गए परिदृश्य में सैन्य दल को एक आतंकवादी सेल का पता चलता है, जो एक हमले की तैयारी कर रहा है, जिसमें सैकड़ों लोगों के मारे जाने की आशंका है। सैन्य दल द्वारा हमले को रोकने के लिये एक ड्रोन की मदद से आतंकवादियों पर बम गिराने की योजना बनाई जाती है। जैसे ही टीम बम गिराने वाली होती है तो उनके कैमरों द्वारा ब्लास्ट वाली जगह पर ब्रेड बेचने वाली एक छोटी लड़की को देखा जाता है। क्या उन्हें कई अन्य लोगों को मृत्यु से बचाने हेतु लड़की को नज़रंदाज़ करते हुए अपने मिशन को अंज़ाम देना चाहिये?

फायदे और नुकसान के साथ सैन्य दल के लिये उपलब्ध विकल्पों का परीक्षण कीजिये।

इस स्थिति में सैन्य दल प्रमुख के रूप में, आप किस कार्यवाही को अपनाएंगे? (250 शब्द)

26 Dec 2020 | सामान्य अध्ययन पेपर 4 | केस स्टडीज़

दृष्टिकोण / व्याख्या / उत्तर

दृष्टिकोण

  • परिचय में इसमें शामिल विभिन्न पहलुओं पर चर्चा कीजिये।
  • विभिन्न हितधारकों की पहचान कीजिये।
  • सैन्य दल के समक्ष उपलब्ध विकल्पों का उल्लेख कीजिये।
  • यदि आप सैन्य टीम के प्रमुख होते तो आपके द्वारा किस कार्यवाही का चयन किया जाता।

प्रस्तुत मामला एक सैन्य दल द्वारा ड्रोन का संचालन करने से पहले एक नैतिक दुविधा उत्पन्न करता है जो रोटी बेचने वाली एक छोटी लड़की को मारने के संपार्श्विक नुकसान के साथ एक आतंकवादी सेल पर बम गिराया जाना है। दुविधा इस बात को लेकर है कि:

  • "लोगों की बड़ी संख्या को सुरक्षित करने के लिये उपयोगितावादी परिप्रेक्ष्य और इस प्रकार एक छोटी सी मासूम लड़की के जीवन की लागत पर सैकड़ों लोगों की जान बचाने के लिये बम को गिराना ।
  • उस निर्दोष लड़की को मारने वाले बम को लॉन्च करने का देओन्टोलॉजिकल परिप्रेक्ष्य क्योंकि " किसी को मारना अनैतिक है, भले ही हत्या से सैकड़ों लोगों की जान बचाने के उद्देश्य के लिये की गई हो "।

हितधारक

  • आतंकी सेल हमले की तैयारी।
  • ब्लास्ट क्षेत्र में छोटी लड़की।
  • सैन्य दल जो ड्रोन का संचालन कर रहा है।
  • ऐसे सैकड़ों लोग जिनका जीवन खतरे में हैं।
  • राष्ट्र/सोसायटी।

सैन्य दल के समक्ष उपलब्ध विकल्प हैं:

अ) मिशन को आगे बढ़ाएँ और बम गिराएंँ:

कार्यवाही के पक्ष में तर्क- आतंकवादियों को मारकर और किसी भी हमले को रोककर सैकड़ों लोगों को बचाना। यह देश को किसी भी आतंकवादी हमले से बचाने के अपने सैन्य कर्तव्य को पूरा करने में सहायक होगा। इसके लिये सैन्य टीम की न केवल समुदायों द्वारा बल्कि उन संगठनों से भी सरहाना की जानी चाहिये जो संभवतः पुरस्कार और पदोन्नति के लिये कार्य करते हैं।

कार्यवाही के विपक्ष में तर्क- इसमें एक निर्दोष छोटी लड़की को संपार्श्विक हत्या शामिल है जो टीम के सदस्यों के लिये आजीवन अपराध बोध बन सकता है अत: लड़की की हत्या के आंतरिक विवेक को सही नहीं ठराया जा सकता है।

मिशन को रोकना

  • पक्ष में तर्क: निर्दोष छोटी लड़की के प्राणों को बचाया जा सकता है।
  • विपक्ष में तर्क: ऐसे आतंकवादी ग्रुप जो कि सैकड़ों लोगों की जान लेने की क्षमता रखते हैं। इसके साथ ही इसे सैन्य दल की विफलता के रूप में देखा जा सकता है और भविष्य में इन आतंकवादियों द्वारा किये गए किसी भी आतंकवादी हमले में हुई क्षति की भरपाई करना मुश्किल हो सकता है।

ब) सैन्य दल के प्रमुख के रूप में मेरे सामने बम गिराने और एक निर्दोष छोटी बच्ची को मारने के नकारात्मक कर्तव्य और लोगों की जान बचाने के सकारात्मक कर्तव्य के बीच एक नैतिक दुविधा होगी। मेरे संभावित कार्य निम्नलिखित होंगे:

  • मैं तब तक मिशन को स्टैंडबाय/होल्ड पर रखना पसंद करूंगा जब तक कि लड़की ब्लास्ट क्षेत्र से बाहर न हो जाए क्योंकि मेरी अंतरात्मा मुझे किसी निर्दोष की जान लेने का आदेश नहीं देगी। संभवतः इस फैसले द्वारा एक आतंकवादी ग्रुप द्वारा सैकड़ों लोगों की जान जोखिम में पड सकती हैं। हो सकता है कि मेरे इस निर्णय के चलते मेरी टीम द्वारा किये गए कार्य के लिये जाचं कमेटी भी गठित की जा सकती है।
  • मैं हरसंभव प्रयास करुंँगा कि जितना जल्दी हो सकेगा सबसे पहले लड़की को ब्लास्ट क्षेत्र से बाहर निकाला जाए और इसके बाद ही बम गिराएँ। इसके लिये यदि संभव हो तो मैं लड़की को विस्फोट के दायरे से सुरक्षित रूप से बाहर निकलने के लिये ग्राउंड आधारित स्थानीय खुफिया या पुलिस प्राधिकरण से संपर्क करूंँगा या फिर लडकी के आस-पास कोई व्यवधान उत्पन्न करुँगा ताकि वह उस क्षेत्र को छोड़ दे।
  • यदि किसी भी प्रकार से लड़की को ब्लास्ट क्षेत्र से बाहर निकालना संभव नहीं है तो मैं उस स्थिति में भी बम गिराने का आदेश नहीं दूँगा, क्योंकि भविष्य में भी उन आतंकवादियों को मारने का मौका रहेगा, लेकिन अगर लड़की को मार दिया जाता है तो उसे वापस नहीं लाया जा सकता है। इसके अलावा उन सैकड़ों लोगों को बचाने के लिये उचित रणनीति द्वारा उन आतंकवादियों द्वारा तैयार किये गए किसी भी हमले को प्रभावी ढंग से निष्प्रभावी किया जा सकता है। इस प्रकार यह अभी भी एक जीत की स्थिति हो सकती है।